ऑस्ट्रेलिया के लिए खिताब जीतने का मौका, बेल्जियम भी बढिय़ा टीम
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत में अगले साल भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 में मेजबान सहित मौजूदा चैंपियन बेल्जियम सहित 16 टीमें शिरकत करेंगे। भारत में 2010 में नई दिल्ली में हुए एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्ट्राइकर रहे ग्लेन टर्नर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि भारत में 2023 में होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के लिए खिताब जीतने का बड़ा मौका है। मौजूदा चैंपियन बेल्जियम की टीम भी बढिय़ा खेल रही है और नीदरलैंड में भी खिताब तक पहुंचने का माद्दा है। भारत की टीम अपने घर में खेलेगी। भारत को हॉकी विश्व कप में अपने घर में बढिय़ा प्रदर्शन करते देख हमें खुशी होगी। मंै इसलिए ऑस्ट्रेलिया के लिए खिताब अगले साल विश्व कप में खिताब जीतने का मौका इसलिए बता रहा है क्योंकि उसने हाल ही में इसी मैं इसी साल बर्मिंघम में राष्टï्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता है और उसकी टीम खासी बेहतरीन है। मैं जानता हूं कि ऑस्ट्रेलिया की टीम किस तरह जीतने के मकसद से ट्रेनिग करती है और उसकी बेसिक्स अच्छी होने के साथ वह आधारभूत रूप से भी खासी बढिय़ा है। ऑस्ट्रेलिया की यही चीजें उसे बाकी टीमों से अलग करती है। बेल्जियम की टीम भी खासी बढिय़ा है और इस समय बेहतरीन खेल भी रही है। बेल्जियम की टीम को हराना खासा मुश्किल होगा। नीदरलैंड में भी खिताब तक पहुंचने का माद्दा है। यदि नीदरलैंड की टीम अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन करने में सफल रही तो वाकई अच्छा होगा।’
दो बार के ओलंपिक ऑस्ट्रेलिया की नुमाइंदगी कर चुके ग्लेन टर्नर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 136 अंतर्राष्टï्रीय हॉकी मैच खेले और 96 गोल दागे । भारत में हॉकी खेलने के अपने अनुभव की बाबत ग्लेन टर्नर ने कहा, ‘मुझे भारत से प्यार है। मुझे भारत में हॉकी इंडिया लीग में खेलना पंसद है। भारत का हॉकी में फिर शिखर की ओर बढऩा शानदार हैे और उसके लिए और आगे बुलंदी की ओर बढऩे का मौका है। भारत का अपने घर में विश्व कप में अपने घर में खेलने का लाभ मिलेगा। मुझे भारत को इस विश्व कप में और आगे तक जाते हुए खुशी होती है।’
ग्लेन टर्नर ऑस्ट्रेलिया की 2010 में नई दिल्ली (भारत) और 2014 में हेग(नीदरलैंड) में लगातार दो महिला हॉकी विश्व कप और 2019 में राष्टï्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतनें वाली हॉकी टीम के सदस्य रहे । ऑस्ट्रेलिया ने भारत में 2010 में नई दिल्ली में हॉकी विश्व कप में 2-3 से हार से आगाज किया और समापन जर्मनी को फाइनल में 2-1 से हरा खिताब जीत कर किया। ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को पूल मैच में, सेमीफाइनल में नीदरलैंड और फाइनल में जर्मनी को 2-1 से समान अंतर से हराया था। तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पूल मैच में 5-2 से हराया था। 2010 में अपनी खिताबी जीत और फाइनल की बाबत ग्लेन टर्नर बताते हैं, ‘हमने जर्मनी के खिलाफ मिले मौकों को भुनाया। जब पलट कर इस बाबत सोचता हूं तो महसूस करता हूं कि छोटी छोटी चीजें बहुत अहम है क्योंकि ज्यादातर मैच बेहद करीबी और आसान कतई नहीं रहे थे।मुझे पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बादअपने चीफ कोच रिक चाल्र्सवर्थ से हुए विवाद की याद आज भी ताजा है। मैं तब खुद अपने शरीर को कुछ बचा रहा और मैं पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अच्छा नहीं खेला था। तब मेरे कोच ने इस मैच में मेरे खेल की बाबत साफ साफ बताया था। ऑस्ट्रेलिया की इन शानदार प्रदर्शन करने वाली टीमों का हिस्सा रहना मेरे लिए बढिय़ा अनुभव रहा। जब मै ऑस्ट्रेलियाई टीम में आया तब हमारी टीम हर टूर्नामेंट जीत रही थी। मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूं कि मैं जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम में आया वह सुपरस्टारों से भरी थी। हमने टीम में जीत की संस्कृति विकसित की।’