भारत की कोशिश लगातार दूसरी जीत के साथ सीधे क्वॉर्टर फाइनल में पर्हुंचने की

  • इंग्लैंड के खिलाफ भारत को चिंतन कर नई रणनीति से उतरना होगा
  • स्पेन के खिलाफ की गलतियों से भारत को बचना होगा
  • ड्रैग फ्लिकर अंसल को रोकने के लिए पाठक व श्रीजेश को मुस्तैदी दिखानी होगी

सत्येन्द्र पाल सिंह

राउरकेला : कप्तान हरनमप्रीत सिंह बेशक इस बात से खुश होंगे भारत ने उनकी अगुआई में मजबूत स्पेन के खिलाफ 15वें एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप में 2-0 से जीत के साथ आगाज किया। दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत की कोशिश अब मजबूत इंग्लैंड को भी हरा लगातार दूसरी जीत के साथ पूल में डी शीर्ष पर रहकर सीधे क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचने की है।भारत को इंग्लैंड के खिलाफ रविवार के अहम मैच में चिंतन- मनन कर नई रणनीति से उतरना होगा। दुनिया के सबसे खतरनाक ड्रैग फ्लिकर के रूप में उतर हरमनप्रीत सिंह का स्पेन के खिलाफ टीम को मिले छह पेनल्टी कॉर्नर में चार खुद लेने के बावजूद एक को भी गोल में न बदल पाना और एक पेनल्टी स्ट्रोक पर चूकना जरूर अपनी रणनीति की बाबत नए सिरे से सोचने के मजबूर करेगा। पिछले लगातार तीन विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली इंग्लैंड के खिलाफ भारत को रविवार को पूल डी के अहम मैच में अलग रणनीति से उतरना होगा। भारत और अभिषेक को स्पेन के खिलाफ पहले मैच में तीसरे क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक पहले पीला कार्ड लेकर दस मिनट के लिए बाहर बैठने की गलती इंग्लैंड के खिलाफ दोहराने से बचना होगा। भारत को इंग्लैंड के बीच रविवार को यहां बिरसामुंडा स्टेडियम में बेहद रोचक संघर्ष की आस है।

इंग्लैंड की पूल की सबसे कमजोर मानी जा रही वेल्स पर शुक्रवार करश 5-0 से जीत में उसके ड्रैग फ्लिकर लियाम अंसल ने पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल कर अहम भूमिका निभाई थी। इंग्लंैड के असंल को गोल करने से रोकने के लिए भारत के उपकप्तान अमित रोहिदास को बतौर ‘रशर’ और गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक को स्पेन के खिलाफ पहले मैच की मुस्तैदी दिखाई होगी। भारत की मध्यपंक्ति में खासतौर पर हार्दिक सिंह और शमशेर सिंह को इंग्लैंड के फिल रोपर, सैम वॉर्ड और बांडुरक निकोलस जैसे स्ट्राइकरो की त्रिमूर्ति के हमले अपनी 25 गज की बाहर ही रोकने होंगे। भारत की रक्षापंक्ति में खुद कप्तान हरमनप्रीत और सुरृेन्दर कुमार को न अमित रोहिदास के साथ मिलकर इंग्लैंड के हमले नााकाम करने होंगे।

भारत ने स्पेन पर जीत से पूरे तीन अंक लेने के साथ यह भी सबक लिया होगा कि हॉकी के इस सबसे बड़े मंच पर जरा सी भी चूकी की गुंजाइश नहीं है। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ हर क्षण पूरी तरक चौकस होकर रहने की जरूरत है। जरा सी ढील भारतीय टीम को अर्श से फर्श पर ला सकती है। भारत शुरू के लिए अच्छी बात यह है कि वह शुरू के दो क्वॉर्टर यानी पहले हाफ में पूरी तरह हावी रहा। ओडिशा के अपने दो आदिवासी रणबांकुरों फुलबैकं उपकप्तान अमित रोहिदास ने हरमनप्रीत के शॉट पर लौटती गेंद पर गोल कर और अपने चयन को लेकर सवालों के घेरे में रहे फुलबैक नीलम संजीप खेस ने अहम पेनल्टी कॉर्नर दिलाया। भारत के लिए अच्छी बात यह रही कि लिंकमैन के रूप में सदाबहार आकाशदीप सिंह ने नौजवान स्ट्राइकर अभिषेक, अनुभवी मनदीप और ललित उपाध्याय के लिए आगे बराबर गेंद बढ़ा दोनों को स्पेन पर हमले बोलने में मदद की थी। भारत के लिए मध्यपंक्ति में आक्रामक सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद को लिंकमैन आकाशदीप और शमशेर सिंह के साथ गेंद को स्ट्राइकर अभिषेक ,मनदीप और ललित उपाध्याय की त्रिमूर्ति के साथ आगे बढ़ा गोल करने और पेनल्टी कॉर्नर दिलाने में मदद करने के साथ खुद भी दोनों छोर से इंग्लैंड के गोल पर शुरू से हमले बोलने होंगे।

रविवार के मैच:
स्पेन वि. वेल्स (दोपहर बाद तीन बजे से)
भारत चि. इंग्लंैंड (शाम 7 बजे से)