- भारत ने श्रीलंका को रोमांचक फाइनल में दी 19 रन से शिकस्त
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : 18 बरस की नौजवान तेज गेंदबाज टाइटस साधू (3/6) के गेंद से कहर तथा सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और जेमिमा रॉड्रिग्स की दूसरी विकेट की 73 रन की भागीदारी की बदौलत भारत की महिला क्रिकेट ने टीम ने श्रीलंका को झांगजू (चीन) में एशियाई खेलों के कम स्कोर वाले रोमांचक फाइनल में सोमवार को 19 रन से हरा कर स्वर्ण पदक जीत लिया। साधू का गेंदबाजी विश्लेषण रहा 4-2-6-3। इसी के साथ टाइटस साधू ने साबित किया कि वह वाकई बड़े मंच पर बड़ा प्रदर्शन करने का दम रखती हैं। बंगाल की नौजवान गेंदबाज टाइटस साधू (2/6) ने गेंद से कमाल कर इस साल जनवरी में पोशेफस्ट्रोम (दक्षिण अफ्रीका ) में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पहले आईसीसी टी-20 महिला अंडर-19 क्रिकेट फाइनल में सात विकेट से जीत दिला खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी,
भारत की तेज गेंदबाजटाइटस साधू ने हांगजू में जिजियांग यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नलॉजी की धीमी पिच पर भी अपने पहले ओवर की पहली ही गेंद पर श्रीलंका की विकेटकीपर सलामी बल्लेबाज अनुष्का संजीवनी के कप्तान हरमनप्रीत कौर के हाथों मिड विकेट पर कैच कराने के बाद चौथी गेंद पर विष्मी गुणरत्ने को बोल्ड किया और फिर अपने दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर खतरनाक दिखती कप्तान सलामी बल्लेबाज कप्तान चमरी अट्टïापट्टïू (12 रन, 12 गेंद, एक छक्का, एक छक्का) को एक्सट्रा कवर पर दीप्ति शर्मा के हाथों कैच कर उसका चार ओवर में उसका स्कोर तीन विकेट पर 14 रन कर उसकी पारी को शुरू में ही ऐसा बिखेरा वह संभल ही नहीं पाई। दो मैचों के प्रतिबंध के बाद वापसी करने वाली हरमनप्रीत कौर का यह फाइनल भारत की कप्तान के रूप में सौवां टी-20 अंतर्राष्टï्रीय मैच था। हरमनप्रीत कौर ने अपनी कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जिता राष्टï्रमंडल खेलों और टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हार की कसक जरूर कुछ कम कर दिया।
स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा की सलामी जोड़ी ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरे भारत की पारी का संभल कर आगाज किया। शैफाली (9 रन, 15गेंद, 1 चौका) बाएं हाथ की स्पिनर की सुगंधिका कुमारी की गेंद को उड़ाने के फेर में हवा में मात खा गई और विकेटकीपर संजीवनी ने उन्हें स्टंप कर दिया और भारत ने पहला विकेट 16 रन पर खोया। स्मृति मंधाना (46 रन, 45 गेंद, एक छक्का, चार चौके) और जेमिमा रॉड्रिग्ज (42 रन, 40 गेंद, 5 चौके)जरूरत से ज्यादा सतर्कता से खेली। स्मृति मंधाना ने पारी के 15 वें ओवर में श्रीलंका की बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा की गेंद को उड़ाने की कोशिश की लेकिन उनके बल्ले का बाहरी लेकर उछली गेंद को शॉर्ट फाइन लेग प्रबोधिनी ने उनका कैच कर उनकी बढिय़ा पारी और दूसरे विकेट की 73 रन की भागीदारी को क्या तोड़ा की भारत के विकेट की झड़ी ही लग गई। भारत ने अंतिम पांच ओवर में मात्र 27 रन जोड़ कर पांच विकेट खोकर निर्धारित 20 ओवर में घिसटते पिसटते सात विकेट पर 116 रन बनाए। तेज गेंदबाज टाइटस साधू (3/6) और बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ (2/20) ने जवाबी हमला बोलने के अंदाज मे उतरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली हसिनी परेरा (25 रन, 22 गेंद एक छक्का, चार चौके) को स्लॉग स्वीप करने पर मजबूर कर उन्हें पूजा वस्त्रकार के हाथों पारी के दसवें ओवर में कैच करा आउट उनकी और नीलाक्षी डिसिल्वा(23 रन,34 गेंद, एक छक्का, एक चौका) की 36 रन की भागीदारी को तोड़ कर श्रीलंका स्कोर चार विकेट पर 50 रन करने के बाद उसकी पारी पर ब्रेक लगा उसे निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट पर 97 रन पर रोक कर भारत को फाइनल जिताने के साथ स्वर्ण पदक भी जिता दिया। परेरा ने आउट होने से पहले राजेश्वरी गायकवाड़ के एक ओवर में एक चौके व एक छक्के सहित तथा पूजा वस्त्रकार के एक ओवर में लगातार तीन चौके जडऩे के साथ 12-12 रन बनाए थे। नीलाक्षी डिसिल्वा पारी के 17 वें ओवर में बेवजह तेज गेंदबाज पूजा वस्त्रकार की गेंद को स्कूप करने के फेर में बोल्ड हो गई और श्रीलंका ने पांचवां विकेट 78 रन पर खोया। नीलाक्षी ने आउट होने से पूर्व पांचवें विकेट के लिए ओशादी रणसिंहे (19 रन, 26 गेंद, 2 चौके) के साथ 28 रन जोड़े थे। ओशादी ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा की गेंद को उड़ाने के फेर में टाइटस साधू को पारी के 18 वे ओवर कैच थमा आउट हुई और श्रीलंका का स्कोर छह विकेट पर 86 रन हो गया। लेग स्पिनर देविका वैद्य ने अंतिम पूर्व ओवर में कविशा दिलहारी (5) को विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच कराया। राजेश्वरी गायकवाड़ ने अंतिम व 20 वें ओवर की पांचवीं गेंद पर सुगंधिका कुमारी को विकेटकीपर ऋचा के हाथों कैच करा उसका स्कोर आठ विकेट पर 97 रन कर और अगली पर कोई रन नहीं और भारत ने मैच जीत लिया।
इससे पूर्व भारत की पारी 16 वें तब लडख़ड़ाई जब ऋचा घोष (9 रन, 6 गेंद, एक छक्का) बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा की तेजी से घूमी गेंद को कट करने की कोशिश में और कप्तान हरमनप्रीत कौर (2 रन)बाएं हाथ की तेज गेंदबाज उदिष्का प्रबोधनी की गेंद को कट करने की कोशिश में विकेटकीपर अनुष्का संजीवनी को कैच थमा बैठी और अगले ओवर पूजा वस्त्रकार(2)बाएं हाथ की स्पिनर इनोषी प्रियदर्शनी की गेंद को उड़ाने के फेर में गुणरत्ने को कैच थमा जब पारी के अंतिम पूर्व में पांचवीं बल्लेबाज के रूप में आउट होकर पैवेलियन लौटी तो भारत का स्कोर 108 रन था। जेमिमा अंतत: पारी के 20 वें और बाएं हाथ की तेज गेंदबाज उदिष्का प्रबोधिनी की पहली गेंद पर चौका जडऩे के बाद अगली गेंद पर आक्रामक स्ट्रोक दोहराने की कोशिश में गुणरत्ने को कैच थमा बैठी और भारत ने छठा विकेट 114 रन पर खोया। भारत की पारी की अंतिम गेंद पर अमनजोत कौर (1) एक तेज रन दौडऩे की कोशिश में रनआउट हुई।