ईरान का दूसरों की आलोचना करना पाखंड है, कारण के चालीस साल में दुनिया भर मे करोड़ो मुसलमानों का नरसंहार ईरान की वजा से हुवा है। शिया धर्म गुरु मौलाना हसनअली राजाणी
रविवार दिल्ली नेटवर्क
दिल्ली : शिया धार्मिक विद्वान मौलाना हसन अली राजाणी ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के उस बयान की कड़ी निंदा की जिस मे खामेनाई ने कहा कि दुनिया को म्यांमार और भारत में रहने वाले मुसलमानों की पीड़ा को महसूस करना चाहिए। जिस पर मौलाना हसनअली राजाणी ने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान भारत में सुरक्षित हैं और ये बात खुद इमाम हुसैन ने चौदह सौ साल पहले कर्बला के मैदान में कही थी, के मुझे भारत जाने दो इमाम हुसैन ने भारत का नाम उस वक़्त लिया जब पोनी दुनिया पर मुसलमानो का कबजा था. और आज तक मुसलमान जितने भारत में सुरक्षित रह रहे हैं उतने किसी और बड़े इस्लामी देश मे सुरक्षित नहीं हैं, अन्यथा इन चालीस वर्षों में ईरान, इराक, लेबनान, सीरिया मे एक करोड़ से ज़ियादा मुसलमानों का नरसंहार ईरान की वजह से किया गया है, मौलाना राजाणी ने कहा कि ईरान में मुसलमान घुट घुट कर जीते हैं। मौलाना राजाणी ने कहा कि ईरान में लाखों सुन्नी हैं, लेकिन ईरान में सुन्नियों की एक भी मस्जिद नहीं है, वहां चोरी, हत्या, व्यभिचार और चरस आदि होते हैं। ऐसे आतंकवादी देश ईरान को भारत पर बोलने की कोई जरूरत नहीं है, मौलाना राजाणी ने कहा कि ईरान ने चालीस साल में दुनिया के पचास लाख शिया भाइयों को मरवा डाला है, और पचास लाख से ज़ियादा सुन्नी भाइयों को भी काटा गया है। अंत में मौलाना हसन अली राजाणी ने कहा कि ईरान ही पूरी दुनिया में आतंकवाद फैला रहा है. जिस को सबक़ सिखाने की ज़रूरत हैँ, आखिर में मौलाना हसनअली राजाणी ने कहा के ईरान ने चालीस साल मैं अमेरिका से अपने दूसरे शिया सुन्नी भाइयो को झगड़ा कइवा कर एक करोड़ से ज़ियादा सुन्नी शिया भाईयों को कतल तो करवाया लेकिन खुद ईरान कभी भी ना अमेरिका से लाडेगा और ना कभी इजराइल से लाडेगा बस ईरान ऐसे ही करोड़ो मुसलमानो को कटवा कटवा कर मुसलमानो का हीरो बन कर बैठा हैँ, जिस की सयुक्त राष्ट्र को नोटिस लेना चाहिए