क्या हमारे देश के विदेश मंत्री “गद्दार” हैं!!

Is our country's Foreign Minister a "traitor"!!

राकेश शर्मा

मुझे तो लगता है राहुल सहित हर कांग्रेसी ने भाजपा को सत्ता में बने रहने की अलग अलग तरह से सुपारी ही ले रखी है और चाहें कुछ हो जाए हम नहीं सुधरेंगे का संकल्प भी ले रखा है ।

यदि ऐसा नहीं है तो देश की 140 करोड़ लोगों की भावना से इतर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा एक पत्रकार सम्मेलन में यह कैसे और क्यूँ कह सकते थे कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर देश के गद्दार हैं, उन्होंने पाकिस्तान को आतंकी ठिकानों पर हमले की पाकिस्तान और आतंकवादियों को पहले से जानकारी देकर हाफिज सईद और अजहर मसूद को बचाने का पाप किया है ।

क्या कांग्रेस के प्रवक्ता और नेता अफीम खाकर बैठते हैं । लोकतंत्र में विपक्ष को प्रश्न पूछने का बराबर हक है लेकिन ऐसे हास्यास्पद और भारत की सेना और सरकार के शोर्य पर शक पैदा करने वाले प्रश्न पूछकर पाकिस्तान को मदद करने का काम कांग्रेस ही कर सकती है ।

हमारे विदेश मंत्री का बयान ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में था । उन्होंने अपने वक्तव्य में साफ़ कहा की की ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों और उनके अड्डों के ख़िलाफ़ था, यह हमला कदापि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जंग नहीं था । उन्होंने कहा 6/7 मई की रात को जो पाकिस्तानी आतंकी अड्डे उड़ाए गए थे वह आतंकवाद पर हमला था और उन्होंने कहा की पाकिस्तान को हमले के बाद बताया गया की यदि पाकिस्तान लड़ाई को बढ़ाना नहीं चाहता तो इसे भारतीय नागरिकों और मिलिट्री ठिकानों पर हमला नहीं करना चाहिए क्यूँकि हमने आतंकियों के ठिकानों ब को ही नष्ट किया है। । इसमें पाकिस्तान को या आतंकवादियों को पूर्व सूचना देने का सार कांग्रेस ने कहाँ से ढूँढ लिया, या यह ब्रीफ भी उन्हें आईएसआई ने दिया है । इसके बाद भी पाकिस्तान ने हमारे सिविलियन दिक़ानों पर हमला करने का प्रयास किया जिसे भारत ने विफल कर दिया और भारतीय सेना ने अपनी सीमा में रहते हुए पाकिस्तान में घुसकर बहुत नुक़सान किया ।

वैसे श्री पवन खेड़ा जी भारत के प्रधानमंत्री ने 24 अप्रैल को ही सरेआम कह दिया था की पहलगाम के आतंकी हमले का कल्पनातीत जवाब भारत देगा और आतंकी , उनके अड्डे , उनके समर्थक कहीं भी हों उन्हें चुन चुन कर, ढूँढ ढूंढकर नेस्तनाबूद किया जाएगा तो किया कांग्रेस इसे भी पाकिस्तान को सूचना देने के वर्ग में रखेगी ।

बार बार पाकिस्तान के आतंकवादियों और उनके अड्डों पर हमले का प्रूफ मांगने का पाप तो कांग्रेस करती रही है और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी बार बार पूंछ रही है की पाकिस्तान ने हमारे कितने जहाज़ मार गिराए हैं, यह भी तब जब हमारी वायुसेना साफ़ साफ़ कह चुकी हैं की हमारा कुछ नुक़सान नहीं हुआ है । कांग्रेस किसे हतोत्साहित करना चाहती है, क्यूँ हमारी सेना पर विश्वास नहीं करती, क्यूँ भाजपा को देशद्रोही पार्टी घोषित करने का असफल प्रयास करती है ।

कांग्रेस तो वह पार्टी जिसने कभी भी आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने की बात नहीं की, आतंकवाद के ख़िलाफ़ घुटने टेके, 2008 में 26/11 के दिन पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकी हमले में 166 आदमी मारे गए थे और फ़ोज़ की तैयारी के बाद भी उन्हें पाकिस्तान पर हमले की इजाज़त नहीं दी । इनके नेता पाकिस्तान में जाकर मोदी को हटाने की मदद माँगते हैं, ऐसे ऐसे वक्तव्य देते हैं जिन्हें पाकिस्तान में अपने डोजियर में शामिल कर संयुक्त राष्ट्र संघ और कई अन्य मंचों पर दिखाकर कहता है कि भारत का विपक्ष भी पाकिस्तान की ही बात करता है।

शशि थरूर, पूर्व भारतीय राजनयिक, मंत्री , वर्तमान सांसद की विदेशी मामलों की गहन जानकारी के बारे में कौन नहीं जानता । वह विदेशी मामले के जानकर होने के साथ साथ एक अच्छे वक्ता भी हैं। भारत सरकार विदेशों में पाकिस्तान की आतंकी हरकतों का पर्दाफाश करने के लिए कुछ टीम भेज रही है जिसने हर पार्टी के सांसद और कूटनीति विशेषज्ञों को शामिल किया गया है । इस सिलसिले में कांग्रेस से भी नाम मांगे गए । राहुल गांधी ने जानभुजकर अपने सर्वश्रेष्ठ सांसद शशि थरूर का नाम नहीं भेजा लेकिन सरकार ने उनकी क़ाबलियत को देखते हुए उन्हें अमेरिका और दूसरे देशों में भेजने का निर्णय किया है और अब कांग्रेस इसे भाजपा की गंदी राजनीति कह रही है ।

इसे जनता के विवेक पर छोड़ देना चाहिए कि देश से गद्दारी और गंदी राजनीति कौन कर रहा है ।

कांग्रेस को जनता तो माफ कर ही नहीं रही लेकिन लगता है देश के खिलाफ काम करने को भगवान भी कभी माफ नहीं करेगा । सत्ता प्राप्ति के लिए देश के दुश्मनों को फायदा पहुंचाने के लिए तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस इतना अधिक गिर सकती है यह वाकई कल्पनातीत है।