- भारत की बाएं हाथ की स्पिनर परुणिका ने चटकाए तीन विकेट , कमलिनी का अर्द्धशतक
- भारत फाइनल में रविवार को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बाएं हाथ की स्पिनर परुणिका सिसोदिया के अपने पहले ओवर में दो विकेट सहित कुल चटकाए तीन विकेट और विकेटकीपर ओपनर जी. कमलिनी के तेज अविजित अर्द्धशतक की बदौलत अजेय मौजूदा चैंपियन भारत ने दमदार खेल दिखा इंग्लैंड को क्वालालंपुर (मलयेशिया) में आईसीसी अंडर 19 महिला क्रिकेट विश्व के दूसरे सेमीफाइनल में शुक्रवार को 30 गेंदों के बाकी रहते नौ विकेट से हरा दिया। भारत ने 2023 में पहले अंडर महिला विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड को हरा कर ही चैंपियन बनने का गौरव पाया था। भारत की अंडर 19 महिला टीम फाइनल में रविवार को दक्षिण अफ्रीका की अंडर 19 टीम से भिड़ेगी। मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बाएं हाथ की स्पिनर एशले वान विक (4/17) की बेहतरीन गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका की अंडर 19 टीम ने ऑस्ट्रेलिया की अंडर 19 टीम को पहले सेमीफाइनल में 11 गेंदों के बाकी रहते पांच विकेट से शिकस्त दी।
भारत की बाएं हाथ की स्पिनर परुणिका सिसोदिया (3/21), वैष्णवी शर्मा (3/23) और आयुषी शुक्ला(2/21) की त्रिमूर्ति ने स्पिन का जाल बुन कर टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी इंग्लैंड की टीम को ओपनर डेविना पेरिन (45 रन, 40 गेद, 2 छक्के, छह चौके) की पहले विकेट के लिए विकेटकीपर जेमिमा स्पेंस (9 रन, 8 गेंद, दो चौके) के साथ 37 और तीसरे विकेट के लिए कप्तान एबी नोरग्रोव (30 रन, 25 गेंद, एक छक्का, तीन चौके) के साथ 44 रन की भागीदारी के बावजूद निर्धारित 20 ओवर में मात्र 113 रन पर रोक दिया। जवाब में भारत ने विकेटकीपर ओपनर जी कमलिनी (अविजित 56 रन,50 गेंद, आठ चौके) की अपनी सलामी जोड़ीदार तृषा गोंगाडी(35 रन, 29 गेंउ, पांच चौके) के साथ पहली विकेट की 60 और उपकप्तान सानिका चाल्के (अविजित 11, 12 गेद, एक चौके) के साथ दूसरे विकेट की 57 रन की अटूट भागीदारी की बदौलत 15ओवर में मात्र एक विकेट पर 117 रन बनाकर मैच जीत लिया। इंग्लैंड के लिए इकलौता विकेट ऑफ स्पिनर फॉबी ब्रेट ने तृषा को ऑफ स्टंप पर गिरकर भीतर आती गेंद को कट करने पर मजबूर कर बोल्ड कर लिया। कमलिनी ने ब्रेट के चौथे व पारी के 15 वें की शुरू की दो गेंदों पर लगातार चौके जड़ कर अपना अर्द्धशतक पूरा किया और इसी ओवर की आखिरी गेंद पर चौका जड़ भारत को जीत दिला फाइनल में पहुंचा दिया। कमलिनी ने अपना अर्द्धशतक 47 गेंद खेल सात चौकों की मदद से पूरा किया था।
इंग्लैंड की ओपनर डेविन पेरिन ने शुरू आक्रामक तेवर दिखाए और भारत की तेज गेंदबाज शबनम शकील और पॉवरप्ले में बाएं हाथ की स्पिनर आयुषी शुक्ला को निशाना बना मात्र ओवर में ही 37 रन जोड़े। बाएं हाथ की स्पिनर परुणिका सिसोदिया की पहली ही ऑफ स्टंप पर तेजी से घूमी गेंद पर स्पेंसर को बोल्ड और इसी ओवर की तीसरी लेग स्टंप पर पड़ घूमी गेंद को ट्रूडी जॉनसन (0 रन, 2 गेंद) स्वीप करने गई और बोल्ड और इंग्लैड ने पांच ओवर में दो विकेट 37 रन पर खो दिए। पेरिन की तरह ही कप्तान नोरग्रोव ने भी आक्रामक तेवर दिखाए और वैष्णवी की गेंद पर खुलकर चौके छक्के जड़ स्कोर को 81 रन रन तक पहुंचाया तभी आयुषी शुक्ला ने पहले पेरिन को सीधी तेज स्पिन लेती गेंद को