- मौजूदा फॉर्म के आधार पर भारत खिताब जीतने का प्रबल दावेदार
- सही वक्त पर रंगत पाने वाली ऑस्ट्रेलिया से भारत को चौकस रहना होगा
- रोहित के पास बतौर कप्तान कपिल व धोनी की फेहरिस्त में नाम दर्ज कराने का मौका
- दोनों टीम के लिए शुरू के दस ओवर नतीजे में बेहद अहम रहेंगे
- भारत के पास ऑस्ट्रेलिया से 2003 के फाइनल की हार का हिसाब चुकाने का मौका
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : विस्फोटक सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की अगुआई वाली अजेय भारतीय टीम अब ऑस्ट्रेलिया को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेँिडयम में रविवार को फाइनल में भी हरा लगातार 11वीं जीत के साथ 12 बरस बाद फिर आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप खिताब जीतने को बेताब है। भारत और ऑस्ट्रेलिया दो दशक के बाद फिर फाइनल में आमने-सामने होंगे। मेजबान भारत अपनी मौजूदा फॉर्म के साथ बल्लेबाजी और गेंदबाजी इकाई के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन के कारण फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खिताब जीतने का प्रबल दावेदार है। भारत ने मौजूदा संस्करण में अपना अभियान ऑस्ट्रेलिया को चेन्नै में छह विकेट से हराकर शुरू किया था। भारत ने इस साल ऑस्ट्रेलिया से अपने पिछले पांच में से तीन मैच जीते हैं। भारत के पास अब ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में भी हराकर तीसरी बार वन डे विश्व कप खिताब जीतने का सुनहरा मौका है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के हाथों राउंड रॉबिन लीग में हार से आगाज करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लीग और सेमीफाइनल सहित लगातार आठ मैच जीत सही वक्त पर अपनी रंगत पा ली है। भारत को ऐसे में ऑस्ट्रेलिया से पूरी तरह चौकस रहने की जरूरत है। कप्तान रोहित शर्मा के पास फटाफट क्रिकेट में अपने नए दे दनादन , दे दनादन के अवतार में अपना नाम महान ऑलराउंडर कपिल देव (1983) और कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी (2011) की तरह भारत को वन डे विश्व कप जिताने वाले अनुकरणीय कप्तानों की फेहरिस्त में नाम दर्ज कराने का मौका है। चौथी बार फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम के पास आठवी फाइनल में पहुंचने वाली ऑस्ट्रेलिया से 2003 में जोहानिसबर्ग में फाइनल में 125 रन की हार का हिसाब चुका कर उसी की तरह लगातार 11 वां मैच जीत अजेय रहकर खिताब जीतने का मौका है।
भारत इस मौके को पूरी तरह भुनाने को बेताब है। दुनिया की दोनों दिग्गज टीमों भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेहद रोमांचक फाइनल की उम्मीद है। भारत को अपनी फील्डिंग जरूर और चौकस करनी होगी क्योंकि फाइनल में एक भी छूटा कैच उसकी खिताब जीतने की हसरत पर पानी फेर सकता है। भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में जरा सी भी ढील की गुंजाइश नहीं है। भारत को फाइनल में जरा सी चूक सांप सीढ़ी के खेल की तरह एकदम धरती पर ला सकती है। इस फाइनल को देखने के लिए हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के साथ दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमी बेताबी से मैदान के साथ अपने अपने घरों में टीवी पर मौजूदा संस्करण में हर गेंद को खेलने के लिए बेताबी से इंतजार करेंगे।
कप्तान रोहित शर्मा सहित मौजूदा भारतीय टीम के करीब आधा दर्जन का खिलाडिय़ों का यह अंतिम वन डे विश्व कप है और वह इसी लिए इसमें भारत के जिताने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहेंगे। दोनों टीमों के लिए फाइनल में शुरू के दस ओवर बेहद इसके नतीजे में खासे अहम रहने वाले है क्योंकि भारत के पासं शीर्ष क्रम में खुद कप्तान रोहित शर्मा व उनके सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल जैसे दे दनादन में माहिर बल्लेबाजों के साथ विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल जैसे बराबर स्कोर बोर्ड को चला कर किसी भी तूफान से टीम की नैया को किनारे लगाने वाले सक्षम बल्लेबाज हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पास हालात कोई भी हो अपने स्वच्छंद अंदाज में खुल कर खेलने वाले बाएं हाथ के ट्रेविज हेड और डेविड वॉर्नर की सलामी जोड़ी के साथ तीसरे नंबर पर विस्फोटक मिचेल मार्श जैसे बल्लेबाज हैं जो शुरू से ही दे दनादन कर मैच का रुख शुरू में अपनी टीम की ओर मोडऩे में सक्षम हैं। