हॉकी विश्व कप में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद चीफ कोच रीड ने दिया इस्तीफा

  • एनालिटिकल कोच क्लार्क और साइंटिफिक एडवाइजर पेमबर्टन ने भी छोड़ा पद
  • हॉकी इंडिया ने तीनों का इस्तीफा स्वीकार किया

सत्येन्द्र पाल सिंह

भुवनेश्वर : चीफ कोच ग्राहम ने रविवार को यहां खत्म हुए 15 वें हॉकी विश्व कप में भारत के निराशाजनक ढंग से नौंवे स्थान पर रहने के बाद अपने विदेशी सपोर्ट स्टाफ एनालिटिकल कोच ग्रेग क्लार्क और साइंटिफिक एडवाइजर मिचेल डेविड पेमबर्टन के साथ अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने इन तीनों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। सच तो यह है कि पदक जीतने के दावेदार के रूप में भारतीय टीम के निराशाजनक ढंग से विश्व कप में नौंवे स्थान पर रहने के बाद रीड सभी के निशाने पर थे और उन्हें यह आभास हो गया था कि उन्हें पद से हटा दिया जाएगा। इसी लिए रीड ने अपना छाृडऩे का फैसला किया।
2019 में भारत के चीफ हॉकी कोच का पद संभालने वाले रीड ने कहा, ‘मेरे लिए अब आगे बढऩे और यह जिम्मेदारी आने वाले नए प्रबंधन का वक्त है। भारतीय टीम और हॉकी इंथडया के साथ काम करना मेरे लिए फख्र की बात है। मैं भारतीय टीम को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’

इससे पहले हॉ़की इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की और महासखिव भोलानाथ सिंह भारतीय खिलाडिय़ों से मिले और टीम के प्रदर्शन का आकलन अैर आगे की रणनीति का आकलन किया। रीड के मार्गदर्शन में भारत ने 41 बरस बाद कांसे के रूप में ओलंपिक में पहला पदक जीता और बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में रजत तथा एफआईएच प्रो हॉकी लगी 2021-22 मे तीसरा स्थान पाया।
रीड का इस्तीफा स्वीकार करते हुए हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा, ‘ हम रीड और उनके सपोर्ट स्टाफ के भारत को अच्छे नतीजे दिलाने के लिए आभारी हैं। रीड ने भारत को अपने मार्गदर्शन में कांसा जिताया। अब हमें अपनी टीम के नई सोच की जरूरत है।