स्वीप करने के लिए ललचा बोल्ड कर उनकी और कप्तान नोरग्रोव की भागीदारी को तोड़ा और इंग्लैंड के स्कोर में पांच रन ही और जुड़े कि आयुषी के इससे अगले ओवर में कप्तान नोरग्रेव भी स्वीप करने की कोशिश में बोल्ड हो गई और इंग्लैंड ने चार विकेट 86 रन पर खो दिए। इंग्लैड ने अगले चार विकेट मात्र छह रन जोड़ कर खोए और इनमें से तीन विकेट शुरू में कुछ महंगी साबित हुई बाएं हाथ की स्पिनर वैष्णवी शर्मा ने लिए। परुणिका ने पैडल शॉट खेलने गई कैटी क्रॉस को बोल्ड कर अपना तीसरा विकेट चटका इंग्लैड का स्कोर 14.5 ओवर में पांच विकेट पर 87 रन कर दिया। बाएं हाथ की स्पिनर वैष्णवी ने अपने आखिरी ओवर में सबसे पहले तीसरी गेंद पर चार्लोट स्टब्ज ( 4 रन, 12 गेंद) को बोल्ड और इंग्लैंड ने छठा विकेट 91 रन और स्कोर में एक रन ही जुड़ा था की पांचवी गेंद पर प्रिशा थानवाला (2 रन, 4 गेंद) ने वैष्णवी की गेंद को उड़ाने के फेर में मिडविकेट पर मिथिला के हाथों कैच कराया और अंतिम गेंद पर चार्लोट लैम्बर्ट(0 रन, 1गेंद) को ड्राइव करने पर मजबूर कर खुद ही लपक कर इंग्लैंड का स्कोर आठ विकेट पर 92 रन कर दिया। निचले क्रम में अमू सुकुमार ( अविजित 14, 13 गेंद, एक गेंद) और टिली कॉर्टेन (अविजित 7 रन, 12 गेंद) में नौंवे विकेट के लिए 21 रन की अटूट भागीदारी कर स्कोर 100 के पार पहुंचाया।
अब हम फाइनल के लिए तैयार हैं : निकी प्रसाद
भारत की कप्तान निकी प्रसाद ने कहा, ‘मुझे अपनी टीम पर वाकई फख्र है। बतौर खिलाड़ी मुझे इस बात की खुशी है कि हम फिर खिताब जीतने के एक कदम और करीब पहुंच गए। हमने इस दिन के लिए बहुत मेहनत की और अब खिताब जीतने से बस एक कदम दूर है। सेमीफाइनल में खेलने उतरने पर हमें मालूम था कि इंग्लैंड हमारे खिलाफ आक्रामक तेवर दिखा कोई कसर नही छोड़ेगा। इंग्लैंड ने वाकई अच्छा आगाज भी किया लेकिन हमें धैर्य बनाए रखा और अच्छी गेंद कर जल्दी विकेट चटकाए। हम सभी के जेहन में अपनी भूमिका साफ थी। हर दिन किसी एक अथवा दूसरे ने जिम्मेदारी निभाई। अब हम फाइनल के लिए तैयार हैं। हमें कोई बैचेनी नहीं है। हम वाकई रोमांचित हैं और फाइनल में हावी होकर मैदान पर उतरना चाहते हैं।’
मेरी रणनीति थी एक ही टप्पे पर गेंद करना : परुणिका
सेमीफाइनल में मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई भारत की बाएं हाथ की स्पिनर परुणिका सिसोदिया ने कहा, ’ मैं अपनी टीम और सपोर्ट स्टाफ का आभार जताती हूं। मेरी रणनीति साफ थी एक ही टप्पे पर गेंद कर बाकी काम गेंद पर छोड़ देना। मैं अभ्यास में सिगल विकेट पर गेंदबाजी करने की बजाय बैटर्स को ज्यादा गेंदबाजी करना पसंद करती हूं और इससे वाकई मदद मिली। मैं अपने सामने बैटर को नई चीज करते देखना पसंद करती हूं। टीम में हम सभी की तमन्ना और लक्ष्य फाइनल में स्थान बनाना था।’
हम अपना सब कुछ झोंक एक इकाई के रूप में खेलीं : नोरग्रोव
इंग्लैंड की कप्तान नोरग्रेव ने कहा, ‘ मेरा मानना है कि हम सेमीफाइनल में सकारात्मक सोच के साथ उतरे। हमने सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी की कोशिश भी की। हमारी ओपनर पैरिन वाकई बेहतरीन बल्लेबजी की। हमारी टीम में कई लड़कियां पहली बार सेमीफाइनल में खेल रही थी और उन पर दबाव था। हम अपना सब कुछ झोंक एक इकाई के रूप में खेली। मेरे लिए ये इंटरव्यू बहुत अच्छे नहीं है लेकिन फिर भी मैंने इंग्लैंड की कप्तानी का लु्त्फ उठाया।‘