सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : 2018 में ब्रेडा में चैंपियंस ट्रॉफी से सीनियर हॉकी टीम के लिए खेलना शुरू करने वाले फुलबैक जर्मनप्रीत सिंह ने तब भारत को वहां रजत पदक दिलाया था। इसके बाद जर्मनप्रीत 2018 में भारत की मस्कट (ओमान) एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण तथा 2022 में राष्टï्रमंडल खेलों में राष्टï्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाले टीम के सदस्य रहे है। जर्मनप्रीत भारत की 2023 में हांगजू (चीन) में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के भी सदस्य रहे। जर्मनप्रीत ने हाल ही में एफआईएच प्रो लीग 2023-24 में एंटवर्प और लंदन में शिरकत कर बढ़िया प्रदर्शन करने वाली टीम के भी सदस्य रहे। जर्मनप्रीत सिंह भारत की इसी महीने जून में प्रो लीग में जर्मनी में 3-0 से हराने वाली टीम के सदस्य थे।
जर्मनप्रीत सिंह ने कहा, ‘ हमारी टीम में सभी की एक दूसरे के साथ लय ताल शानदार है। मैदान से बाहर हम सभी खिलाड़ियों की आपस में बराबर चर्चा होती है जिसमें हम अपने पिछले मैच की बाबत चर्चा करते हैं कि हम मैदान पर कैसे और बेहतर खेल दिखा सकते हैं। हमारी पूरी टीम एक ही दिशा में आगे बढ़ रही है और हमारा मानना है कि हमारी जुगलबंदी बढ़िया है। टीम के अन्य खिलाड़ियों कीतरह मेैं अपना सर्वश्रेष्ठï देकर पेरिस ओलंपिक के लए भारतीय टीम में जगह बनाना चाहता हूं। यदि मैं 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय टीम मे जगह बनाने में कामयाब होती हूं तो यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बड़े गर्व की बात होगी। यदि पेरिस में अपना पहला ओलंपिक खेलता हूं तो मेरे लिए यह एक सपने का पूरा होगा॥ मैं यदि पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय हॉकी टीम में चुना जाता हूं तो मेरा मकसद अपनी टीम के शिद्दत से प्रदर्शन करना होगा क्योंकि मेरे लिए सबसे पहले मेरी टीम है।
जर्मनप्रीत सिंह ने एफआईएच प्रो लीग 2023-24 में एंटवर्प और लंदन में अपने प्रदर्शन की बाबत कहा, ‘ मेरे लिए प्रो लीग में खेलना एक अच्छा अनुभव रहा। इसमें हमें अलग-अलग स्ट्रक्चर से खेलने वाली टीमों के खिलाफ खुद को आंकने का मौका मिला। इन मैचों से हमें यह जानने का मौका मिला कि हमें खेल में कहां क्या सुधार की जरूरत है। साथ ही हमें अपनी खुद की ताकत को जानने का मौका मिला।जर्मनी के खिलाफ मैन ऑफ द मैच रहना एक सुखद अहसास है। इस तरह के टूर्नामेंट में बढ़िया प्रदर्शन करने से आत्मविश्वास बढ़गा और मुझे खुशी है कि वह मुझे अपने प्रदर्शन का सम्मान मिला। बावजूद एक खिलाड़ी के रूप में तरक्की कतई रुकनी नहीं चाहिए। मेरा लक्ष्य ं आगामी शिविर में अपना खेल और सुधार कर 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए उससे पहले अपना सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन करना है।’