सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी ड्रैग फ्लिक उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह की शानदार हैट-ट्रिक और गुरजंत सिंह के बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत भारत की पुरुष हॉकी टीम ने वेल्स को पूल बी के अंतिम मैच में बृहस्पतिवार को 4-1 से हरा चार मैचों में तीन जीत और एक ड्रॉ से दस अंकों के साथ राष्टï्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में जगह बना ली। हरमनप्रीत ने दूसरे क्वॉर्टर के शुरू में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर पर तीसरे क्वॉर्टर में पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदल कर अपनी हैट-ट्रिक पूरी की। पराजित वेल्स के लिए एकमात्र गोल खेल खत्म होने से तीन मिनट पहले अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर गैरेथ फुरलॉन्ग ने किया। भारत की यह जीत इसलिए भी खास रही कि अंपायरों के फैसले एक बार फिर उसके खिलाफ रहे और उनके फैसलों में एकरूपता का अभाव रहा।
भारत की जीत में उसके अनुभवी स्ट्राइकर ललित उपाध्याय, आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह, अभिषेक और गुरजंत सिंह ने बेहतरीन तालमेल वाला खेल दिखा उसे बराबर पेनल्टी कॉर्नर दिला अहम रोल निभाया। भारत की रक्षापंक्ति में फुलबैक हरमनप्रीत सिंह, सुरेन्दर कुमार, वरुण कुमार, अमित रोहिदास व जुगराज सिंह ने अपने किले की मजबूत चौकसी करने के साथ हवा में लंबे उंचे क्रॉस साथी स्ट्राइकर ललित उपाध्याय और आकाशदीप सिंह के लिए वेल्स की डी के भीतर फेंकमैदानी गोल के मौके बनाने के साथ बराबर पेनल्टी कॉर्नर बनाने में मदद की। भारत को मध्यपंक्ति में अनुभवी कप्तान मनप्रीत सिंह, नीलकांत शर्मा और विवेक सागर प्रसाद की चतुराई से ऑफ दÓ बॉल रनिंग से बराबर वेल्स की रक्षापंक्ति में दरार पैदा कर अग्रिम पंक्ति के लिए गेंद बढ़ा उसे गोल के अभियान बनाने में मदद की।
हरमनप्रीत सिंह (18वें मिनट दाएं और 19 वें 41 वें मिनट) ने भारत के लिए टूर्नामेंट की अपनी दूसरी हैट-ट्रिक पूरी कर अपने गोल की संख्या नौ कर ली। भारत के अनुभवी गोलरक्षक पीआर श्रीजेश ने पहले और तीसरे तथा नौजवान गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक ने आखिरी क्वॉर्टर में वेल्स के खतरनाक हमलों को मुस्तैदी से रोका। दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत ने दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे और चौथे मिनट में लगातार तीसरे और चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर अपनी चतुराई से अलग अलग कोण से वेल्स के गोलरक्षक रेनाल्ड कॉटरेल को छका गोल कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। आकाशदीप ने दूसरे क्वॉर्टर के अधबीच लिंकमैन शमशेर के पास पर डी के भीतर ज्यादा धैर्य दिखा शॉट लिया होता तो निश्चित रूप से भारत की बढ़त हाफ टाइम तक 3-0 ही होती। वरुण कुमार के तीसरे क्वॉर्टर के खत्म होने से छह मिनट पहले छठे पेनल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड पर लौटती गेंद को ललित उपाध्याय ने फ्लिक कर गोल में डालने की कोशिश की लेकिन गेंद गोलरेखा पर वेल्स के डिफेंडर के शरीर पर लगी और अंपायर ने पेनल्टी स्ट्रोक दिया। हरमनप्रीत सिंह ने इस पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदल इस टूर्नामेंट की अपनी दूसरी हैट-ट्रिक पूरी कर भारत की बढ़त 3-0 कर दी। शमशेर के दाएं से तेज क्रॉस पर गुरजंत सिंह ने डी में वॉली जमा चौथे और अंतिम क्वॉर्टर के चौथे मिनट में गोल कर भारत की बढ़त 4-0 कर दी। पहले तो इसे अमान्य कर दिया भारत के रेफरल पर तीसरे अंपायर ने इसे पलट कर इस पर गोल दिया। गैरेथ फुरलांग ने 56वें मिनट में मिले अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर वेल्स के फुरलॉन्ग द्वारा लिए अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर गेंद सुरेन्दर के स्टिक से लगकर गोल में चली गई और स्कोर 1-4 हो गया।