भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में हार से आगाज

  • अबीगेल तामेर के गोल से अमेरिका 1-0 से जीता

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : आशंका सही साबित हुई। अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया के चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर होने और अनुभवी ड्रैग फ्लिकर गुरजीत सिंह के साथ दीप फुलबैक ग्रेस एïक्का को रांची में एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वॉलिफायर्स के लिए टीम में न चुनना दुनिया की आठवेंं नंबर की भारतीय महिला टीम को अमेरिका के खिलाफ मैच में भारी पड़ा। अबीगेल तामेर के दूसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में अपने दूसरे प्रयास में डी में दुबारा लपक कर जोरदार वॉली लगा दागे गोल की बदौलत अमेरिका ने मेजबान भारत को 1-0 पूल बी के पहले मैच में हरा कर उससे 2019 के ओलंपिक क्वॉलिफायर्स की हार का हिसाब चुकता कर दिया। वंदना कटारिया को चोट के कारण भारतीय टीम में जगह पाने वाली बलजीत कौर दबाब में अपना नैसर्गिक खेल ही नहीं खेल पाई। अमेरिका की गोलरक्षक केलसे बिंग ने दीपिका के पेनल्टी कॉर्नर को रोक कर बेकार करने के साथ उनकी मैदानी गोल की कोशिश भी नाकाम कर दीँ

अबीगेल के पहले शॉट को भारत की कप्तान व गोलरक्षक ने पैड से रोका लेकिन लौटती गेंद को लपक उन्होंने अमेरिका के लिए मैच का एकमात्र व निर्णायक दागा। भारत को अब सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इटली और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम से हर हाल में अपने बाकी दोनों मैच जीतने होंगे। अमेरिका की महिला टीम ने आक्रामक अंदाज में आगाज किया और खेल के शुरू में तेज शॉट जमा एलिजाबेथ यीगर ने गेंद भारत के गोल में डाल दी लेकिन अंपायर ने उनका यह गोल अमान्य कर दिया। अबीगेल तामेर ने दूसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में गोल कर अमेरिका को 1-0 से आगे कर उसकी निराशा खत्म कर दी। भारत को करीब छह मिनट बाद बराबर पाने का मौका मिला लेकिन इस पर दीपिका के पहले प्रयास पर गेंद अमेरिका की रक्षापंक्ति की खिलाड़ी के पैर पर लगी और भारत को लगातार दो और पेनल्टी कॉर्नर मिले इन्हें उसकी रक्षापंक्ति की खिलाडिय़ों न रोक मेजबान टीम को बराबरी पाने से रोक दिया।

अमेरिका की ब्रुक डेबरडाइन को तीसरे क्वॉर्टर के शुरू में ग्रीन कार्ड मिला लेकिन भारत की अग्रिम पंक्ति इसका लाभ नहीं उठा सकी। भारत को तीसरे क्वॉर्टर मे मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन फिर वह इसका लाभ नहीं उठा। तीसरे और आखिरी क्वॉर्टर में बराबर पाने की कोशिश में जुटी भारतीय महिला टीम को वैष्णवी वि_ïल फाल्के का येलो कार्ड लेकर पांच बाहर जाना बहुत महंगा पड़ा। उदिता ने पेनल्टी कॉर्नर पर स्लैप शॉट से गेंद को गोल में डाला लेकिन अंपायर ने यह कह इसे अमान्य कर दिया गेंद ज्योति के पैर से लगकर गोल में गई। खेल के आखिर में अमेरिका काँ कई पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारत की रक्षापंक्ति ने मुस्तैदी दिखा उसकी बढ़त बनाने की कोशिश नाकाम कर दी।