राजस्थान के पूर्व स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर के के गुप्ता ने दिल्ली में कचरों के पहाड़ों को जडमूल से समाप्त करने के उपाय सुझाएं

दक्षिणी राजस्थान के डूंगरपुर जिले की दीवाडा ग्राम पंचायत को गौद लेकर प्लास्टिक मुक्त गाँव बनाने का लिया संकल्प

नीति गोपेंद्र भट्ट

नई दिल्ली : भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन राष्ट्रीय योजना स्वीकृति समिति (एनएसएससी) के सदस्य तथा राजस्थान के पूर्व स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर के के गुप्ता ने दिल्ली में कचरों के पहाड़ों को जडमूल से समाप्त करने के उपाय सुझाएं है। उन्होंने हाल ही एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में इन उपायों का खुलासा किया।

के के गुप्ता ने बताया कि उन्होंने दक्षिणी राजस्थान के डूंगरपुर नगर परिषद के अध्यक्ष रहते हुए कचरा निस्तारण के सफल प्रयोग किए थे और वेस्ट से वेल्थ बनाने के कार्यों को भी अमली जामा पहनाया था। इसी प्रकार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र गाँधी नगर गुजरात गौद ली गई पाँच ग्राम पंचायतों में स्वच्छता कार्यक्रम की सफल क्रियान्वित की गई जिससे उन्हें देश की आदर्श ग्राम पंचायतों में भी स्थान मिला।

गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में बने हुए कचरों के पहाड़ों को जड़मूल से हटाने के लिए सर्व प्रथम कचरें की छटाई (सेग्रीगेशन) के कार्य को प्राथमिकता से हाथ में लेना पड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि पिछलें दिनों एक समारोह में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मन्त्री नितिन गडकरी ने भी कहा था कि दिल्ली में प्रदूषण के कारण कभी-कभी मुझे भी दिल्ली आने में डर लगता है ।उन्होंने दिल्ली में बने हुए कचरों के पहाड़ों का जिक्र भी किया था।

डूंगरपुर जिले की ग्राम पंचायत दीवडा बडा को गौद लिया

के के गुप्ता ने बताया कि हाल ही उन्होंने आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायत दीवडा बडा को गौद लिया है और यहाँ स्वच्छ भारत मिशन के तहत विविध कार्य हाथ में लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया हम प्रत्येक घर से प्लास्टिक संग्रह करके दीवडा बडा को बडा को प्लास्टिक मुक्त गांव बनाएंगे । इसके लिए प्रत्येक ग्रामवासी को प्लास्टिक संग्रहण बेग वितरित किए गए हैं।

गुप्ता ने बताया कि स्वच्छता के क्षेत्र में गांव दीवडा बडा मे अभूतपूर्व हों रहें हैं। हम इस ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायेंगे। पंचायत द्वारा स्वच्छता के सभी घटकों पर खरा उतरते हुए कार्य किए जा रहे हैं जो कि अन्य पंचायतों के लिए भी एक अनुकरणीय उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि हमने राजस्थान के लिए एक नया नवाचार हर हाल में प्लास्टिक मुक्त बनाएंगे राजस्थान नारा भी दिया है।