भारत की महिला हॉकी टीम कनाडा पर रोमांचक जीत के साथ सेमीफाइनल में

  • भारत की चार मैचों में तीसरी जीत
  • भारत के लिए सलीमा टेटे, नवनीत और ललरेमसियामी ने किया एक-एक गोल

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया, ललरेमसियामी और नवनीत कौर के बेहतरीन तालमेल वाले खेल की बदौलत भारत ने कनाडा को बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में महिला हॉकी के करो व मरो के रोमांचक मैच में बुधवार को 3-2 से हरा पूल ए में चार मैचों में तीसरी जीत दर्ज कर कुल नौ अंकों के साथ पूल ए में दूसरे स् सेमीफाइनल में स्थान बना लिया। भारत की महिला हॉकी टीम को पूल ए में अकेली हार मंगलवार को पूल में शीर्ष पर चल रही इंग्लैंड के हाथों 1-3 से झेलनी पड़ी थी। इंग्लैंड तीन मैचों में तीन जीत के साथ शीर्ष और उसे अंतिम मैच वेल्स के खिलाफ खेलना और इसी से पूल ए में औपचारिक रूप से शीर्ष पर रहने वाली टीम का फैसला होगा।

भारत के लिए निर्णायक और विजयदायी गोल भले ही ललरेमसियामी ने छठे और अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर किया लेकिन इस जीत में उनके पास पर नवनीत कौर का गोल सबसे खूबसूरत रहा। वंदना कटारिया के प्रयासों को कनाडा की गोलरक्षक ने अपनी रक्षापंक्ति के साथ मिलकर नाकाम कर उन्हें लगभग तीन निश्चित गोल करने से रोका। नवनीत कौर ने मैच के तीसरे मिनट में पहले पेनल्टी कॉर्नर पर गेंद को बाएं से सलीमा टेटे की ओर बढ़ाया और चतुराई से गेंद को गोल में डाल भारत को 1-0 से आगे कर दिया। भारत को मैच में छह और कनाडा को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले। कनाडा के लिए दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर दूसरे क्वॉर्टर में ब्रियनी स्टीयर्स और हाना हाउन ने किया। ललरेमसियामी के एक दम निश्चित गोल को रेफरल में तीसरे अंपायर ने अमान्य कर दिया।
भारत की इस जीत में खासतौर पर ललरेमसियामी ने लिंकवूमेन के रूप में खेलते हुए खुद गोल करने के लोभ को संवारते हुए बराबर नवनीत और वंदना के लिए आगे गेंद बढ़ाते हुए उसे पेनल्टी कॉर्नर बनाने में मदद की। ललरेमसियामी गेंद को लेकर कनाडा की डी में घुसी लेकिन वहां उन्हें गलत ढंग से रोकने पर रेफरल पर हासिल पेनल्टी कॉर्नर पर नवनीत के बढिय़ा पास पर सलीमा टेटे ने संभाल तेजी से गोल में डाल कर भारत को तीसरे मिनट में ही 1-0 से आगे कर दिया। ललरेमसियामी ने दो मिनट बाद खुद डी में पहुंच तेज शॉट लगाया लेकिन गोल करीब से बाहर निकल गई। कनाडा ने पहला क्वॉर्टर खत्म होनेसे तीन मिनट पहले भारत की डी में घुसने की कोशिश की लेकिन दोनों मुय्तैद फुलबैक दीप ग्रेस एक्का और गुरजीत कौर ने समय से गेंद को अपने कब्जे में ले यह हमला नाकाम कर दिया। बराबरी पाने की जुगत में कनाडा की मेडलिन सीको ने उदिता के पैर पर गेंद को मार पेनल्टी कॉर्नर लेने की कोशिश की लेकिन उन्होंने वक्त रहते अपना पैर हटा लिया। ललरेमसियामी के बढिय़ा पास पर दूसरे क्वॉर्टर के अधबीच नवनीत कौर न बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत की बढ़त 2-0 कर दी। कनाडा की ब्रियनी स्टीयर्स नेअगले ही मिनट पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर स्कोर 1-2 कर दिया। हाना हाउन ने तीसरे क्वॉर्टर के नौवेंं मिनट में गोल कर कनाडा को दो-दो की बराबरी दिला दी। दरअसल दूसरे क्वॉर्टर का उत्तराद्र्ध और तीसरा क्वॉर्टर कनाडा का रहा लेकिन पहला और चौथा क्वॉर्टर भातर का रहा। भारत के लिए चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में नेहा गोयल और मोनिका ने बराबर आगे ललरेमसियामी, नवनीत, वंदना और शर्मिला के लिए जो गेंद बढ़ाई उसका इन सभी ने लाभ उठा कर कनाडा के गोल पर ऐसा दबाव बनाया उसका किला आखिर ढह गया। नवनीत कौर और शर्मिला के अभियान पर चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के छठे मिनट में मिले छठे और आखिरी पेनल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड ललरेमसियामी ने गेंद को कब्जे में कलाई से तेज शॉट जमा गोल कर भारत को 3-2 से आगे कर दिया। यह मैच का अंतिम गोल साबित हुआ। कनाडा ने दो मिनट बाद ही मैच में बराबरी पाने की कोशिश में अपनी गोलरक्षक को बाहर बुला लिया और पूरी ताकत गोल करने में झोंक दी लेकिन भारत के हमलावर तेवरों और खासतौर पर नवनीत कौर के बेहतरीन गेंद नियंत्रण से कनाडा की टीम गेंद को कब्जे में लेने के लिए तरस गई।