तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर भाषण प्रतियोगिता की थीम इन्नोवेटिव टीचिंग मैथड्स एंड फ्यूचर ऑफ़ एजुकेशन रही , बीए-बीएड थर्ड सेमेस्टर के अमर्सन जॉय द्वितीय और बीएससी- बीएड फिफ्थ सेमेस्टर के तन्मय रहे तृतीय
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर हुई भाषण प्रतियोगिता में बीए-बीएड फिफ्थ सेमेस्टर की खुशी मिश्रा विजेता रहीं। बीए-बीएड थर्ड सेमेस्टर के अमर्सन जॉय द्वितीय और बीएससी-बीएड फिफ्थ सेमेस्टर के तन्मय तृतीय स्थान पर रहे। भाषण प्रतियोगिता का विषय अभिनव शिक्षण विधियां और शिक्षा का भविष्य रहा। इससे पूर्व डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि, प्राचार्य डॉ. विनोद जैन आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। छात्र-छात्राओं ने वर्तमान तकनीकी युग में इन्नोवेटिव टीचिंग मैथड्स एंड फ्यूचर ऑफ़ एजुकेशन पर बौद्धिक मंथन प्रस्तुत किया।
प्रो. एमपी सिंह ने कहा, वर्तमान युग में छात्रों के लिए नवीन टेक्नोलॉजीज अपने नए स्वरूप एवं कौशल के साथ छात्रों का हर ओर से स्वागत कर रही हैं। एक शिक्षक के रूप में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्रत्येक छात्र को इस नवीनता के साथ जोड़ें ताकि 2047 तक हम विकसित भारत के सपने को साकार करने में सक्षम हो सकें। उन्होंने कहा, एनईपी 2020 के संग-संग ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो-जीईआर 2047 – एक विकसित भारत, वर्ल्ड हंगर इंडेक्स एवं हैप्पीनेस इंडेक्स आदि विभिन्न विषयों पर भी स्टुडेंट्स के साथ विशेष चर्चा की।
फैकल्टी आफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार जैन ने कहा, नयापन विकास और उन्नति का प्रतीक है। यह नवाचार शैली शिक्षा को तो भविष्य देगी ही, साथ ही शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र को भी नवीन सोपान प्रदान करेगी। भाषण प्रतियोगिता में डॉ. पावस कुमार मंडल, डॉ. अर्पिता त्रिपाठी और डॉ. मुक्ता गुप्ता ने निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया। प्रतियोगिता के दौरान समन्वयक डॉ. नाहीद बी, सह समन्वयक डॉ. सुगंधा जैन, फैकल्टीज़ डॉ. रंजीत सिंह, श्री महेश कुमार, डॉ. हर्षवर्धन, डॉ. सुनील पांडे, डॉ. शिवानी यादव, डॉ. पूनम चौहान, डॉ. शेफाली जैन, डॉ. रुबी शर्मा आदि मौजूद रहे। संचालन स्टुडेंट्स जय चौहान और दिव्यांगना ने किया।