- भारत अंडर 19 की जीत में कार्तिकेय का हरफनमौला खेल, म्हात्रे का अर्द्धशतक
- भारत अंडर 19 ने जापान अंडर 19 को 211 रन से दी करारी शिकस्त
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान मोहम्मद अमान के बेहतरीन शानदार अविजित शतक ,सलामी बल्लेबाज आयुष म्हात्रे के अर्द्धशतक तथा केपी कार्तिकेय ((57 रन, 49 गेंद, एक छक्का, पांच चौके, 2/21) के हरफनमौला खेल की मदद से भारत ने जापान को सोमवार को 211 रन से हरा कर अंडर 19 एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में शारजाह में ग्रुप ए के मैच में अपनी पहली जीत दर्ज की। भारत अपने पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से कड़े संघर्ष में 43 रन से हार गया था।
सलामी बल्लेबाज आयुष म्हात्रे (54 रन, 29 गेंद, चार छक्के, छह चौके) और 13 बरस के बाएं हाथ के वैभव रघुवंशी (23 रन,23 गेंद, एक छकका, तीन चौके) की सलामी जोड़ी ने तेज शुरुआत कर भारत के लिए पहले विकेट के लिए 65 रन जोड़े। वैभव के स्पिनर चार्ल्स हिंजी की गेंद को उड़ाने के फेर में बाउंड्री पर कप्तान कोजी एबे के हाथों लपके जाने से उनकी और आयुष की पहली विकेट की भागीदारी टूटी। आयुष म्हात्रे जापान के तेज गेंदबाज आरव तिवारी की गेंद को उड़ाने की कोशिश में तिमोथी मूर को कैच थमाया और भारत ने दूसरा विकेट 81 रन पर गंवाया। कप्तान मोहम्मद अमान (122 रन, 117 गेंद, सात चौके) की तीसरे विकेट के लिए सी आंद्रे सिद्धार्थ (35 रन, 48 गेंद, 2 चौके) के साथ तीसरे विकेट की 58 तथा के पी कार्तिकेय (57 रन, 49 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) के साथ चौथे विकेट की 122 रन तथा हार्दिक राज (25 रन, 12 गेंद, दो छक्के, एक चौका) के साथ सातवें विकेट की अविजित अर्द्धशतकीय भागीदारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पार निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट पर 339 रन का विशाल स्कोर बनाया। जापान के दो सबसे कामयाब गेंदबाज ऑफ स्पिनर हयूगो कैली (2/42) ने पहले तेजी ड्राइव करने गए सिद्धार्थ को अपनी ही गेंद पर लपका और फिर कार्तिकेय टिमोथी मूर के हाथों कैच उनकी कप्तान अमान की खतरनाक होती शतकीय भागीदारी को तोड़ा। जापान के दूसरे सबसे कामयाब तेज गेंदबाज यामामोतो लेक (2/84) ने निखिल कुमार ( 12 रन, 17 गेंद, एक चौका) को हाइंज के हाथों कैच कराया जबकि विकेटकीपर हरवंश पंगालिया को उन्होंने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
बाएं हाथ के स्पिनर हार्दिक राज ( 2/ 9) और केपी कार्तिकेय (2/21 ) तथा तेज गेंदबाज चेतन शर्मा(2/14) ने कसी हुई गेंदबाजी कर सलामी बल्लेबाज कैली (50 रन, 111 गेंद, छह चौके ) के अर्द्धशतक और चार्ल्स हाइंज की 68 गेंद खेल दो चौकों की मदद से अविजित 35 रन की पारी के बावजूद जापान को 20 ओवर में आठ विकेट पर 128 रन से रोक कर भारत को मैच जिता दिया। जापान ने मजबूत आगाज के बाद पहले सलामी बल्लेबाज निहार परमार (14 रन, 30 गेंद) और फिर कप्तान कोजी अबे (0) के रूप में दो विकेट चार ओवर में तीन रन के भीतर खो दिए और उसका स्कोर दो विकेट पर 53 रन हो गया। परमार भारत के बाएं हाथ के स्पिनर हार्दिक की तेजी से स्पिन हो भीतर आती गेंद को खेलने से चूके और बोल्ड और गए जबकि लेग स्पिनर केपी कार्ति की नीची रही गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में हो गए। काजूमाता कातो स्टेफर्ड (8 रन, 26 गेंद) निखिल कुमार की गेंद को ड्राइव करने तेज रन के लिए दौड़े लेकिन हार्दिक ने फुर्ती से गेंद को संभाल तेजी से स्टंप बिखेर विकेट बिखेर उन्हें रनआउट कर दिया और जापान ने तीसरा विकेट 26 वें ओवर में 70 रन पर खो दिया। सलामी बल्लेबाज हयूगो कैली ने 108 गेंद खेल कर छह चौकों की मदद से निखिल कुमार की गेंद पर 32 वें ओवर में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। कैली (50 रन, 111 गेंद, छह चौके )अपना अर्द्धशतक पूरा करने के बाद बाएं हाथ के स्पिनर हार्दिक राज की गेंद को ड्राइव करने में फ्लाइट से मात खा गए और उनका पैर जरा ही उपर था और विकेटकीपर हरवंश पंगालिया ने गिल्लियां उड़ा उन्हें स्टंप आउट कर दिया और जापान ने 33 वे ओवर में चौथा विकेट 88 रन पर खो दिया। टिमोथी मूर (1 रन, 16 गेंद) को लेग स्पिनर कार्तिकेय ने एलबीडब्ल्यू आउट किया जबकि आदित्य फड़के (9 रन, 26 गेंद, एक चौका) को तेज गेंदबाज युद्धजीत सिंह ने हार्दिक के हाथों कैच का जापान का स्कोर 46 वें ओवर में छह विकेट पर 119 कर दिया।तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने मैच के आखिरी ओवर में पहली गेंद कीफर यामामोतो लेक (1 रन,12 गेंद) को आयुष महात्रे के हाथों और अगली गेंद पर मैक्स लिन(0) को बोल्ड कर जापान का स्कोर आठ विकेट पर 126 कर दिया।