भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाक सेना के छक्के छुड़ाए

India's air defense system gave a tough time to Pakistan army

इंद्र वशिष्ठ

भारतीय सेनाओं ने देश की सुरक्षा के लिए एयर डिफेंस सिस्टम की एक ऐसी दीवार खड़ी कर दी है, जिसे भेदना दुश्मन के लिए नामुमकिन है।

पाकिस्तान जिम्मेदार-
ऑपरेशन सिंदूर में एयर ऑपरेशन के डायरेक्टर जनरल एयर मार्शल एके भारती ने सोमवार को कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के ख़िलाफ़ थी। इसलिए सात मई को सेनाओं ने केवल आतंकवादी ठिकानों पर ही हमला किया।

लेकिन अफ़सोस इस बात का है कि पाकिस्तान ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा। इस परिस्थिति में हमारी जवाबी कार्रवाई अत्यंत आवश्यक थी। इससे पाकिस्तान का जो भी नुकसान हुआ, वे खुद ही इसके लिए जिम्मेदार हैं।

पाप का घड़ा भर गया-
मिलिट्री ऑपरेशन के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने इस युद्ध के अहम पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें ऑपरेशन सिंदूर के एयर डिफेंस की कार्रवाई को एक संदर्भ में समझने की आवश्यकता है।

डीजीएमओ राजीव घई ने कहा कि पिछले कुछ सालों में आतंक की गतिविधियों के करैक्टर में कुछ बदलाव आ रहा था। अब हमारी सेना के साथ-साथ मासूम नागरिक, जो कि अपना बचाव करने में विफल थे। उन पर भी हमले हो रहे थे।

साल 2024 में जम्मू में शिव खोरी मंदिर जाते हुए यात्रियों और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में मासूम पर्यटकों पर हमले इस खतरनाक ट्रेंड के विशेष उदाहरण हैं।

पहलगाम तक पाप का ये घड़ा भर चुका था।

मजबूत एयर डिफेंस-
डीजीएमओ राजीव घई ने बताया कि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले एलओसी और इंटरनेशनल बाउंड्री को पार किए बिना किए गए थे। इसलिए हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का वार भी बार्डर के उस पार से ही होगा। इसलिए हमने अपनी एयर डिफेंस की पूरी तैयारी पहले से ही कर ली थी।

बहुस्तरीय एयर डिफेंस-
हमारी इंवेंटरी में शामिल काउंटर मैनड एरियल सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉर फेयर साधन और एयर डिफेंस वेपन का एयर फ़ोर्स के इसी प्रकार के सिस्टम के साथ अनोखा मिश्रण किया गया। इसलिए जब-जब पाकिस्तानी एयर फ़ोर्स ने भारत की एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स इंस्टालेशन में 9-10 मई की रात को लगातार हमले किए, वो इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हो गए।

अंतरराष्ट्रीय सीमा से राडार, काउंटर अनमैनड एरियल सिस्टम, शोल्डर फायर वेपन, विंटेज एयर डिफेंस वेपन, जो कि काफी सालों से हमारी सेना में है और माडर्न एयर डिफेंस वेपन सिस्टम आदि की बहुस्तरीय वायु सुरक्षा व्यवस्था हैं।

दुश्मन बचना नामुमकिन-
डीजीएमओ राजीव घई ने कहा कि ऐसे में कोई मौका नहीं था कि पाकिस्तान एयर फ़ोर्स मल्टी लेयर डिफेंस को पार करके पीछे हमारी एयर फील्ड या लॉजिस्टिक इंस्टालेशन को टारगेट कर पाए।

अगर वह इस सारे सिस्टम को पार कर भी गए, तो फिर भी उनको एयर फील्ड या इंस्टालेशन, जो भी चीज़ वह टारगेट कर रहे हैं। उस पर पहुंचने से पहले कोई न कोई इस मल्टी लेयर ग्रिड का सिस्टम जरूर गिरा देगा। पाकिस्तानी एयर फील्ड की दुर्दशा सबने देखी है। जबकि भारत की एयर फील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल है।

यहीं नहीं पाकिस्तान के ड्रोन और वेपनाइज यूएवी से की गई हमलावर कोशिश भी इस सुरक्षा ग्रिड के कारण नाकाम हुई। जो बचे खुचे ड्रोन थे उन्हें हमारे शोल्डर फायर हथियारों से मार गिराया गया।

बीएसएफ की भूमिका-
डीजीएमओ ने कहा कि बार्डर पर तैनात बीएसएफ के जवान भी इस अभियान में बढ़ चढ़ कर शामिल हुए और बहुत बहादुरी से सेना का साथ दिया। बीएसएफ का काउंटर अलार्म सिस्टम भी सेना के एयर डिफेंस ग्रिड का हिस्सा था जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया।