भारत एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में अभियान द. कोरिया के खिलाफ मैच से शुरू करेगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत क्वालालंपुर (मलयेशिया) में 5 से 16 दिसंबर तक होने वाले 13 वें एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में पूल सी में अपने अभियान का आगाज टूर्नामेंट के पहले दिन दक्षिण कोरिया के खिलाफ मैच से करेगा पहले दिन 12 टीमें खेलती दिखेंगी। भारत की टीम पिछले 2021 के संस्करण में अपने घर में भुवनेश्वर में फ्रांस से हार कर चौथे स्थान पर रही थी। जवाबी हमले में यकीन करने वाले भारत और कनाडा के सामने पूल सी में बेहद मजबूती से चौकसी करनी करने वाले स्पेन के साथ स्ट्रक्चर के साथ हमले बनाने वाली दक्षिण कोरिया की टीम होगी। जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में शिरकत करने वाली कुल 16 टीमों को चार-चार टीमों के चार पूल ए, बी, सी, डी में बांटा गया है। मलयेशिया तीसरी बार एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा। मलयेशिया ने पहली बार 1992 में क्वालालंपुर में, 1989 में इपोह में और 2009 में जोहोर में जूनियर पुरुष हॉकी विश्व के क्रमश: दूसरे, चौथे और नौवें संस्करण की मेजबानी की थी।

मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना की टीम पूल ए में चिली, मलयेशिया और पूर्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के साथ है। कोरोना के चलते ऑस्ट्रेलिया ने पिछले भारत में हुए संस्करण में शिरकत नहीं की थी।

2021 के जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के संस्करण की उपविजेता जर्मनी, भारत को हरा कर कांस्य पदक जीतने वाली फ्रांस और मिस्र और दक्षिण अफ्रीकी जैसे अफ्रीकी टीम पूल बी में हैं।

पूल डी में यूरोप की बेल्जियम और नीदरलैंड जैसी मजबूत टीमों के साथ न्यूजीलैंड और पाकिस्तान की टीमेें है। पाकिस्तान को छोड़ पूल डी में कोई भी टीम अभी तक जूनियर विश्व कप अब तक जीत नहीं पाई है। पाकिस्तान की टीम 1979 में जूनियर एफआईएच पहले संस्करण को छोड़ कर कभी स्वर्ण पदक नहीं जीत पाई है। इस पूल की चारों टीमें ही इस बार अगले महीने क्वालालंपुर में होने वाले जूनियर विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहेंगी।