भारत की निगाहें हांगकांग पर भी जीत के साथ सुपर 4 में जगह बनाने पर

  • हांगकांग के लिए भारत को रोकना बेहद मुश्किल होगा
  • रोहित और केएल राहुल के लिए लय पाने के लिए अहम मैच
  • भुवी और हार्दिक के सामने हांगकांग के निजाकत के लिए आते ही दे दना करना मुश्किल

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : फिट हार्दिक पांडया के गेंद और बल्ले तथा स्विंग के चतुर उस्ताद भुवनेश्वर कुमार द्वारा चटकाए चार विकेट से चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर रोमांचक मैच में दो गेंदों के बाकी रहते पांच विकेट से जीत से आगाज करने के बाद भारत की निगाहें अब कमजोर हांगकांग पर भी दुबई में जीत के साथ पूल ‘एÓ में शीर्ष पर रह एसीसी एशिया कप क्रिकेट में सुपर 4 में जगह बनाने पर लगी हैं। भारत को शुरू से ही दे दनादन की नई रणनीति शहीन शाफ अफरीदी की गैर मौजूदगी के बावजूद रफ्तार की नई सनसनी नसीम शाह से सज्जित पाकिस्तान के तूफानी आक्रमण के खिलाफ बदलनी पड़ी। भारत अपने पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ शुरू से दे दनादन की रणनीति को छोड़ शुरू में संभल कर खेला। भारत की शुरू से दे दनादन की रणनीति तभी कारगर मानी जा सकती है जब यह रफ्तार के सौदागरों से सज्जित ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ जीतने में कामयाब हो।

फिर भी मौजूदा चैंपियन भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जिस दमदार ढंग से आगाज किया है उसके मद्देनजर ज्यादातर प्रवासी पाकिस्तानी और भारतीय क्रिकेटरों से सज्जित हांगकांग के लिए उसे रोकना बेहद मुश्किल होगा। मौजूदा चैंपियन भारत के कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान केएल राहुल को पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में जिस तरह रनों के लिए जूझना पड़ा उसके मद्देनजर हांगकांग के खिलाफ बुधवार का मैच आगे के अहम मुकाबले के लिए लय पाने के लिहाज से अहम रहेगा। विराट कोहली पाकिस्तान के खिलाफ 35 रन बना जमने के बाद जिस तरह का लापरवाह शॉट खेल बड़ी पारी खेलने से चूके थे उससे वह हांगकांग के खिलाफ मैच में इससे सबक लेकर फिर अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में शतक की राह पर लौटने की कोशिश करेंगे। भारत के कप्तान रोहित शर्मा हालांकि पहले ही साफ कर चुके हैं कि ऑस्ट्रेलिया में 16 अक्टूबर से 13 नवंबर तक होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले सभी विकल्पों के आजमाने के मकसद से प्रयोगों का सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत बुधवार को हांगकांग के खिलाफ पाकिस्तान के खिलाफ खेलने वाली एकादश के साथ ही उतरता है या फिर बदलाव कर विकेटकीपर दिनेश कार्तिक की जगह ऋषभ पंत को अथवा आवेश खान की जगह ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीपक हुड्डïा, रविचंद्रन अश्विन या लेग स्पिनर रवि बिश्नोई में किसी एक शामिल कर दो लेग स्पिनर के साथ। एक सवाल यह भी रहेगा कि क्या भारत लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउडंर जडेजा और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को बाहर रख कर ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन और लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को एकादश में बुधवार को हांगकांग के खिलाफ मौका देगा। एक दिलचस्प बात यह है कि भारत को चार बरस पहले हांगकांग के खिलाफ करीबी मैच में जीत दिलाने में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने पांच विकेट बांट अहम भूमिका निभाई थी।

भारत अब तक एशिया कप में हांगकांग से पिछले दोनों मुकाबले तब जीता था जब यह वन डे फॉर्मेट में खेला गया। बेशक हांगकांग किसी भी लिहाज से भारत के पासंग नहीं है। फिर भी चार बरस पहले दुबई में ही भारत को हांगकांग पर 26 रन से जीत के लिए जिस तरह पसीना बहाना पड़ा उससे वह उसे हल्के में तो कतई नहीं लेना चाहेगा। हांगकांग ने जिस तरह अपने यूएई को कुवैत को टी-20 फॉर्मेट में खेले गए क्वॉलिफायर में आठ विकेट से हरा एशिया कप में जगह बनाई उससे हौसले बुलंद होंगे । हांगकांग अब अपनी ओर से भारत के खिलाफ जीत के लिए कोई कसर नहीं छोडऩा चाहेगा। एक दिलचस्प बात यह है कि मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा हांगकांग के खिलाफ दोनों मैचों अच्छे आगाज के बावजूद 25 रन तक नहीं पहुंच पाए है और कुल 45 रन बना पाए हैं। भारत के शीर्ष क्रम में सदाबहार रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्य कुमार यादव और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का बल्ला चला तो हांगकांग के खिलाफ हार्दिक और दिनेश कार्तिक(बशर्ते फिर पंत को बाहर रखा जाए) के बल्लेबाजी का नंबर आने की उम्मीद नहीं है।

हांगकांग की बुुधवार के मैच में खेलने उतरने वाली टीम में भारत से चार बरस हारने वाली टीम के फिलहाल रंग में चल रहे पाकिस्तान में जन्मे कप्तान ओपनर निजाकत खान, बाबर हयात, ऑफ स्पिनर अहसान खान, मध्यम एजाज खान और मुंबई में जन्में ऑलराउंडर उपकप्तान किंचित शाह सहित आधा दर्जन खिलाड़ी हैं। भारत की मौजूदा टीम में कप्तान रोहित शर्मा, दिनेेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल जैसे चार खिलाड़ी हैं। चार बरस पहले हांगकांग के लिए 92 रन की दमदार पारी खेलने वाले मौजूदा कप्तान निजाकत खान, ऑफ स्पिनर किंचित शाह(3/39) का दिन रहा तो ये दोनों ओपनर यासीम मुर्तजा के साथ मिलकर भारत को टक्कर दे सकते हैं। चतुर भुवनेश्वर कुमार की अगुआई में हार्दिक पांडया और बाएं हाथ के अर्शदीप सिंह की भारत के तेज गेंदबाजों की त्रिमूॢत के सामने अनुभवी निजाकत खान और यासीम मुर्तजा की सलामी जोड़ी, बाबर हयात और किंचित शाह के लिए आते ही दे दनादन करना बड़ी चुनौती होगा। भारत के लिए लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल, लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा और दीपक हुड्डïा, रविचंद्रन अश्विन और बिश्नोई में से जो कोई मौका पाए मिडलओवरों में मध्यक्रम पर हांगकांग पर दबाव बना उसे बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोकने का दम है। कप्तान निजाकत खान ने चार बरस पहले की तरह अपने इस बार सलामी जोड़ीदार यासीम मुर्तजा के साथ मिलकर ऐसी ही बड़ी भागीदारी की फिराक में होंगे। भारत के भुवनेश्वर, हार्दिक और अर्शदीप जैसे तेज गेंदबाज की त्रिमूर्ति जिस तरह ‘शॉर्ट पिचÓ गेंदों से कहर बरपा रही उससे हांगकांग के लिए शुरू में बड़ी भागीदारी करना मुश्किल होगा। हांगकांग बड़ी भागीदारी यदि करने में कामयाब रहा और उसके बाद अचानक पारी लडख़ड़ाने पर पारी संभालने के लिए अनुभव की कमी उसकी कमजोर कड़ी है।
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भारत की एक एकतरफा जीत, दूसरे में जीत के लिए पसीना आया
2008 में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (109) और सुरेश रैना (101)के शतकों और गौतम गंभीर(51) और वीरेन्द्र सहवाग (78) के अद्र्बशतकों से भारत(4 विकेट पर 374 रन) ने हांगकांग (118) को वन डे फॉर्मेट में खेले गए एशिया कप में कराची में 256 रन से करारी शिकस्त दी थी। तथा लेग स्पिनर पीयूष चावला (4/23) और वीरेंद्र सहवाग (2/5) ने स्पिन का जाल बुल हांगकांग को सस्ते में ढेर किया था। चार बरस पहले मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में कमजोर कही जाने वाली इसी हांगकांग को 2018 में दुबई में बड़े स्कोर वाले मैच 26 रन से हराने में पसीना आ गया था। शिखर धवन के शतक और अंबाटी रायूडु के अद्र्धशतक से भारत ने 50ओवर में 7 विकेट पर 285 रन बनाए थे। तब भारतीय मूल के ऑफ स्पिनर किंचित शाह(3/39) हांगकांग के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे थे। जवाब में कप्तान ऐशी रथ (73 ) और अब मौजूदा संस्करण के कप्तान निजाकत खान(92) ने पहले विकेट की 174 रन की भागीदारी के बावजूद हांगकांग की टीम निर्धारित 50 ओवर में 259 रन बना बहुत करीब आकर जीत से चूक गई। लेग स्पिनर कुलदीप यादव के रथ को आउट कर पहली विकेट की भागीदारी को तोडऩे के बाद हांगकांग की टीम रथ सहित चार विकेट मात्र 25 रन के भीतर गंवा कर राह से ऐसी भटकी संभल नहीं पाई।तेज गेंदबाज खलील अहमद (3/48), लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (3/46) और कुलदीप यादव (2/42) ने गेंदबाजी इकाई के रूप दमदार प्रदर्शन कर चार बरस पहले एशिया कप में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
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बुधवार मैच का समय : शाम साढ़े सात बजे से