- फिर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर कप्तान रोहित बाहर
- भारत को रोहित की बतौर बल्लेबाज कमी बुरी तरह अखरेगी
- भारत के सामने आक्रामक इंग्लैंड को रोकने की मुश्किल चुनौती
- उस्ताद द्रविड़ को बनानी होगी इंग्लैंड के स्टोक्स व बैरिस्टो को रोकने की रणनीति
- विराट, पुजारा, बुमराह ,शमी के साथ पंत को उठाना अपने खेल का स्तर
- भारत की संतुलित एकादश चुनने के लिए द्रविड़ को करनी होगी मशक्कत
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : तेज गेंद जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से एजबेस्टन में शुरू हो रहे पुनर्निधारित पांचवें क्रिकेट मैच में भारत के कप्तान होंगे। नियमित कप्तान रोहित शर्मा बृहस्पतिवार को कोरोना टेस्ट में फिर पॉजिटिव पाए जाने पर भारतीय टीम से बाहर हो गए हैं। अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने जसप्रीत बुमराह को एजबेस्टन में पांचवें क्रिकेट टेस्ट के लिए टीम इंडिया का कप्तान और ऋषभ पंत को उपकप्तान घोषित किया। यह जानकारी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के मानद सचिव जय शाह ने बृहस्पतिवार रात दी। बुमराह भारत के 38 वें टेस्ट कप्तान और कपिल देव के बाद यह जिम्मेदारी संभालने वाले देश के पहले तेज गेंदबाज होंगे। बुमराह पटौदी ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज में भारत की कप्तानी करने वाले दूसरे कप्तान होगे। पिछले साल इस टेस्ट सीरीज के शुरू के चार टेस्ट मैचों में भारत ने की विराट कोहली की कप्तानी में 2-1 की बढ़त ले ली। अब एजबेस्टन में शुक्रवार को शुरू होने वाला पांचवां टेस्ट दरअसल बीते बरस सितंबर में मैनचेस्टर में खेला जाने था लेकिन तब भारतीय खेमे में कोरोना की दस्तक केे चलते इसे रद्द कर दिया था। भारत तब चार टेस्ट मैचों की समाप्ति पर लॉडर्स और ओवल के टेस्ट जीत 2-1 से आगे था। तब से अब तक काफी कुछ बदला चुका है। अब दोनों टीमों के कप्तान और चीफ कोच बदल जा चुके हैं। भारत के चीफ कोच की जिम्मेदारी अब राहुल द्रविड़ को मिल चुकी है।
जसप्रीत बुमराह ने कहा,’भारत की कप्तानी बहुत बड़ा सम्मान और उपलब्धि है।बृहस्पतिवार सुबह भी टेस्ट हुए और इसमें भी रोहित फिर कोरोना पॉजिटिव पाए गए और इसके बाद मुझे बताया गया कि मुझे भारत की एजबेस्टन टेस्ट में कप्तानी करनी है।’
रोहित के बाहर कोने के कारण अब नए कप्तान बुमराह के मार्गदर्शन मे भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ को सबसे ज्यादा माथापच्ची संतुलित एकादश को चुनने को लेकर करनी पड़ेगी। भारत को इस टेस्ट में रोहित की कमी बतौर कप्तान तो बल्लेबाज बुरी तरह अखरेगी। रोहित इंग्लैंड के खिलाफ बीते बरस इस टेस्ट सीरीज के शुरू के चार टेस्ट मैच में एक शतक और दो अद्र्धशतक सहित 368 रन बनाकर रन बनाने में सबसे ज्यादा रन बनाने में तब इंग्लैंड के कप्तान रहे जो रूट (564) के बाद दूसरे नंबर पर रहे थे। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि पिछले साल शुरू के चार टेस्ट मैच में बुमराह ने 18 विकेट चटकाए थे और टीम की कमान उनके हाथ में है। बुमराह भारत में मेहमान श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम के उपकप्तान थे। भारत को रोहित के साथ पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ शुरू के चार टेस्ट में मजबूत शुरुआत देने वाले जांघ में चोट के चलते अब बाहर उनके सलामी जोड़ीदार केएल राहुल (315रन) की कमी अखरेगी। रोहित और राहुल दोनों की गैरमौजूदगी में बड़ा सवाल यह रहेगा कि शुभमन गिल के साथ भारत की पारी का आगाज कौन करेगा। बहुत उम्मीद है यही है कि गिल के साथ आखिरी वक्त पर टीम इंडिया से जोड़े गए मयंक अग्रवाल ही पारी का आगाज करें।
