- चीन की महिला हॉकी टीम ने भारत को सेमीफाइनल में दी 4-0 से शिकस्त
- भारत को सेमीफाइनल में अखरी माहिर ड्रैग फ्लिकर की कमी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी गोलरक्षक सविता पूनिया की अगुआई वाली भारत की महिला हॉकी टीम का हंगजू(चीन) में 19 वें एशियाई खेलों में स्वर्ण जीत सीधे 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने का सपना बृहस्पतिवार को सेमीफाइनल में चीन के हाथों 0-4 हार से टूट गया। भारत की टीम पूल में अपने तीन मैच जीत तथा दक्षिण कोरिया से मैच ड्रॉ खेल चार-चार मैचों में समान रूप से दस-दस अंकों के बाद अपने बेहतर गोल अंतर से शीर्ष पर रहकर सेमीफाइनल में पहुंची थी। अब भारतीय महिला हॉकी कांसे के लिए भिड़ेगी। जियाकी जोंग के दूसरे क्वॉर्टर , मिरोंग जू के तीसरे क्वॉर्टर के अधबीच पेनल्टी कॉर्नर पर तथा मियू लियांग के चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में मैदानी तथा और बिफेंग गू के अंतिम मिनट मेंं अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक-एक गोल की बदौलत चीन की महिला हॉकी टीम ने भारत को पर 4-0 से आसान जीत के साथ फाइनल में स्थान बना स्वर्ण जीत ओलंपिक के लिए सीधे क्वॉलिफाई करने की उम्मीदें बरकरार रखा।
भारत ने तीसरे और आखिरी क्वॉर्टर में पांच पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दूसरे और अंतिम पर नवनीत कौर के इनडायरेक्ट गोल को अमान्य कर दिए। सच तो यही है कि भारत को माहिर ड्रैग फ्लिकर की एशियाई खेलों में सबसे ज्यादा चीन के खिलााफ सेमीफाइनल में अखरी । चीन की महिला टीम ने अपने चार में से तीन गोल पेनल्टी कॉर्नर पर किए और यही उसकी जीत के साथ फाइनल में स्थान बनाने का बड़ा कारण रहा। भारत की टीम तीसरे क्वॉर्टर के आखिर तथा चौथे क्वॉर्टर के शुरू को छोड़ मैदान में कहीं दिखाई ही नहीं पड़ी।
चीन को पहले क्वॉर्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन उम्मीदों के मुताबिक भारत की कप्तान गोलरक्षक सविता ने ली होंग की इनडायरेक्ट इसे गोल में बदलने की कोशिश नाकाम कर दी। भारत की अग्रिम पंक्ति में सलीमा टेटे और संगीता कुमारी दो गेंद को लेकर चीन की डी में पहुंची लेकिन चीन की रक्षापंक्ति की मजबूत दीवार को पार करने में नाकाम रही। चीन की ऑस्ट्रेलियाई चीफ कोच एलिसा अन्नान की भारत के हमलों के वक्त उसकी स्ट्राइकर पर गेंद जाने पर अपनी टीम की तीन खिलाडिय़ो को उनकी चौकसी पर लगाने की नीति कारगर रही।वहीं भारत की रक्षापंक्ति में अनुभवी फुलबैक दीपग्रेस एक्का व सुशीला चानू के साथ गोलरक्षक सविता पूनिया ने पूरी मुस्तैदी दिखाई। बदकिस्मती से चीन को मिले चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर वह जियाकी जोंग के पेनल्टी कॉर्नर का कोण भांपने से चूक गोल खा गई। भारत के लिए गोल करने का पहला बढिय़ा अभियान दाएं से सलीमा टेटे ने मैच के 14 वें मिनट में बनाया लेकिन पूरी की पूरी चीनी टीम ने अपने किले की चौकसी पर आकर उनकी गोल करने की कोशिश नाकाम कर दी। पहले क्वॉर्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। चीन ने दूसरे क्वार्टर के दसवें मिनट जियाकी जोंग ने चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
मियू लियांग ने चीन को मैच का पांचवां दिलाया लेकिन इसे रोकने पर फिर मिले पेनल्टी कॉर्नर को मिरोंग जू ने गोल में बदल कर चीन को 40 वें मिनट मे 2-0 से आगे कर दिया। मियू लियांग ने खेल खत्म होने से पांच मिनट पहले बेहतरीन मैदानी गोल कर अंतिम मिनट में आखिरी पेनल्टी को ड्रैग फ्लिकर बिंगफेंग गू ने गोल में बदल कर चीन को 4-0 से जीत दिला दी।