मनु भाखर ने सरबजोत के साथ भी कांसा जीत रचा इतिहास

India's Manu Bhakhar also created history by winning bronze with Sarabjot

  • मनु ने अपना और भारत का दूसरा कांसा जीता
  • मंगलवार को मंगल ही मंगल के बाद , मनु की नजर पदकों ही हैट्रिक पर

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : गीता में भगवान कृष्ण के अर्जुन को दिए संदेश ’अपना कर्म करो, फल की चिंता मत करो‘ पर भारत की बेहद शांत यंग निशानेबाज मनु भाखर का यकीन उनके बहुत काम आया। साथ ही मनु भााखर के प्रशंसकों की दुआ का भी खूब असर हुआ। भारत की निशानेबाज मनु भाखर और सरबजोत की जोड़ी के लिए पेरिस ओलंपिक में मंगलवार को भी बस मंगल ही मंगल हुआ। 22 बरस की मनु भाखर ने अपने हमउम्र अपने हरियाणा के सरबजोत सिंह के साथ मिलकर पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम स्पर्द्धा में कांसा जीतने के साथ अपना और भारत के लिए दूसरा कांसा जीत इतिहास रच दिया। हरियाणा के झज्जर की मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल की वैयक्तिक स्पर्द्धा में कांसा जीत भारत के मौजूदा ओलंपिक में पदक जीतने का खाता खोला था। वहीं अंबाला धीन गांव के निशानेबाज सरबजोत सिंह पुरुषों की दस मीटर पिस्टल की वैयक्तिक स्पर्द्धा में 577 अंक के साथ नौवें स्थान पर रहकर फाइनल में स्थान बनाने से चूकने की निराशा को पहली बार ओलंपिक में शिरकत कर मनु भाखर के साथ मिलकर10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम में कांसा जीत कर दूर कर दिया। अब मनु भाखर महिलाओं 25 मीटर एयर पिस्टल की वैयक्तिक स्पर्द्धा में भी शिरकत करेंगी और वह इसमें में पदक जीतने के साथ पदकों की हैट्रिक पूरी कर संभवत: इसका रंग और चमकदार ऐसा रिकॉर्ड बना सकती हैं जिस पर वह ही नहीं बल्कि भारत की हर लड़की फख्र कर सकेगी।

मनु भाखर ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम में दक्षिण कोरिया की ली वॉनहो और ओह जिन की जोड़ी से पहली सीरीज गंवाने के बाद अगली सीरीज 8-2 की बढ़त बनाने के बाद जीत वापसी की और अंतत: 16-10 से जीत के साथ भारत को दूसरा कांसा दिलाया। टोक्यो 2022 ओलंपिक की निराशा को भुलाते हुए भारत की मनु भाखर ने पिछड़ने के बाद अपनी सांसों पर काबू करते हुए खुद को एकाग्र का मंगलवार को भारत को दूसरा कांसा दिलाया। भारत की मंगलवार की जीत में मनु भाखर और सरबजोत सिंह ने मिलकर एक दूसरे के साथ कदमताल कर जरा सा लड़खड़ाने पर एक अचूक निशाना लगा भारत को संभाला वह वाकई काबिलेतारीफ है। वहीं इसी स्पर्द्धा के फाइनल में सर्बिया की जोराना अरुनोविच और दामिर मेकिच की जोड़ी ने तुर्किए की सेवल अलाहदा तरहान और युसूफ दिकेच की जोड़ी को 16-14 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

यह भी एक सुखद संयोग है कि निशानेबाजी में आज ही के दिन अब से 12 बरस पहले 30 जुलाई, 2012 को लंदन ओलंपिक में गगन नारंग ने 10 मीटर एयर राइफल में कांसा जीता था। गगन नारंग पेरिस ओलंपिक में भारत के दलनायक हैं। 2012 ओलंपिक में विजय कुमार ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक जीता था। भारत को ओलंपिक खेलों में 2004 में एथेंस ओलंपिक में राज्यवर्द्धन राठौड़ ने पुरुषों में डबल ट्रैप में , दूसरा पेइचिंग ओलंपिक में 2008 में अभिनव बिंद्रा ने अब 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जिताया। मनु भाखर ने मौजूदा पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल में और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम स्पर्द्धा में सरबजोत के साथ मिल कर कांसा जिता उसके पदकों की संख्या कुल छह कर दी।

मैं 25 मीटर एयर पिस्टल में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगी: मनु भाखर

मनु भाखर ने खुद और भारत को दूसरा कांसा जिताने के बाद कहा, ‘ आप सभी देशवासियों के समर्थन के लिए आभारी हूं। टोक्यों की निराशा अतीत है और वह पीछे छूट चुका है। अब पेरिस ओलंपिक में कांसे के रूप में पहला मेडल जीतना बहुत अच्छा रहा। मंगलवार को 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम स्पर्द्धा के रूप में दूसरे पदक के लिए आखिरी तक संघर्ष चला। आप सभी देशवासियों के समर्थन के लिए आभारी हूं। मैं यह दूसरा कांसा जीत कर बहुत गर्व महसूस कर रहीं हूं। आप सभी की दुआओं के लिए आभार। मैंने अपने जोड़ीदार सरबजोत से यही कहा था नतीजा चाहे जो हम दोनों साथ मिलकर अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे, बाकी भगवान की इच्छा। नतीजा जो भी हम उसे स्वीकारेंगे और आगे और बेहतर प्रदर्शन करने के संकल्प से उतरेंगे। टाइम आउट में कोच ने बस यही कहा कि खुद को शांत करो और लंबी सांस लो, हड़बड़ी में गड़बड़ी नहीं। जब आप एक बार निशाना लगाने उतरती है तो आपकी धड़कने बढ़ जाती हैं। हमने यही किया। अब मैं 25 मीटर एयर पिस्टल में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगी और इसमें भी आप सभी देशवासियों की दुआओं की आस रहेगी। उम्मीद करती हूं 25 मीटर एयर पिस्टल में पदक जीत पाउंगी।‘

हमारे लिए सुखद यह रहा हम कांसा जीतने में सफल रहे : सरबजोत

वहीं मनु भाखर के जोड़ीदार सरबजोत सिंह ने पहली बार ओलंपिक में शिरकत कर कांसा जीतने के बाद कहा, ’ मुकाबला काफी संघर्षपूर्ण रहा लेकिन हमारे लिए सुखद यह रहा हम कांसा जीतने में सफल रहे। जब मनु 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम में साथ होती हैं तो मेरा भी विश्वास बढ़ जाता है। जब मंगलवार को 14 -10 सकोर चल रहा था तब मेरे दिमाग में पिछले शॉट की नहीं बल्कि ध्यान बस अपने शॉट में बेस्ट देने की बात चल रही थी। मुझे खुशी है कि मैं अपने पहले ओलंपिक में शिरकत करते हुए देश के लिए कांसा जीतने में कामयाब रहा। यह पदक जीतने पर मैं जो महसूस कर रहा उसे मैं बस बयां नहीं कर सकता।‘