भारत को सीरीज जीतने की आस बनाए रखने के लिए अब बाकी तीनों टी-20 जीतने होंगे

  • जीत के लिए भारत के बल्लेबाजों को जोश के साथ होश की जरूरत
  • चहल और अक्षर सहित भारत के स्पिनरों को बेहतर गेंदबाजी करनी होगी
  • इशान व श्रेयस को रबाड़ा- नोकिया की शॉर्ट पिच गेंदबाजी से चौकस रहना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : लगातार दो हार से आगाज करने वाली ऋषभ पंत की अगुआई वाली भारतीय टीम को मेहमान दक्षिण अफ्रीका से पांच टी-20 मैचों की क्रिकेट सीरीज जीतने की आस बनाए रखने के लिए अब मंगलवार को विशाखापट्टïनम में तीसरे मैच सहित अगले तीनों मैच हर हाल में जीतने में होंगे। भारत को जीत की राह पर वापस लौटना तो उसके बल्लेबाजों को जोश के साथ होश की जरूरत होगी। भारत के तुरुप के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को अभी हाल ही में आईपीएल की सी चतुराई वाली गेंदबाजी करनी ही होगी और साथ ही लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल को बेहतर नियंत्रण और टप्पे पर गेंद करनी होगी। कहने का मतलब यह है कि जीत के लिए भारत को बल्लेबाजी और गेंदबाजी इकाई के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन की जरूरत है। ऋषभ पंत को जांघ में खिंचाव के कारण कप्तान केएल राहुल के टी-20 सीरीज से बाहर होने से अचानक टीम इंडिया की कप्तानी मिली है लेकिन शुरू में उपकप्तान नियुक्त किया गया था तो उनसे जेहनी तौर पर इस जिम्मेदारी के लिए तैयार होने की उम्मीद जरूर की गई थी।

खुद कप्तान ऋषभ पंत, इशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे भारत के युवा तुर्क इस सीरीज में इस साल ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर -नवंबर में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए किसी भी हाल में अपने उस्ताद राहुल द्रविड़ की हर हाल में ‘आक्रामक ही सर्वश्रेषठ रक्षणÓ के मूलमंत्र को ‘आत्मसातÓ कर कर खेल रहे हैं। उस्ताद राहुल द्रविड़ का यह मंत्र मौजूदा सीरीज के दिल्ली में पहले टी-20 में भारत की हार के बावजूद लगभग कारगर रहा था लेकिन दूसरे मैच में कटक मुश्किल पिच पर इसमें जोश के साथ शुरू में ज्यादा होश की रणनीति संभवत: कारगर रहती। भारत के बल्लेबाजों खासतौर पर इशान किशन व ऋतुराज गायकवाड़ और श्रेयस अय्यर को दक्षिण अफ्रीका के रफ्तार के सौदागर- ऑनरिक नोकिया, कसिगो रबाड़ा, वेन परनैल और डवेन प्रिटोरियस के शॉर्ट-पिच गेंदोंं के जाल में फंसने से बचने के लिए ज्यादा सूझबूझ दिखा चौकस रहना होगा। बेशक कप्तान ऋषभ पंत और उपकप्तान हार्दिक पांडया मिजाज से आक्रामक बल्लेबाज हैं लेकिन इन्हें पारी के शुरू में कुछ गेंदें पिच के मिजाज को भांपने के लिए ज्यादा समझबूझ से खेलनी होंगी क्योंकि इन दोनों में कुछ ही गेंदों में बड़े स्ट्रोक कर अपने दम मैच का रुख मोडऩे का माद्दा है। भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ं टी-20 विश्व कप से पहले क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मट की इस सीरीज में जीत -हार से ज्यादा तवज्जो सभी संयोजनों और उपलब्ध प्रतिभाओं को पूरी तरह आजमाने को दे रहे हैं। इसके लिए उस्ताद द्रविड़ की आलोचना फिलहाल तो कतई वाजिब नहीं होगी।

