- भारत के ऋतुराज,यशस्वी और तिलक जैसे बल्लेबाज कसौटी पर होंगे
- स्टर्लिंग-बलबर्नी के लिए भारत के बुमराह व प्रसिद्ध से पार पाना आसान नहीं
- सुंदर व बिश्नोई में आयरलैंड के बल्लेबाजों को स्पिन के जाल में फंसाने का दम
- भारत के बल्लेबाजों को लिटिल, अडेयर व डॉकरेल से चौकस रहना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत की निगाहें मालाहाइड(डबलिन) में शुक्रवार को पहले टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच से शुरू हो रही तीन मैचों की सीरीज में चोट के बाद ऑपरेशन करा फिट होकर वापसी करने वाले कप्तान तेज गेंदबाज और प्रसिद्ध कृष्ण की गेंदबाजी पर रहेंगी। बुमराह और प्रसिद्ध कृष्ण के लिए मेजबान आयरलैंड के खिलाफ यह टी-20 सीरीज अपने देश में शुरू हो रहे आईसीसी वन डे विश्व कप से पहले यह साबित करने का मौका है कि वे अब ‘मैच फिट’ हैं। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बीते बरस घरेलू सीरीज में सितंबर में टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने के बाद से भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला है। बुमराह न्यूजीलैंड में अपनी पीठ की सर्जरी कराने के बाद के बाद पिछले करीब ढाई महीने से एनसीए में धीमे-धीमे गेंदबाजी की अपनी पूरी लय पाने में जुटे थे। एनसीए में वीवीएस लक्ष्मण खासतौर पर बुमराह की चोट के बाद बतौर गेंदबाज प्रगति से संतुष्ट नजर आए और इसी कारण उन्हें आयरलैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में चुना गया। भारत ने आयरलैंड से बेशक अपने पिछले सभी पांचों टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच जीते हैं। भारत को मौजूदा टी-20 सीरीज में मेजबान आयरलैंड के खिलाफ अपना वर्चस्व बनाया रखना है तो उसके ऋतुराज गायकवाड़, यशस्वी जायसवाल और तिलक वर्मा जैसे नवोदित बल्लेबाजों को कसौटी पर खरा उतरना होगा।
हार्दिक पांडया की अगुआई में भारत ने दीपक हुड्डा के शतक की बदौलत डबलिन के इसी मैदान पर बीते बरस जून में दो टी-20 मैचों की सीरीज का दूसरा व आखिरी मैच मात्र चार रन से जीत सीरीज 2-0 से अपने नाम की थी। भारत को आयरलैंड के कप्तान पॉल स्टर्लिंग और एंडी बलबिर्नी की सलामी जोड़ी के साथ , हैरी टैक्टर, जॉर्ज डॉकरैल और मार्क एडेयर कर्टिस कैम्फर जैसे बल्लेबाजों से चौकस रहना होगा।भारत के खिलाफ पिछले और आखिरी टी-20 मैच में शतकीय भागीदारी करने वाले स्टर्लिंग और बलबिर्नी की सलामी जोड़ी के लिए चोट के बाद वापसी करने वाले भारत के कप्तान तेज गेंदबाज बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा , अर्शदीप सिंह के साथ शिवम दुबे जैसे तेज गेंदबाजों की चौकड़ी से पार पाना आसान नहीं होगा। साथ ही भारत के ऑफ स्पिन ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर, लेग स्पिनर रवि बिश्नोई के साथ तिलक वर्मा अपनी कामचलाउ ऑफ स्पिन और यशस्वी जायसवाल लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी से आयरलैंड के बल्लेबाजों को स्पिन का जाल बुनकर उसमें फसाने का दम रखते हैं।
भारत ने कप्तान बुमराह को छोड़ आयरलैंड के खिलाफ इस तीन टी-20 मैचों की सीरीज के लिए दूसरे भी नहीं बल्कि तीसरे दर्जे की टीम उतारी है। बुमराह की अगुआई में भारत ने इस आयरलैंड दौरे के लिए अपनी करीब करीब वही तीसरे दर्जे की टीम चुनी है, जो उन्हें छोड़ अगले महीने हांगजू (चीन) में सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ की अगुआई में एशियाई खेलों में खेलेगी। भारत की हार्दिक पांडया की अगुआई में वेस्ट इंडीज से उसके घर में पांच टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज 2-3 से हारने वाली टीम में सबसे ज्यादा 173 रन बना सीरीज की खोज रहे बाएं हाथ के शीर्ष क्रम के नवोदित बल्लेबाज तिलक वर्मा और दमदार प्रदर्शन करने वाले यशस्वी जायसवाल के लिए आयरलैंड के खिलाफ यह टी-20 सीरीज अपने ही घर में होने वाले वन डे विश्व कप के लिए अपनी दावेदारी और मजबूत करने का मौका होगा। भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ ने अपनी टीम की वेस्ट इंडीज के हाथों टी-20 सीरीज हारने के बाद इस बात की जरूरत बताई कि टीम को अगले टी-20 विश्व कप के लिए ऑलराउंडरों की ज्यादा जरूरत है। खासतौर पर क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट यानी टी 20 में उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ इस टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में वापसी करने वाले वाशिंगटन सुंदर और शिवम दुबे को आजमाने की पैरवी की है। साथ ही बल्ले के साथ गेंद से भी दो-दो ओवर फेंकने में सक्षम बल्लेबाज को बतौर गेंदबाज ज्यादा तवज्जो देने की बात की थी।
भारत की बल्लेबाजी आयरलैंड के खिलाफ ऋतुराज गायकवाड़, यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा, विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के साथ आईपीएल में निचले मध्यक्रम में उतर कर धमाल मचाने वाले रिंकू सिंह पर निर्भर करेगी। साथ ही बतौर ऑलराउंडर शिवम दुबे और वाशिंगटन सुंदर से भारत मध्यक्रम में बड़ी पारी की आस करेगा। भारत के बल्लेबाजों को आईपीएल में खेल चुके आयरलैंड के तेज गेंदबाज जोश लिटिल और बॉलिंग ऑलराउंडर मार्क अडेयर ,बेन व्हाइट के साथ स्पिन ऑलराउंडर जॉर्ज डॉकरेल से चौकस रहना होगा।
मैच का समय : शाम साढ़े सात बजे से।