गोपेन्द्र नाथ भट्ट
एक समय था जब भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराने से लेकर ध्वज को नीचे उतारने के सम्बन्ध में एक सख्त कानून था और सूर्यास्त बाद रात्रि काल में राष्ट्रीय तिरंगा फहराने पर भी प्रतिबंध था। हर रोज प्रातःकाल राजकीय भवनों पर पुलिस और सेना के जवानों द्वारा विधिपूर्वक तिरंगा फहराया जाता था और सूरज ढलने से पहले नियमित रुप से तिरंगा को सम्मानपूर्वस्क नीचे उतारा भी जाता था। वैसें पंजाब से लगी भारत पाक अटारी-वाघा सीमा पर राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की परम्परागत रिट्रीट सेरेमनी को देखने आज भी हर दिन दोनों देशों के लोगो का हजूम उमड़ता है। भारत में राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा और सम्मान को भंग करने वाले दोषियों के लिए आज भी सजा का प्रावधान हैं,लेकिन कालान्तर में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप से राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के सम्बन्ध में भारतीय ध्वज संहिता में आवश्यक परिवर्तन किए गए। इसका एक बड़ा श्रेय उद्योगपति नवीन जिन्दल को भी जाता है जिन्होंने विदेशों में नागरिकों को मिले हुए राष्ट्र ध्वज के प्रति अनुराग प्रदर्शन के अधिकार का उदाहरण देकर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली सहित देश के प्रमुख शहरों के सार्वजनिक स्थलों पर चौबीस घंटे गगन चुंबी तिरंगा फहराने की शुरुआत की। कालान्तर में हमारे देश में चाहें क्रिकेट विश्वकप की विजय का अवसर हो अथवा देश के लिए गौरवान्वित होने का अन्य कोई अवसर हों, देर रात्री में असंख्य लोगों के जुलूस लाखों छोटे बड़े तिरंगा हाथ में लहराते देखें गये है।
वर्ष 2014 में नरेन्द्र दामोदर दास मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद राष्ट्रीय ध्वज को लोकप्रिय बनाने की दिशा में कई नये प्रयास शुरू किए गए।भारत सरकार द्वारा प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर एक नये आयाम के रुप में हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया गया। यह अभियान 22 जुलाई, 2022 को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए शुरू किया गया था और इसका उद्देश्य भारतीय नागरिकों को देश के प्रति अपने प्यार और सम्मान को प्रदर्शित करने के लिए अपने घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर झंडा फहराने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस अभियान का एक और उद्देश्य लोगों में देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना को पैदा करना भी है।
हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य भारतीय ध्वज और इसके महत्व के बारे में नागरिकों में जागरूकता को बढ़ावा देना और उन्हें अपनी राष्ट्रीय पहचान पर गर्व करने के लिए प्रोत्साहित करना तथा लोगों में एकता और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने के साथ ही स्वतंत्रता के बाद से देश की उपलब्धियों और प्रगति का जश्न मनाना भी हैं।
इस वर्ष हर घर तिरंगा अभियान पूरे भारत वर्ष और दुनिया के हर कोनें में जहां भारतीय प्रवास करते है, वहाँ एक उत्सव के रूप में 09 अगस्त 2024 से 15 अगस्त 2024 तक मनाया जाएगा। हर घर तिरंगा अभियान के तहत मूल भावना भारत के हर नागरिक को राष्ट्रीय झंडा, तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित करके उन्हें देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करना हैं। भारत सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी इस पहल के अनुसार आप अपने घरों में तिरंगा फहराने एवं झंडे के साथ एक सेल्फी क्लिक करके इसे पोर्टल harghartiranga.com पर अपलोड कर सकते हैं।साथ ही अपने मोबाईल या लेपटॉप अथवा कम्प्यूटर पर आवश्यक जानकारी और शपथ पत्र सबमिट कर घर बैठें प्रमाण पत्र भी हासिल कर सकते हैं।हर घर तिरंगा अभियान आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में शुरू हुआ है ताकि लोगों को तिरंगे को घर लाने और भारत की आजादी को चिह्नित करने के लिए इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मन्त्री गजेन्द्र सिंह शेखावत बताते है कि पिछले दो वर्षों में हर घर तिरंगा अभियान एक जन आंदोलन बन गया है, देश भर में समाज के विभिन्न समुदायों के लोगों ने इस विचार को अपनाया है और इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन कार्यक्रमों में भागीदारी के माध्यम से अपनी गर्मजोशी और समर्थन से जोड़ा है। वर्ष 2022 में 23 करोड़ से अधिक घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और 6 करोड़ लोगों ने ध्वज के साथ अपनी सेल्फी harghartiranga.com पर अपलोड की। वर्ष 2023 में, हर घर तिरंगा अभियान के तहत 10 करोड़ से अधिक सेल्फी अपलोड की गईं थी।देश में ही नहीं विदेशों में भी इस अभियान को ज़बरदस्त समर्थन मिला था और विश्व की प्रसिद्ध इमारतों को भी तिरंगे की आकर्षक रोशनी में नहायें देखा गया था। साथ ही प्रवासी भारतीयों ने भी बड़े उत्साह से यह अभियान मनाया।
शेखावत ने बताया कि इस वर्ष इस अभियान का एक मुख्य आकर्षण संसद सदस्यों की विशेष तिरंगा बाइक रैली का आयोजन है, जो 13 अगस्त को सुबह 8 बजे नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी। यह रैली नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम से शुरू होकर इंडिया गेट से होते हुए मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर समाप्त होगी।
पूरे देशभर में 09 अगस्त 2024 से हर घर तिरंगा अभियान की शुरूआत हो गई हैं जो 15 अगस्त 2024 तक चलेगा। विगत 28 जुलाई, 2024 को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने आकाशवाणी पर अपने नवीनतम मन की बात रेडियो कार्यक्रम में भारतवासियों से अपने घरों एवं दफ्तरों पर तिरंगा झंडा फहराने एवं सोशल मीडिया पर तिरंगे के साथ सेल्फी अपलोड करने की परंपरा को निर्बाध जारी रखने की अपील की हैं जिसमें पिछले दो वर्षों में जनता की व्यापक भागीदारी देखी गई है।
इस बार भी देश के हर प्रदेश के विभिन्न शहरों में देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत तिरंगा दौड़ आयोजित की जा रही हैं। इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में हमारी राष्ट्रीय विरासत का जश्न मनाने के लिए देशभक्ति गीतों पर आधारित तिरंगा संगीत कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है । साथ ही एकता और देशभक्ति का संदेश फैलाने एवं लोगों को जागरूक करने के लिए स्थानीय समुदायों में नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन भी कराया जा रहा हैं।इसके अलावा राष्ट्रीय ध्वज के इतिहास और महत्व को प्रदर्शित करने के लिए तिरंगा के विकास पर प्रदर्शनियों का आयोजन भी हों रहा हैं।सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय गौरव का उत्साहपूर्ण प्रदर्शन फ्लैश मॉब के माध्यम से भी किया जा रहा हैं।इसके अलावा युवाओं और बच्चों को राष्ट्र के प्रति अपने प्रेम की कलात्मक अभिव्यक्ति में शामिल करने के लिए चित्रकला प्रतियोगिता भी एक मुख्य आयोजन है। संस्कृति मन्त्रालय ने विश्वास जताया है कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंकर अभियान की सफलता सुनिश्चित करेंगे।
इधर भारत की आजादी के बाद पहली बार दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला की प्राचीर से देश के प्रथम प्रधानमन्त्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू द्वारा लहराया गया तिरंगा राजस्थान के दौसा जिले के आलूदा गाँव के बुनकरों द्वारा बनाया गया बताया जाता है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि के अभाव में आलूदा गाँव के बुनकर और खादी भंडार स्वतंत्रता के 75 वर्षों के बाद के अमृत काल में आज भी उस सम्मान से वंचित है जिसके हकीकत में वे अधिकारी हैं।
दूसरी ओर हर घर तिरंगा अभियान का हश्र स्वच्छता मिशन अभियान जैसा नहीं होंवे…! इसे लेकर हर राष्ट्र भक्त चिंतित हैं। पिछलें वर्षों में तिरंगा झण्डे के यत्र-तत्र सड़कों पर बिखरें पड़े देखें जाने और असम्मान जनक स्थिति में पाये जाने से यह चिन्ता और अधिक बढ़ी है। इसलिए इन लोगों का मानना है कि हर घर तिरंगा अभियान के साथ ही हर नागरिक को राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा और सम्मान बनाए रखने की शिक्षा देना भी जरुरी है। साथ ही तिरंगा के अपमान जनक स्थिति को टालने के लिए अभियान के दौरान देश के हर शहर में सेना और पुलिस के साथ-साथ नागरिक सेवाओं से जुड़ें लोगों के विशेष दस्तों को भी तैनात किया जाना चाहिये ताकि वे असहज स्थितियों को सम्भाल सकें। साथ ही जानबूझकर कर तिरंगा का अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी अमल में लानी चाहिए।
देखना है भारत सरकार और राज्य सरकारें इस दिशा में कितनी गंभीरता से कार्यवाही अंजाम में लाकर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के सम्मान को बरकरार रखवा पाती है?