तीनों फॉर्मेट के नियमित कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे धुरंधरों को आराम देने और ऑलराउंडर दीपक चाहर, रवींद्र जडेजा और ओपनर केएल राहुल, कुलदीप यादव के चोट के चलते बाहर होने से आधा दर्जन से ज्यादा नियमित एकादश में स्थान पाने वाले खिलाडिय़ों के बिना दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेल रही ऋषभ पंत की अगुआई वाली यह भारत की ‘दूसरी पंक्तिÓ के खिलाडिय़ों की टीम है। वहीं दक्षिण अफ्रीका की पूरी ताकतवर टीम इस टी-20 में खेल रही है और भारत की टीम में आधा दर्जन से अधिक धुरंधरों की मौजूदगी में जीत की भी दावेदार है। भारत के अनुभवी स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के साथ बतौर तेज गेंदबाज नवोदित आवेश खान और अनुभवी हर्षल पटेल में दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर, रॉसी वान डेर डुसेन, हेनरिक क्लासेन, डवेन प्रिटोरियस के साथ कप्तान तेंबा बाउमा कों सस्ते मेंआउट कर पैवेलियन लौटाने का दम है। भुवनेश्वर ने अपनी स्विंग और चतुर गति परिवर्तन से कटक में दक्षिण अफ्रीका के चार विकेट सस्ते में चटका इसकी बानगी दिखाई भी है। भुवनेश्वर के साथ अनुभवी लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल विशाखापट्टïनम मे तीसरे टी-20 में रग में दिखे तो भारत तीसरा टी-20 जीत सीरीज में वापसी कर सकता है।

इशान के आतिशी अद्र्धशतक और श्रेयस अय्यर, हार्दिक पांडया,ऋषभ पंत की छोटी तेज पारियों से भारत बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद दिल्ली में सीरीज का पहला टी-20 मैच सात विकेट से और कटक में बल्लेबाजों की नाकामी से दूसरा कुछ करीबी मैच चार विकेट से हार गया। पहले टी-20 में दिल्ली में फिरोजशाह कोटला मैदान पर भारत के गेंदबाजों खासतौर पर स्पिनरों की धुनाई से भारत 211 रन के बड़े स्कोर का बचाव नहीं कर पाया था। कटक में दूसरे टी-20 में बल्लेबाजों की नाकामी और हार के बावजूद चतुर स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (4/13) का रंग में लौटना भारत के लिए अच्छा संकेत है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अक्षर पटेल की जगह भारत क्या ऑफ स्पिन ऑलराउंडरदीपक हुड्डïा को एकादश में शामिल करने का जोखिम उठाएगा। भारत के उस्ताद द्रविड़ के सामने टी-विश्व कप से पहले रोहित और केएल राहुल की सलामी जोड़ी के लिए बैकअप ओपनर और सही स्पिन जोड़ी-युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव(फिलहाल हाथ मे चोट से सीरीज से बाहर), रवि बिश्नोई और अक्षर पटेल में तीन गेंदबाजों को चुनने की पहेली को हल करने की चुनौती है। दरअसल रवींद्र जडेजा के फिट होकर वापस करने पर जरूर स्पिन ऑलराउंडरों के लिए बेहतर विकल्प हो जाएंगे बड़ा सवाल यह रहेगा कि वह ऑफ स्पिन ऑलराउंडर के लिए ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप में दीपक हुड्डïा और रविचंद्रन अश्विन में किस एक पर भरोसा करेंगे।

मैच का समय: शाम 7 बजे से

‘हमारी अब टी-20 सीरीज के बाकी तीनों मैच जीतने की कोशिश करेंगे और हमारे स्पिनरों को बेहतर गेंदबाजी करनी होगी। कटक में दूसरे टी-20 में भुवी और हमारे बाकी सभी तेज गेंदबाजों ने बढिय़ा गेंदबाजी की। 10-11 ओवर के बाद हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की और यही मैच पलट गया। बल्लेबाजी की बाबत बस यही कहूंगा कि हमने 10-15 रन कम बनाए।

-ऋषभ पंत,भारत के कप्तान