अजय कुमार
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स‘ के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस पर अपने सम्बोधन के दौरान सांप्रदायिक नागरिक संहिता वाले बयान को लेकर सवालों के घेरे में खड़ा किया है। मायावती ने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि सरकार संविधान की मंशा के हिसाब से सेक्युलरिज्म का पालन करे यही सच्ची देशभक्ति व राजधर्म है।
मायावती ने आज शुक्रवार को एक्स पर लिखा कि पीएम द्वारा कल 15 अगस्त को लाल किले से बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा सभी धर्मों का एक-समान सम्मान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत की संवैधानिक व्यवस्था को कम्युनल कहना क्या उचित? सरकार संविधान की मंशा के हिसाब से सेक्युलरिज्म का पालन करे यही सच्ची देश भक्ति व राजधर्म। मायावती ने गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने आगे लिखा कि इतना ही नहीं बल्कि पीएम द्वारा देश की अपार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्याओं पर इससे प्रभावित करीब सवासौ करोड़ लोगों में उम्मीद की कोई नई किरण नहीं जगा पाना भी कितना सही? लोगों के अच्छे दिन कब आयेंगे?