
दीपक कुमार त्यागी
बस में बैठकर के साइबर ठगी करने के नये तरीके को देखकर के पुलिस व लोग हैरान।
साइबर ठगों ने किराए पर मिनी ट्रैवलर बस लेकर के दिया लोगों से ठगी को अंजाम।
गाजियाबाद : गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में हर दिन किसी ना किसी घटना का खुलासा होना पुलिस की कार्यशैली का हिस्सा बन चुका है। आज उसी क्रम में थाना इन्दिरापुरम पुलिस की टीम के द्वारा मिनी ट्रैवलर बस में बैठकर घूमते हुये टैली कॉलिंग कर क्रेडिट कार्ड धारकों को रिवार्ड पाइन्ट रिडीम करने का लालच देकर व उनको अपनी बातों में फसाकर साइबर ठगी करने वाले 03 अभियुक्तगण गिरफ्तार करके, उनके कब्जे से साइबर ठगी में प्रयुक्त होने वाला सामान व अन्य दस्तावेज आदि बरामद किये।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि 5 सितंबर को थाना इन्दिरापुरम पुलिस टीम द्वारा रात्रि गस्त के दौरान संदिग्ध दिखने पर मिनी बस में बैठे लोगों से पुछताछ की गई, तो पुलिस की जानकारी में यह तथ्य प्रकाश में आए कि कुछ व्यक्तियों द्वारा मिनी बस फोर्स ट्रेवलर सुपर में बैठकर क्रेडिट कार्ड धारकों को टैली कॉलिंग कर क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित पाइन्ट रिडीम करने का लालच देकर लिंक के माध्यम से कार्ड धारकों के साथ ठगी की जा रही है, उन्होंने बताया कि वित्तीय धोखाधड़ी करने वाले 03 अभियुक्तगण सुशांत कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी नन्द विहार द्वारका सेक्टर 16 दिल्ली स्थायी पता तिरेवेंद्रम केरल, सन्नी कश्यप पुत्र ओमवीर निवासी विकास कुँज, फारुखनगर थाना टीलामोड़ गाजियाबाद व अमन गोस्वामी पुत्र घनश्याम निवासी राजनगर कॉलोनी लोनी बार्डर को ग्रीन बैल्ट रोड सेक्टर 5/6 की पुलिया के पास इन्दिरापुरम गिरफ्तार किया गया। इन अभियुक्तों के कब्जे से 13 की-पैड मोबाइल फोन नोकिया व एचएमडी कम्पनी, 07 एन्ड्रॉइड फोन भिन्न-भिन्न कम्पनियों के व 02 कापियाँ दस्तावेज, 16 सिम कार्ड अलग-अलग कम्पनी के, 30 बैट्रियाँ, 31 अन्य पेज जिनपर क्रेडिट कार्ड धारकों के नाम सहित मोबाइल नम्बरों का डाटा उपलब्ध, 04 चेक बुक व 03 कापियाँ किराया एग्रीमेन्ट बरामद । गिरफ्तार अभियुक्तगणों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि जब पुलिस टीम के द्वार गिरफ्तार अभियुक्तगणों से उनके काम करने के तरीके के बारे में पूछा तो उन्होने बताया कि हम टैली कॉलिंग का काम करते है । जिसमें हमें बताये अनुसार दिल्ली, गाजियाबाद के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से अपने आसपास के स्थान पर ट्रेवलर मिनी बस में बैठना होता था जो कि इन्द्रापुरम में लेकर जाती थी जो अलग-अलग जगह पर रुकती थी । जिसमें हमें प्रिंट निकले हुये कागज दिये जाते है । जिनपर क्रेडिट कार्ड धारकों के नाम व मोबाइल नम्बर अंकित होते है । जिन पर हमें कॉल करना होता है । जिसमें हमें की-पैड मोबाइल फोन व एन्ड्राएड मोबाइल फोन मय सिम कार्ड दिये जाते है । जो कि चालू स्थिति में होते है। जिनसे हमे कार्डधारको को कॉल करना होता है । उन्हे रिवार्ड पाइन्ट रिडीम करने का लालच दिया जाता है । जिसमें लोगो की मदद करने के बहाने हम उन्हें अपनी बातों में फंसाकर IMOBILEPAY WWW.MYIMOBILE.IN/ICICI BANK www.logincard/icici.co.in जैसे फर्जी पोर्टल बनवाकर उनसे डिटेल डलवाते है । जिसमें उनकी सारी डिटेल हमारे पास आ जाती है । जिसे हम बाद में अपनी बनायी फर्जी साइट / यूजर इंटरफेस के माध्यम से रीडिम करा लेते है। जिससे हम कुछ भी शांपिंग कर लेते है । कुछ पैसा बैंक खातों में ट्रासंफर करा लेते है जो कि हम चेक के माध्यम से निकाल लेते है । जिसका हमें दिये टारगेट के अनुसार इंसेटिव मिलता है और जो हमारे कहे अनुसार अपनी डिटेल नही देता है , हमें उनके साथ अभद्र भाषा बोलने के के लिये कहा जाता है । उपयोग में होने वाले बैंक खातों के बारे में जानकारी करने पर बताया कि सर हम फर्जी किराया एग्रीमेंन्ट बनवाकर पेन कार्ड व खाते खुलवा लेते है । जिन्हें हम लोग धोखाधड़ी के पैसों को निकालने के लिए उपयोग में लेते है ।
गिरफ्तार अभियुक्तगणो से पूछताछ की गयी तो बताया कि अन्य 07 लोग भी है जो इसी बस में बैठकर टैली कॉँलिंग का कार्य करते है । जिसमें एक लडकी हम सबको यह डाटा उपलब्ध कराती है तथा हमारे साथ यही पर हमसे उपलब्ध डाटा में क्रेडिट कार्ड धारकों के मोबाइल नम्बर पर कॉल कराकर उन्हें रिवार्ड पाइन्ट रिडीम करने का झाँसा देकर उनके साथ वित्तीय धोखाधड़ी करवाती है । एक लडका हमें मोबाइल फोन व सिम उपलब्ध कराता है । बस में मौजूद लोगो से अन्य लोगों की जानकारी करने पर सभी ने बताया कि अन्य लोग भी है जो कि यहीं गाजियाबाद व दिल्ली के आसपास के रहने वाले है । हमारे साथ ही काम करता है ।
प्रेसवार्ता में थानाध्यक्ष रवेंद्र गौतम के साथ-साथ अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली थाना इन्दिरापुम पुलिस की टीम मौजूद रही।