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के पास निचले मध्यक्रम में मौजूदा संस्करण में दोहरा शतक जडऩे वाले ग्लेन मैक्सवेल जैसा हारी बाजी पलटने में सक्षम बल्लेबाज है। मौजूदा संस्करण में तीन शतकों और पांच अद्र्धशतकों सहित भारत के विराट कोहली (कुल 711 रन) रन बनानें में और रफ्तार के सौदागर मोहम्मद शमी छह मैचों में कुल 23 विकेट लेकर सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जम्पा (कुल 22 विकेट) शमी के बाद फिलहाल मौजूदा संस्करण में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने में दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया की ओर से अब तक मौजूदा संस्करण में अब सात-सात शतक जड़े गए हैं। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के आठ के मुकाबले भारत की ओर से जड़े 16 अद्र्बशतक मेजबान टीम की बल्लेबाजी की गहराई को बताते हैं। हार्दिक पांडया के चोट के शुरू के चार मैचों के बाद बाहर होने से भारत बाकी के छह मैचों में खासतौर पर शमी की चमत्कारिक गेंदबाजी के चलते खालिस पांच गेंदबाजों से मैच जीतने में कामयाब रहा है। वहीं ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी दो-दो शतक जडऩे वाले ग्लेन मैक्सवेल(कुल 398 रन), डेविड वॉर्नर(कुल 528 रन) और मिचेल मार्श (कुल 426 रन) के साथ आखिर के पांच मैचों में टीम से जुड़े और उतरते ही न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक जडऩे वाले सलामी बल्लेबाज ट्रेविज हेड पर निर्भर है। भारत की खुशकिस्मती है कि मौजूदा संस्करण में अब तक सेमीफाइनल में सहित छह मैचों में तीन बार पांच या इससे अधिक चटका सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले मोहम्मद शमी(कुल 23 विकेट) के साथ सदाबहार जसप्रीत बुमराह(कुल 18 विकेट) और मोहम्मद सिराज(कुल 13 विकेट) की रफ्तार के सौदागरों की त्रिमूर्ति के साथ बाएं हाथ चतुर लेग स्पिनर कुलदीप यादव (कुल 15 विकेट) और बेहद शांत रवींद्र जडेजा (कुल 16 विकेट) हैैं। एक दिलचस्प बात यह है कि अहमदाबाद में मौजूदा संस्करण में मैन ऑफ द मैच जसप्रीत बुमराह की अगुआई में मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में गेंदबाजों के इकाई के रूप में बढिय़ा प्रदर्शन तथा कप्तान रोहित शर्मा की मात्र 63 गेदों में 6 छक्कों और 6 चौकों की 83 रन) तथा श्रेयस अय्यर के अविजित 53 रन से भारत ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को सात विकेट शिकस्त दी थी जबकि ऑस्ट्रेलिया ने एडम जम्पा के हरफनमौला खेल से चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को 33 रन से हराया था। भारत को बतौर तेज गेंदबाज बुमराह के साथ सबसे खतरनाक व कामयाब शमी उपलब्ध हैं और वह इन दोनों से गेंद से रफ्तार के साथ धार और कप्तान रोहित शर्मा से पाकिस्तान के खिलाफ मैच जैसी तूफानी पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में भी खेलने की आस लगाए है।
बल्लेबाजी और गेंदबाजी इकाई के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत ने मौजूदा संस्करण में अपने अभियान का आगाज ऑस्ट्रेलिया को ही चेन्नै में छह विकेट से हरा कर के साथ किया। भारत और दक्षिण अफ्रीका से शुरुआती दो मैच हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम लगातार सात राउंड रॉबिन लीग और दक्षिण अफ्रीका से सेमीफाइनल जीतने के बाद सही वक्त पर अपनी रंगत पा कर आठवीं बार फाइनल में पहुंची है। ऐसे में दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें अब अजेय भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद एक लाख 30 हजार से ज्यादा की दर्शक क्षमता वाले नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में दिलचस्प फाइनल पर रहेंगी। रोहित शर्मा के साथ उन्हीं की तरह दे दनादन करने वाले उनके सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल के साथ सूझबूझ से बल्लेबाजी करने वाले तीन शतक और चार अद्र्धशतक के साथ दस मैचों में रन बनाने में सबसे आगे चल रहे भारत की बल्लेबाजी की रीढ़ विराट कोहली सहित अपने शीर्ष क्रम के पूरे रंग में होने तथा सेमीफाइनल सहित छह मैचों में तीन बार पांच या इससे अधिक विकेट चटकाने वाले रफ्तार के सौदागर मोहम्मद शमी(कुल 23 विकेट) की अगुआई में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की त्रिमूर्ति के सामने अफगानिस्तान के खिलाफ चमत्कारिक तूफानी दोहरा शतक जडऩे वाले ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल के लिए वैसी ही पारी भारत के खिलाफ खेल ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर तक पहुंचाना बेहद मुश्किल होगा।
