भारत को जू. हॉकी टीम को नीदरलैंड के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल में जीत के लिए ‘स्ट्रक्चर’ पर काबिज रहना होगा

  • भारत की जू. टीम के खिलाडिय़ों को बेवजह कार्ड लेने से बचना होगा
  • भारत की जू. टीम के कप्तान उत्तम बोले, नीदरलैंड के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ खेल खेलेंगे
  • कोच सीआर कुमार ने कहा, लड़के क्वॉर्टर फाइनल के लिए हैं तैयार

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत ने स्ट्राइकर ऑलराउंडर अरिजित सिंह हंदल की हैट्रिक से दक्षिण कोरिया को 4-2 से हरा कर आगाज करने के बाद अगले मैच में स्पेन से 1-4 से मिली हार से उबर कनाडा को क्वालालंपुर में एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में शनिवार को अपने तीसरे और आखिरी मैच में 10-1 से हरा कर दूसरी जीत के साथ कुल छह अंकों के साथ पूल सी में दूसरे स्थान पर क्वॉर्टर फाइनल में स्थान पाया। उत्तम सिंह की अगुआई वाली भारतीय जूनियर टीम अब क्वॉर्टर फाइनल में पूल डी में दो जीत और एक जीत के साथ शीर्ष पर रहने वाली नीदरलैंड से भिड़ेगी। भारत की जूनियर टीम के लिए उत्साह बढ़ाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान की जूनियर टीम ने पूल डी में तीन बार पिछडऩे के बावूजद नीदरलैंड को अपने पहले ही मैच में पिछडऩे के बाद ं तीन -तीन गोल की बराबरी पर रोका था। ऐसे में भारत की जूनियर टीम को नीदरलैंड के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल के लिए यह हौसला जरूर मिलेगा कि यदि वह अपने ‘स्ट्रक्चर’ पर काबिज रहे तो जरूर ही उसके खिलाफ जीत हासिल कर सकती है। साथ ही भारतीय जूनियर टीम के खिलाडिय़ों को बेवजह कार्ड लेकर मैदान से बाहर जाने से बचना होगा।

भारत की जूनियर टीम के कप्तान उत्तम सिंह ने कहा, ‘हमने इस जूनियर हॉकी विश्व कप में अच्छी हॉकी खेली है । कनाडा पर मिली 10-1 से जीत से अब नॉकआउट क्वॉर्टर फाइनल के लिए निश्चित रूप से हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। हम नीदरलैंड के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल में भी पूरी क्षमता से अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने की कोशिश करेंगे।’

भारत की जूनियर टीम के कोच सीआर कुमार ने कहा,’हमारे लड़के हर चुनौती के लिए तैयार हैं। हम इस जूनियर हॉकी विश्व कप में एक समय केवल एक मैच की बाबत सोच आगे बढ़ रहे हैं। बेशक क्वॉर्टर फाइनल बड़ा मैच है पर हमारे लड़के इसके लिए तैयार हैं।’

भारत की जूनियर टीम को नीदरलैंड पर जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में पहुंचना है तो अग्रिम पंक्ति में उसके लिए पहले मैच में हैट्रिक जमाने वाले स्ट्राइकर अरिजित सिंह हंदल, कप्तान उत्तम सिंह, सुदीप चिरिमाको, बॉबी सिंह धामी और आदित्य अर्जुन लालगे जैसे स्ट्राइकरों को आक्रामक सेंटर हाफ विष्णुकांत और राजिंदर के अभियानों का लाभ उठाकर खुद मैदानी गोल करने के साथ बराबर पेनल्टी कॉर्नर भी बनाने होंगे। साथ ही भारत की रक्षापंक्ति में रोहित, अमनदीप के साथ गोलरक्षक मोहित को पूरी मुस्तैदी दिखा कर नीदरलैंड के लिए तीन तीन गोल करने वाले स्ट्राइकर ओलिवर होरनटियूस व बोरिस कैस्पर वान डेर वीन, ड्रैग फ्लिकर टिमो बोरेस और कप्तान मिनो बोरेन से चौकस रहना होगा। भारत के खिलाडिय़ों को बेवजह नीदरलैंड के खिलाफ कार्ड लेकर मैच से बाहर होने से बचना होगा। खासतौर पर रोहित और बॉबी अति उत्साह में गेंद को कब्जे में लेकर शुरू के तीन मैचों पीले कार्ड लेकर गलत वक्त पर मैच से बाहर होते रहे हैं और इसकी भारत ने बड़ी कीमत चुकाई है।
12 दिसंबर : क्वॉर्टर फाइनल, भारत वि. नीदरलैंड, सुबह पौने नौ बजे से।