कृष्णा नगर जैन समाज ने समस्त प्राणी मात्र से क्षमा मांगकर क्षमावाणी पर्व मनाया

Krishna Nagar Jain community celebrated the festival of forgiveness by asking for forgiveness from all living beings

दीपक कुमार त्यागी

नई दिल्ली : दिल्ली के विश्वास नगर सी बी डी के हाल में कृष्णा नगर जैन समाज द्वारा हजारों जैन धर्म अनुयायियों और भक्तो के उमड़े जनसमूह में जैन धर्म के महान संत प्रसिद्ध जीवन है पानी की बूंद महाकाव्य के मूल रचियता विमर्श लिपि के स्रजेता राष्ट्रीय योगी संत श्री 108 विमर्श सागर महामुनि राज के मंगल सानिध्य दशलक्षण पर्व की महाबेला पर सम्मान समारोह एवम क्षमावाणी महापर्व यमुनापार में पहली बार इतना विशाल समस्त जैन समाज द्वारा आयोजित किया गया।

यहां विवान हॉल में आयोजित इस विशाल कार्यक्रम के संयोजक पूर्व निगम पार्षद नरेंद्र जैन और समाज सेवी टीनू जैन ने स्थल पर आए मीडिया पर्सन को बताया केंद्रीय मंत्री एम सांसद हर्ष मल्होत्रा सहित कई नेताओ ने आचार्य श्री विमर्श सागर महामुनि राज जी से आशीर्वाद लिया। नरेंद्र जैन और टीनू जैन के अनुसार मुनिराज विमर्श सागर जी महाराज अपने पच्चीस वर्षीय संयमी जीवन में देश के अलग अलग कोने में अस्सी हजार से ज्यादा किलोमीटर की पदयात्रा करके जनमानस में अहिंसा, शाकाहार, व्यसन मुक्ति और देश भक्ति की अलख जगाने का पुनीत कार्य कर रहे है। यहां उमडी हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए महामुनि राज विमर्श सागर जी ने कहा क्षमा को सुशोभित कीजिए ,जीवन में बैर की खाई नहीं क्षमा का भवन तैयार करें।

महामुनि राज जी ने कहा क्षमा शब्द मानवीय जीवन की आधार शिला है, दस लक्षण पर्व हमें यही सीख देता है कि क्षमावाणी के दिन हमें अपने जीवन से सभी तरह के बैर भाव-विरोध को मिटा कर प्रत्येक व्यक्ति से क्षमा मांगनी चाहिए और हमें भी दूसरों को क्षमा करना चाहिए, यही क्षमावाणी है, इस अवसर पर संगीत और भक्तिपूर्ण नृत्य का कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। आयोजको द्वारा सात्विक भोजन प्रसाद का भी प्रबन्ध किया गया।