सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : नवनीत कौर के दूसरे और तीसरे क्वॉर्टर में दागे एक -एक बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत पिछडऩे के बाद पहले बराबरी पाने और इसके बाद 2-1 की बढ़त लेनेे के बावजूद भारतीय महिला हॉकी टीम अपने यूरोप दौरे के पहले मैच में चीन से रविवार रात लिम्बर्ग (जर्मनी) में कड़े संघर्ष के बाद 2-3 से हार गई। विजेता चीन के लिए चेन जियाली (नौवे मिनटं), जोंग जियाकी (45 वें मिनट ) और जू यानन (51 वें मिनट) में एक-एक गोल दागा।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने आक्रामक अंदाज में आगाज कर तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन चीन की रक्षापंक्ति ने मजबूती दिखा इसे रोक कर अपनी टीम को पिछडऩे से बचवा दिया। छह मिनट बाद भारत की रक्षापंक्ति ने अपने गोल की चौकसी करते हुए गोलरेखा पर गलती की और इस पर मिले पेनल्टी स्ट्रोक को चेन जिया ली ने गोल में बदल कर चीन को 1-0 से आगे कर दिया। अगले कुछ मिनट में दोनों टीमों ने बराबर एक दूसरे के गोल पर हमले बोल पेनल्टी स्ट्रोक बनाए लेकिन गोल कोई भी टीम गोल करने में कामयाब नहीं हो पाई।
भारत ने दूसरे क्वॉर्टर का आक्रामक और सकारात्मक आगाज करते हुए लगातार पेनल्टी कॉर्नर जरूर हासिल किए लेकिन एक को भी गोल में नहीं तब्दील कर पाई। नवनीत कौर ने दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से छह पहले बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत को एक-एक गोल की बराबरी दिला दी। नवनीत कौर ने तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से कुछ ही क्षण पहले गोल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। अगले ही क्षण जोंग जिया जी ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर चीन को 2-2 की बराबरी दिला।यू यानन ने चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के छठे मिनट में गोल कर चीन को 3-2 से आगे कर दिया। यू का यह गोल मैच का निर्णायक और आखिरी गोल साबित हुई। भारत की महिला टीम ने मैच खत्म होने से पहले अपनी पूरी ताकत बराबरी पाने में झोंक दी लेकिन बराबरी नहीं पा सकी।
भारत की महिला टीम अब अपने अगले दो मैचों में मेजबान जर्मनी से 18 जुलाई को भारतीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे और 19 जुलाई को रात नौ बजे भिड़ेगी। भारतीय महिला हॉकी टीम इसके बाद स्पेन में स्पेन हॉकी संघ की शताब्दी के मौके पर आयोजित चार देशों के हॉकी टूर्नामेंट में शिरकत करेगी।