- 22 शहीद नायकों का सम्मान, उत्तर प्रदेश के मंत्री-सांसद सहित कई गणमान्य लोगों ने समारोह में लिया हिस्सा
अलीगढ : स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम एवं अल्पज्ञात सेनानियों की वीरगाथा को देश की आम जनता के सामने लाने के उद्देश्य से देश में आयोजित किए जा रहे क्रान्तितीर्थ समारोह की कड़ी में एक भव्य समारोह का आयोजन आज बलिदानों की नगरी अलीगढ़ स्थित धर्म समाज महाविद्यालय के सभागार में संपन्न हुआ I समारोह में मुख्य अतिथि एवं उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, मुख्य वक्ता एवं सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, संस्कार भारती के अखिल भारतीय संरक्षक बांके लाल गौर, जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र के निदेशक आशुतोष भटनागर, सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च और डेवलपमेंट एंड चेंज (सी.ए.आर.डी.सी) की निदेशक अमृता शिल्पी सहित कई गणमान्य व्यक्ति एवं सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे I समारोह में 22 शहीद नायकों की वीरांगनाओं एवं वीर सैनिकों को सम्मानित करने के साथ ही उनकी गाथाओं को याद किया गया I समारोह का आयोजन संस्कार भारती की अलीगढ ईकाई द्वारा किया गया I
जानकारी हो कि भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए हजारों वीर सिपाहियों और क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की भेंट चढ़ा दी I लेकिन उनकी गाथाओं को इतिहास के पृष्ठों में स्थान नहीं मिला I स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे गुमनाम एवं अल्पज्ञात सेनानियों की वीरगाथा को आम जनता के सामने लाने का बीड़ा उठाया है-केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय और सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च ऑन डेवलपमेंट एंड चेंज (सीएआरडीसी) ने और इसमें संस्कार भारती सहयोगी की भूमिका में है I ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अवसर पर क्रान्तितीर्थ श्रृंखला का आयोजन संस्कृति मंत्रालय एवं सीएआरडीसी द्वारा गुमनाम एवं अल्पज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को सामने लाने के लिए पूरे देश में किया जा रहा है I इसी कड़ी में अलीगढ में आयोजित समारोह में आज में 22 शहीद नायकों की वीरांगनाओं एवं वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया I समारोह में सुनील कौशल, संघ के विभाग प्रचारक गोविंद जी महानगर सह संघ चालक देवेंद्र जी (हनुमान), नगर प्रचारक विक्रांत जी, रतन जी, योगेश जी युग, प्रदीप, महानगर अध्यक्ष डा विवेक सारस्वत, विभाग सर संघचालक राजकुमार जी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। समारोह के मुख्य अतिथि एवं उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आज का कार्यक्रम भारत देश को आज़ाद कराने वाले जाने-अनजाने क्रान्तिवीरों, आज़ादी के रणबांकुरों को नमन करने का कार्यक्रम है। हमें यह आज़ादी बड़े ही त्याग, तपस्या और बलिदान के बाद प्राप्त हुई है। समूचा देश ज्ञात-अज्ञात सपूतों को नमन करता है। समारोह के मुख्य वक्ता एवं सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि हर देश को अपनी विरासत पर अभिमान होना चाहिए। अंग्रेजों ने अपनी कुटिल नीतियों से निरन्तर ही भारत की क्षमता को कमजोर किया। ढाका की मलमल, नमक की खेती सहित कई उदाहरणों के माध्यम से उन्होंने बताया कि ब्रिटिश सत्ता ने भारत के स्वाभिमान को नष्ट करने का काम किया, लेकिन हमारे वीरों ने अंततः ब्रिटिश सत्ता को भारत से जाने के लिए मजबूर कर दिया I
समारोह में सीएआरडीसी की निदेशक अमृता शिल्पी ने क्रांतितीर्थ कार्यक्रम की प्रस्तावना को दर्शकों के सामने रखा। उन्होंने कहा कि देश को गुलामी की जंजीरों से आज़ाद कराने के लिए मेरठ से बही हवा अलीगढ़ में पहुंचकर आंधी बन गयी थी। क्रांति तीर्थ जाने-अनजाने राष्ट्र भक्तों, जिन्होंने राष्ट्र प्रेम और देश को आज़ाद कराने में अपनी जान की बाजी ही नहीं, बल्कि सर्वस्व न्योछावर कर दिया, उनको नमन करने का कार्यक्रम है।
क्रांति तीर्थ समारोह संस्कार भारती के अखिल भारतीय संरक्षक बांके लाल गौर, जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह, जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र आशुतोष भटनागर, एमएलसी डॉ. मानवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक शहर मुक्ता संजीव राजा, विधायक इगलास राजकुमार सहयोगी, महानगर अध्यक्ष विवेक सारस्वत समेत अन्य जनप्रतिनिधिगण और विचार परिवार के माननीय सदस्यगण उपस्थित रहे। क्रांति तीर्थ कार्यक्रम का सफल संचालन अनिल द्वारा किया गया। समारोह के संयोजक अनिल नवरंग एवं सह संयोजक अनिल राज गुप्ता रहे I