इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल, जयपुर के वकील राजेंद्र सिसोदिया, न्यायिक सदस्य डॉ. एस. सीतालक्ष्मी और अपीलकर्ता मुजम्मिल को भ्रष्टाचार/ रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। 1 करोड़ 35 लाख रुपये से ज्यादा की रकम बरामद हुई है।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि वकील राजेंद्र सिसोदिया को 25 नवंबर को 5.5 लाख रुपये की रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया गया। अपील करने वाले ने हवाला के ज़रिए रिश्वत के 5.5 लाख रुपये दिए। इसके बाद, आईटीएटी की न्यायिक सदस्य डॉ. एस. सीतालक्ष्मी को 26 नवंबर को उनकी सरकारी कार से 30 लाख रुपये बरामद होने के साथ गिरफ्तार किया गया और अपील करने वाले मुजम्मिल को भी 26 नवंबर को गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई की कई टीमों ने जयपुर, कोटा और दूसरी जगहों पर छापे मारे और 1 करोड़ रुपये से ज़्यादा की नकदी, प्रॉपर्टी के कागजात और दूसरे ऐसे दस्तावेज ज़ब्त किए, जिससे पता चलता है कि यह एक संगठित सिंडिकेट है।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर इस क्रिमिनल नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया, जिसमें इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल (आईटीएटी), जयपुर के एक वकील, एक ज्यूडिशियल मेंबर, एक असिस्टेंट रजिस्ट्रार और दूसरे अन्य सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट लोग शामिल हैं। ये लोग रिश्वत के बदले आईटीएटी बेंच, जयपुर में पेंडिंग अपीलों को संबंधित अपील करने वालों के पक्ष में निपटाने की भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल थे।
सीबीआई ने 25 नवंबर को आरोपी वकील, आईटीएटी, न्यायिक सदस्य और असिस्टेंट रजिस्ट्रार समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।





