रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) द्वारा एक मजबूत विद्युत वितरण प्रणाली हेतु वर्तमान में नवीनतम तकनीक पर आधारित उपकरणों/प्रणालियों की स्थापना की जा रही है। इसी क्रम में एक और नवाचार करते हुए यूपीसीएल द्वारा बिजली वितरण प्रणाली में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिये उपसंस्थानों पर अत्याधुनिक ओटोमेटेड डिमान्ड रिस्पांस सिस्टम (एडीआरएस) की स्थापना की जा रही है।
यह अत्याधुनिक तकनीक ग्रिड में मांग और आपूर्ति के बीच में संतुलन बनाने में कारगार साबित होगी। जिससे बिजली की खपत को कुशलता से प्रबंधित किया जा सकेगा। प्रबन्ध निदेशक यूपीसीएल ने बताया कि ग्रिड अनुशासन के दृष्टिगत वर्तमान में यूपीसीएल द्वारा राज्य के कुल 95 नग 33/11 के0वी0 उपसंस्थानों में इस अत्याधुनिक ऑटोमेटेड डिमान्ड रिस्पांस सिस्टम की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। इसे वर्ष 2025-26 तक पूर्ण किया जाना प्रस्तावित है।
इस प्रणाली की स्थापना होने से ग्रिड से ओवरड्राॅ की स्थिति पर नियंत्रण किया जाना सम्भव हो सकेगा तथा इससे प्रति वर्ष करोड़ों रुपए की बचत भी सम्भव हो सकेगी। इस सिस्टम के अन्तर्गत 95 नग 33/11 के0वी0 उपसंस्थानों से निकलने वाले कुल 190 फीडरों पर लोड बढ़ने की स्थिति में ऑटोमेटेड रूप से नियंत्रण रखा जा सकेगा। जिससे एक निश्चित सीमा से अधिक विद्युत लोड बढ़ने की स्थिति में चयनित फीडरों को ऑटोमेटेड तरीके से विच्छेदित कर ग्रिड पर लोड बैलेंसिंग की जा सकेगी।
ए.डी.आर.एस सिस्टम विद्युत वितरण क्षेत्र में नई तकनीक है। जिससे ग्रिड में लोड बैलेंसिंग करने के साथ-साथ पीक डिमांड के दौरान ग्रिड पर दवाब को कम करने में भी मदद मिलती है। यह प्रणाली न केवल विद्युत वितरण क्षेत्र को सुदृढ़ करेगी, बल्कि रियल टाइम में विद्युत खपत को स्वचालित रूप से समायोजित भी करेगी। यूपीसीएल द्वारा ए.डी.आर.एस. सिस्टम के साथ-साथ स्काडा, आर.टी.डैस तथा स्मार्ट मीटरिंग प्रणाली जैसी आधुनिक तकनीक उपयोग की जा रही है, जो वितरण क्षेत्र को और अधिक आधुनिक एवं सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।