वन डे के मिजाज के मुताबिक तेज बल्लेबाजी में माहिर ट्रेविज हेड के न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में राउंड लीग मैच से टीम से जुडऩे और न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क के सही वक्त पर रंग मेंं आने से भारत को अब कप्तान पैट कमिंस और चतुर जोश हेजलवुड जैसे जांचे परखे तेज गेंदबाजों वाली ऑस्ट्रेलियाई त्रिमूर्ति से चौकस रहना होगा। भारत ने मौजूदा संस्करण में अपना ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नै में छह विकेट से जीत से किया था।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार एलन बॉर्डर की कप्तानी में वन डे विश्व कप जीता था। भारत ने इससे पहले १९८३ में लीग मैच में रॉजर बिन्नी (4/29, 21 रन) के हरफनमौला खेल से ऑस्ट्रेलिया को 119 रन से हराया और कपिल देव की कप्तानी में अंतत: पहली बार वन डे विश्व कप इतिहास रचा। 2011 के वन डे विश्व कप में अहमदाबाद में युवराज सिंह (2/44, नॉटआउट 57 रन) के हरफनमौला खेल से पांच विकेट क्वॉर्टर फाइनल में हराने के बाद अंतत : महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में दूसरी बार चैंपियन बनने का गौरव पाया। भारत को ऑस्टे्रलिया के खिलाफ रविवार को चेन्नै में जीत के साथ आगाज करना है तो1983 में बतौर ऑलराउंडर कप्तान कपिल देव , उपकप्तान मारॉजर बिन्नी व मोहिदंर अमरनाथ व 2011 में युवराज सिंह की तरह 2023 की भारतीय टीम में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की भूमिका खासी अहम होगी।। बस बड़ा सवाल यह रहेगा कि क्या भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा संस्करण के पहले मैच मेंं छह विकेट की जीत को अहमदाबाद में नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में भी दोहरा कर रविवार को कुल तीसरी और अपने घर में दूसरी बार आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप जीत पाएगा। हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के दिल से बस यही दुआ निकल रही है कि भारत 2011 के बाद फिर अपने घर में वन डे क्रिकेट विश्व कप जीते और अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में राष्ट्रगान गूंजे और तिरंगा लहराए।
भारत के2023 वन डे विश्व कप मेंसबसे ज्यादा रन बनान वाले 6 शीर्ष बल्लेबाज
बल्लेबाज मैच कुल रन सर्वोच्च औसत स्ट्राइक रेट शतक अद्र्बशतक
विराट कोहली 10 711 117 101.57 90.68 3 5
रोहित शर्मा 10 550 131 55.00 124.15 1 3
श्रेयस अय्यर 10 526 128* 75.14 113.11 2 3
केएल राहुल 10 386 102 77.20 98.72 1 1
शुभमन गिल 8 350 92 50.00 108.02 – 4
रवींद्र जडेजा 10 111 3९* 55.50 115.62 – –
ऑस्ट्रेलिया के2023 वन डे विश्व कप में रन बनाने वाले 6 शीर्ष बल्लेबाज
बल्लेबाज मैच कुल रन सर्वोच्च औसत स्ट्राइक रेट शतक अद्र्बशतक
डेविड वॉर्नर 10 528 163 * 52.80 107.53 2 2
ग्लेन मैक्सवेल 8 398 201* 66.33 150.18 2 –
मिचेल मार्श 9 426 177 53.25 107.84 2 1
लबुशेन 10 304 71 33.77 75.62 – 2
ट्रेविज हेड 5 192 109 38.40 139.13 1 1
स्मिथ 9 298 71 37.25 81.86 – 2
भारत के2023 वन डे विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले 6 शीर्ष गेंदबाज
गेंदबाज मैच ओवर रन दिए कुल विकेट बेस्ट बॉलिंग इकॉनमी
मोहम्मद शमी 6 41.5 210 23 7/57 5.01
जसप्रीत बुमराह 10 82.5 330 18 4/39 3.98
रवींद्र जडेजा 10 83.3 355 16 5/33 4.25
कुलदीप यादव 10 85.1 368 15 2/7 6.84
मोहम्मद सिराज 10 75.3 424 13 3/16 5.6
हार्दिक पांडया 4 16.3 113 5 2/34 6.8
ऑस्ट्रेलिया के2023 वन डे विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले 6 शीर्ष गेंदबाज
गेंदबाज मैच ओवर रन दिए कुल विकेट बेस्ट बॉलिंग इकॉनमी
एडम जम्पा 10 86 471 22 4/8 5.47
जोश हेजलवुड10 83.1 389 14 3/38 4.67
पैट कमिंस 10 79.3 481 13 3/51 6.05
मिचेल स्टार्क 9 77.0 473 13 3/34 6.14
ग्लेन मैक्सवेल 8 62.3 295 5 2/34 4.72
मरकस स्टोइनस 6 19.0 143 4 2/40 7.52
फाइनल : भारत वि. ऑस्ट्रेलिया(दोपहर दो बजे से, अहमदाबाद)