वहीं इंग्लैंड की कप्तानी जो रूट से बेन स्टोक्स और क्रिस सिल्वरवुड से चीफ कोच की जिम्मेदारी ब्रेंडन मैकुलम को मिल चुकी है। नए चीफ कोच मैकुलम और कप्तान स्टोक्स की जुगलबंदी में इंग्लैंड ने आक्रामक अंदाज में खेल मेहमान न्यूजीलैंड टीम का तीन टेस्ट की सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ किया। भारत के लिए ऐसे में पुनर्निधारित एजबेस्टन के पांचवें टेस्ट में आक्रामक अंदाज में खेल रहे इंग्लैंड को रोकने की मुश्किल चुनौती होगी। उस्ताद मैकुलम के खुल कर खेलने के दर्शन का नतीजा है कि खुद कप्तान स्टोक्स और दनादन क्रिकेट के माहिर जॉनी बैरिस्टी ने मुश्किल में सेंचुरी जड़ इंग्लैड को न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत दिलाई उससे भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ को मेजबान टीम से निपटने के लिए इन दोनों को रोकने की रणनीति बनानी होगी।
रोहित के कोरोना की चपेट में आकर बाहर होने के कारण भारत को इंग्लैंड से एजबेस्टन में पांचवां टेस्ट जीतना तो पूर्व कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, रवींद्र जडेजा, खुद कप्तान जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे उसके अनुभवी खिलाडिय़ों के साथ नवोदित उपकप्तान ऋषभ पंत और शुभमन गिल को अपने खेल का स्तर उंचा उठाना होगा। इतिहास गवाह है कि भारत अभी तक एजबेस्टन में मेजबान इंग्लैंड से कोई टेस्ट जीत नहीं पाया है। भारत को इंग्लैंड को दो-दो की बराबरी पाने से रोक सीरीज अपने नाम करनी है तो उसे एजबेस्टन में पांचवां टेस्ट जीतना होगा या कम से कम ड्रॉ कराना ही होगा। बेशक मात्र दो अभ्यास सत्र के बाद मयंक से इंग्लैंड के रफ्तार के सौदागर जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और नवोदित मैथ्यू पॉटस के तूफान को जीवट के साथ झेलने की उम्मीद करना बहुत वाजिब तो नहीं होगा लेकिन मौजूदा हालात में वही सबसे बेहतर विकल्प नजर आते हैं। एक सवाल यह है कि भारत बल्लेबाजी में तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा पर ही भरोसा करे या फिर हनुमा विहारी पर? चेतेश्ेवर पुजारा को राष्टï्रीय चयनकर्ताओं ने मेहमान श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज से बाहर रखा था। ऐसे भी संकेत ये भी हैं कि यह एजबेस्टन टेस्ट पुजारा का विदाई टेस्ट भी हो सकता है। पुजारा ने भारत को पिछले साल लॉडर्स में दूसरे और ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारियों में बेहतरीन बल्लेबाजी कर जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया था। चिंता पुजारा की लीस्टरशर में अभ्यास मैच में नाकामी को लेकर है। विराट कोहली के अपने नियत चौथे नंबर पर ही बल्लेबाजी करने उतरने की उम्मीद है। पिछले चार टेस्ट में भारत के लिए श्रेयस अय्यर ने एक शतक और तीन अद्र्धशतक जड़े हैं। भारत के पास बतौर बल्लेबाज ऋषभ पंत छठे नंबर पर हैं। साथ ही शार्दूल ठाकुर ने पिछले साल गेंद के साथ बल्लेबाजी में निचले क्रम में उपयोगी पारियां खेल कर बाजी पलटी थी और उनसे फिर ऐसे ही प्रदर्शन को दोहराने की आस है।
भारत की ओर से नई गेंद से जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की अनुभवी जोड़ी के साथ बड़ा सवाल तीसरे सीमर को लेकर रहेगा। पिछले साल इंग्लैड में बतौर सीमर जिस तरह से मोहम्मद सीरीज ने कहर ढाहा उससे वही तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में भारत की एकादश में जगह पाने के मजबूत दावेदार हैं। ओवल में उमेश यादव ने दूसरे टेस्ट में जो रूट सहित इंग्लैड के सभी बल्लेबाजों को खासा परेशाप कर छह विकेट चटकाए । कप्तान रोहित को खेलने को लेकर चलते अनिश्चय के चलते बल्लेबाजी में जरूरी संतुलन के मद्देनजर चार तेज गेंदबाजों को उतारने के क्रम में आलराउंडर शार्दूल ठाकुर को उतारने की सोच सकता है। एक स्पिनर को उतारने की स्थिति में तो रवींद्र जडेजा ही भारत की एकादश में रहेंगे।
टेस्ट का समय: दोपहर बाद 3 बजे से