हार्दिक व तिलक के अर्द्धशतकों और वरुण के गेंद से ‘चौके’ से भारत ने टी 20 सीरीज 3-1 से जीती

India won the T20 series 3-1 thanks to half-centuries from Hardik and Tilak and fours from Varun

भारत ने द. अफ्रीका से पांचवां व अंतिम टी 20 अंतर्राष्ट्रीय 30 रन से जीता

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : तिलक वर्मा और हार्दिक पांडया के तूफानी अर्द्धशतकों, मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के गेंद से ‘चौके’ तथा सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह द्वारा मेहमान टीम के खतरनाक होते दिख रहे सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (65 रन,35, तीन छक्के, 9 चौके ) के चटकाए अहम विकेट की बदौलत भारत ने मेहमान दक्षिण अफ्रीका को शुक्रवार रात अहमदाबाद में पांचवें व अंतिम टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 30 से हरा कर सीरीज 3-1 से जीत कर उसके हाथों दो टेस्ट की सीरीज 0-2 से हारने का दर्द भुला दिया। भारत ने दक्षिण अफ्रीका से तीन वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज 2-1 से जीती थी। शुक्रवार को मैच में कुल 40 ओवरो में 432 रन बने और इसमें जहां लगभग हर गेंदबाज की धुनाई हुई वहां भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का अपना अनुभव और कौशल दिखा अपने चार ओवर में मात्र 17 रन दे कॉक को अपनी ही गेंद पर लपक कर और मार्को येनसन(14 रन, 5 गेंद, दो छक्के) को विकेटकीपर संजू सैमसन के हाथों लपकवा कर आउट करना अहम रहा। हार्दिक पांडया सीरीज में दूसरे मैच में अर्द्धशतक जड़ने के साथ डिवाल्ड ब्रेविज का विकेट ले मैन ऑफ द’मैच रहे जबकि लूनउ में चौथा मैच धुंधऔर कोहरे के चलते बेनतीजा अधूरा समाप्त होने के बावजूद मिस्ट्री स्पिनर चार मैचों में सबसे ज्यादा दस विकेट ले मैन ऑफ द’ सीरीज रहे।

भारत के लिए टी 20 सीरीज जीतने के बावजूद अपने कप्तान सूर्य कुमार यादव का रंग में न होना जरूर अगले महीने अपने घर में श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में होने वाले आईसीसी टी 20 क्रिकेट विश्व कप से पहले जहां चिंता का सबब है वहीं ऑलराउंडर हार्दिक पांडया औा तिलक वर्मा का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में दो दो अर्द्धशतक जड़ रंग में लौटना जरूर हौसले बढ़ाना वाला है।

हार्दिक पांडया और तिलक वर्मा के तूफानी अर्द्धशतकों और चौथे विकेट के लिए 44 गेंदों में 105 रन की तूफानी की भागीदारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर 20 ओवर में पांच विकेट पर 231 रन का पहाड़ का स्कोर बनाया। जवाब में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती(4/53) और जसप्रीत बुमराह (2/17) के गेंद से कमाल की बदौलत क्विंटन डी कॉक के तूफानी अर्द्धशतक और ब्रेविज के 17 गेंदों पर दो छक्कों व तीन चौकों की मदद से बनाए 31 रन के बावजूद दक्षिण अफ्रीका को आठ विकेट पर 231 पर रोक कर भारत ने मैच और सीरीज जीत ली। मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने रेजा हेंड्रिक्स (13 रन, 12 गेंद, एक चौका) को शिवम दुबे के हाथों कैच कराने के बाद, कप्तान एडन मरक्रम (6 रन, 4 गेंद, एक चौका) को एलबीडब्ल्यू , डॉनोवॉन फरेरा (0 रन, 1 गेंद) और जॉर्ज लिंडी (16 रन,8 गेंद, दो छक्के) को बोल्ड किया। डेविड मिलर (18 रन, 14 गेंद, दो चौके) को अर्शदीप सिंह ने विकेटकीपर संजू सैमसन के हाथों कैच कराया।

इससे पहले हार्दिक पांडया 25 गेंद खेल छह छक्कों और छह चौकें क मदद से अंतत: 63 रन बना ओटनिल बार्टमैन की फुलटॉस को उड़ाने की कोशिश में डीप विकेट पर की गेंद को उड़ाने की कोशिश में रेजा हेंड्रिक्स के हाथों लपके गए और भारत ने चौथा विकेट 220 पर 20 वे ओवर की तीसरी गेंद पर खोया। तिलक वर्मा(73 रन, 42 गेंद, एक छक्का, दस चौके) और भारत ने पांचवां विकेट 227 पर खोया और शिवम दुबे पारी की आखिरी गेंद पर चौका लगाया और तीन गेंद खेल एक छक्के और एक चौके की मदद से दस रन बना कर अविजित रहे। भारत के चार बल्लेबाजों ने अपना खाता बाउंड्री लगा कर खोला। अभिषेक शर्मा और तिलक ने चौके और हार्दिक पाडया व शिवम दुबे ने पहली ही गेंद पर छक्के जड़े। हार्दिक पांडया ने 16 गेंद खेल कर पांच छक्कों और चार चौकों की मदद से अपना अर्द्धशतक पूर किया। अभिषेक शर्मा (34 रन, 21 गेद,एक छक्का, छह चौके) अपने सलामी जोड़ीदार संजू सैमसन के साथ 63 रन जोड़ने के बाद तेज गेंदबाज कार्बिन बॉश की गेंद को उड़ाने की कोशिश में विकेटकीपर क्विंटन को कैच थमा बैठे। सैमसन (37 रन, 22 गेंद, दो छक्कश, चार चके) बाएं हाथ के स्पिनर जॉर्ज लिंडी की गेंद को ऑफ स्टंप पर मिडल पर घूमी गेंद को खेलने से चूके और बोल्ड हो गए और भारत ने दूसरा विकेट दसवें ओवर में 97 रन पर खा दिया, क:पतान सूर्य कुमार यादव ( 5 रन, 7 गेंद) ने तेज गेंदबाज कार्बिन बॉश की गेंद को उड़ाने की कोशिश में डेविड मिलर को मिडऑफ पर कैच थमा दिया और भारत 13 वें ओवर में न तीसरा विकेट 115 रन पर खोया।