करुणानिधि का पेन मैमोरियल

आर.बाबू

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री व डीएमके पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय एम करुणानिधि लेखन के लिए जाने जाते हैं।राजनीति में आने से पहले करुणानिधि तमिल फिल्म जगत के जाने माने लेखक थे। उनकी लिखी कई फिल्मों ने रिकॉर्ड सफलता हासिल की। उन्होंने अपने जमाने के बड़े तमिल अभिनेता शिवाजी गणेशन, एमजी रामचंद्रन तथा जैमिनी गणेशन के लिए कई फिल्में लिखीं। करुणानिधि द्वारा कई डॉयलॉग काफी मशहूर हुए। उनकी लेखनी जहां जीवन की सरसता थी, वहीं जीवन का दर्शन भी था। यही कारण है कि उनको कलैगर कहा जाता है, जिसका अर्थ है कला का विद्वान, महान कलाकर भी कहा जाता है।

अब इस महान शख्सियत वर्गीय एम करुणानिधि के सम्मान में एक मैमाेरियल का निर्माण किया जा रहा है। इस मैमाेरियल की खासियत यह है कि इसे विशाल कलम के आकार का बनाया जा रहा है। जिसमें करुणानिधि की विशाल मूर्ति स्थापित की जाएगी। पैन मैमोरियल दरअसल करुणानिधि के तमिल साहित्य और संस्कृति में उनके योगदान के साथ-साथ उनकी राजनीतिक विरासत का भी प्रतीक होगा।

इस परियोजना की घोषणा 2022 में की गई थी और इसकी लागत 81 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। यह चेन्नई में मरीना बीच से लगभग 360 मीटर दूर, बंगाल की खाड़ी में 8,551 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनाया जा रहा है।

इस स्मारक में तमिल विरासत तत्वों के साथ क्षेत्रीय रूपांकनों, वास्तुकला और डिजाइन शामिल होंगे, और यह प्राकृतिक उद्यानों से घिरा होगा। कलम स्मारक, इयाल यानी कविता और साहित्य, इसाई यानी संगीत , और नादगम यानी थिएटर में करुणानिधि की उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करता है, जो प्राचीन और समकालीन तमिल संस्कृति के तीन मूलभूत स्तंभ हैं।

करुणानिधि ने उपन्यास, लघु कथाएँ, जीवनियाँ, निबंध और संस्मरण सहित 100 से अधिक किताबें लिखीं।उन्होंने तमिल सिनेमा के लिए कई नाटक और पटकथाएँ भी लिखीं और वह द्रविड़ आंदोलन के एक प्रसिद्ध वक्ता और नेता थे। कलम स्मारक की योजना करुणानिधि की स्मृति में श्रद्धांजलि और तमिल लेखकों और कलाकारों की भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में रहेगी।