भारत की पुरुष हॉकी टीम की जर्मनी पर 3-0 से शानदार जीत

भारत की जीत में हरमनप्रीत के दो और अभिषेक का एक गोल

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी स्ट्राइकर आकाशदीप, मनदीप सिंह और अभिषेक के मध्यपंक्ति में सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह और विवेक सागर प्रसाद के परस्पर तालमेल वाले खेल की बदौलत भारत की मजबूत किलेबंदी के ख्यात जर्मनी के खिलाफ बृहस्पतिवार पुरुष एफआईएच प्रो हॉकी लीग मैच में भुवनेश्वर में शुरू से ही दबाव बनाए रखने की रणनीति कारगर रही। अनुभवी ड्रैग फ्लिकर उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे दो और मैन ऑफ द मैच अभिषेक के एक गोल की बदौलत भारत ने जर्मनी को कलिंगा स्टेडियम में 3-0 से हरा दिया। भारत अब 11 मैचों से 24 अंकों के साथ शीर्ष पर है। भारत ने बीते बरस जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीता था।

भारत को मैच में आठ पेनल्टी कॉर्नर मिले जबकि नौजवान खिलाडिय़ों के साथ जर्मनी को पूरे मैच में एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला। भारत की रक्षापंक्ति में कप्तान फुलबैक रशर अमित रोहिदास, उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ सुरेन्दर कुमार और जुगराज सिंह ने भी मुस्तैदी से जर्मनी के मार्टिन ज्वीकर और पॉल स्मिथ के हमलों को नाकाम किया।

मैन ऑफ द मैच भारत के यंग स्ट्राइकर अभिषेक ने कहा, ‘मुझे अपने सभी सीनियर साथियों का पूरा सहयोग मिला। अब जब भारत के लिए खेलने का मौका मिला है तो मुझे हर हाल में ही बेहतर करना ह।

जर्मनी के कप्तान मार्टिन ज्वीकर ने कहा, ‘हमारी टीम काफी युवा है। हमारे नौजवान खिलाडिय़ों ने बढिय़ा खेल दिखाया। हमें कम से कम एक गोल तो करना ही चाहिए था। हम शुक्रवार को जरूर बेहतर प्रदर्शन करेंगे।’

भारत के आकाशदीप और मनदीप सिंह के साथ मनप्रीत सिंह ने जहां हॉकी की शानदार कलाकारी दिखाई ही नौजवान अभिषेक सिंह ने अपनी लंबाई का लाभ उठाकर बराबर जर्मनी की डी में घुसकर पेनल्टी कॉर्नर बनाने में अहम भूमिका निभाई। भारत की मध्यपंक्ति में मनप्रीत सिंह का नौजवान विवेक सागर प्रसाद, नीलकांत शर्मा और हार्दिक सिंह ने बतौर मिड फील्डर जर्मनी की रक्षापंक्ति में दरार खोज कर आगे साथी स्ट्राइकरों के लिए गेंद बढ़ाने में खूब साथ निभाया। जर्मनी के गोलरक्षक अलेग्जेंडर स्टैडलर की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने अभिषेक, मनदीप और शिलानंद जैसे स्ट्राइकरों के आधा दर्जन हमलों को रोक कर भारत को पहले दो क्वार्टर में बड़ी बढ़त हासिल करने से जरूर रोका।

भारत को पहले क्वॉर्टर में आकाशदीप और अभिषेक को गलत ढंग से रोकने पर दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन इसमें पहले पर हरमनप्रीत और दूसरे पर जुगराज सिंह के ड्रैग फ्लिक को जर्मनी के गोलरक्षक अलेक्जेंडर ने रोक कर बेकार कर दिया। मनप्रीत सिंह दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में अकेले ही तेज फर्राटा डी में पहुंचे और उन्हें मुलर द्वारा गलत ढंग से रोकने पर मिले तीसरे पेनल्टी कॉर्नर को हरमनप्रीत सिंह ने तेज नीचे ड्रैग फ्लिक से रोक कर गोल कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया। हार्दिक द्वारा अकेले ही गेंद को ले तेज फर्राटा लगाया और उन्हें गलत ढंग से रोकने पर हाफ टाइम से ठीक एक मिनट पहले मिले चौथे पेनल्टी कार्नर पर बढिय़ा ड्रैग फ्लिक पर हरमनप्रीत सिंह ने एक बार फिर अचूक फ्लिक से गोल कर भारत की बढ़त 2-0 कर दी।

शिलानंद लाकरा, दिलप्रीत सिंह और अभिषेक जैसे नौजवान स्ट्राइकर को भारत के हेड कोच ग्राहम रीड ने तीसरे क्वॉर्टर में खेलने का ज्यादा मौका दिया। इन तीनों ने गोल करने के अभियान बनाने के साथ भारत को तीसरे क्वॉर्टर में दो और पेनल्टी कार्नॅर दिलाए। हरमनप्रीत सिंह ने 45 वें मिनट में मैच के छठे पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतरीन ड्रैग फ्लिक लगाया लेकिन जर्मन गोलरक्षक स्टैडलर के पैड से लगकर लौटती गेंद करे अभिषेक ने लपक कर गोल में डालकर भारत की बढ़त 3-0 कर दी।

शिलानंद लाकरा को डी के भीतर गलत ढंग से रोकने पर भारत को चौथे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में मैच का सातवंा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस बार हरमनप्रीत सिंह के तेज ड्रैग फ्लिक को जर्मनी के गोलरक्षक ने रोक लिया। अभिषेक ने भारत को मैच का आठवा पेनल्टी कॉर्नर दिलाया इस पर जर्मनी के गोलरक्षक स्टैडलर ने दोनों ही बार ड्रैग फ्लिकर जुगराज के फ्लिक को रोक कर अपनी टीम को एक और गोल खाने से बचाया।