सुरक्षा कारणों के चलते 6 जुलाई से बाधित है कांगड़ा घाटी रेल सुविधा

Kangra Valley rail facility is disrupted from July 6 due to security reasons

रविवार दिल्ली नेटवर्क

कांगड़ा : कांगड़ा घाटी रेलवे लोगों को पठानकोट-जोगिन्दर नगर से 164 कि.मी. नैरोगेज रेल संपर्क उपलब्ध कराती है। जुलाई 2022 में अभूतपूर्व भारी वर्षा/बादल फटने और चक्की नदी पर पुल के बह जाने के कारण इस रेलखंड में वर्ष 2022 से सामान्य रेल परिचालन प्रभावित है।

पालमपुर के मांरडा में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक उत्तर रेलवे फिरोजपुर परमदीप सिंह सैनी कहा कि वर्ष 2023 के मानसून सत्र के दौरान रिकॉर्ड अभूतपूर्व भारी वर्षा हुई थी जिसके परिणामस्वरूप भूस्खलन, पहाड़ी का खिसकना, चट्टानों का गिरना आदि हुआ और पूरे रेल खंड में 107 स्थानों पर इसका मुख्य प्रभाव पड़ा। सुरक्षात्मक उपाय के रूप में और आकस्मिक बाढ़ के इतिहास को मद्देनजर रखते हुए दिनांक 10.07.2023 से रेल यातायात को निलंबित कर दिया गया और मरम्मत के बाद रेल सेवाओं को चरणबद्ध रूप में बहाल किया गया।

दिनांक 28 दिसंबर, 2023 को काँगड़ा-जोगिंदर नगर के बीच रेल सेवा शुरू किया गया फिर इसे कोपर लहर तक बढ़ाया गया। दिनांक 11 मई, को नूरपुर रोड-जोगिंदर नगर के बीच रेल सेवा को शुरू किया गया।

परमदीप सिंह सैनी ने कहा कि इस मानसून सत्र में, इस क्षेत्र में 2 जुलाई से अत्यधिक वर्षा हो रही है और अब तक 36 स्थान ऐसे हैं जहाँ पहाड़ी खिसकने से चट्टानें ट्रैक पर गिर गई हैं और कुछ स्थानों पर ट्रैक के किनारे धंस गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में, जुलाई के पहले सप्ताह के दौरान हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा (180 मिमी) और हाई ऑरेंज अलर्ट के कारण 6 जुलाई, 2024 को सेक्शन को ट्रेन संचालन के लिए बंद कर दिया गया था। जुलाई के महीने में समय-समय पर हाई ऑरेंज अलर्ट की घोषणा की गई है। यद्धपि रेलवे ट्रैक को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन कांगड़ा घाटी रेलखंड में निर्मित नालियां और रिटेनिंग वॉल अत्यधिक बारिश में क्षतिग्रस्त होने की संभावना हो सकती हैं। किसी भी प्रतिकूल स्थिति से बचने के लिए, सुरक्षा कारणों से रेलवे ट्रैक को बंद कर दिया गया है जैसा कि प्रत्येक वर्ष मानसून के दौरान किया जाता था। मानसून समाप्त होते ही काँगड़ा घाटी में रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी।