मोहित त्यागी
अपनी मेहनत, लगन व दृढ़संकल्प के बूते ‘कुलदीप सिंह चौहान’ ने केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि से लेकर राज्यपाल मिज़ोरम के अतिरिक्त निजी सचिव बनने तक का लंबा सफर तय किया।
गाजियाबाद की राजनीति में ‘कुलदीप सिंह चौहान’ एक जाना पहचाना नाम है, उन्होंने पिछले लगभग 10 वर्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व सांसद गाजियाबाद और पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल डॉक्टर वी.के. सिंह के प्रतिनिधि के तौर पर सफलता पूर्वक कार्य किया। कुलदीप ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व गाजियाबाद के पूर्व सांसद जनरल डॉक्टर वी.के. सिंह के मार्गदर्शन में गाजियाबाद जनपद का सर्वांगीण विकास करने का बेड़ा बखूबी उठाते हुए, गाजियाबाद के विकास में अपना अनमोल योगदान देने का कार्य किया था। लोकसभा चुनाव में जब जनरल डॉक्टर वी.के. सिंह का टिकट कटा तो उस वक्त भी ‘कुलदीप सिंह चौहान’ पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ उनके साथ खड़े रहे।
लेकिन जब जनरल डॉक्टर वी.के. सिंह के नाम की घोषणा मिजोरम के राज्यपाल के रूप में की गयी थी, तब से ही एकबार फिर से गाजियाबाद के राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जाने लगा था कि जल्द ही ‘कुलदीप सिंह चौहान’ भी नयी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए नज़र आयेंगे। वर्ष 2025 के आरंभ में जनरल डॉक्टर वी.के. सिंह ने मिजोरम राज्य के राज्यपाल के रूप में शपथ ली और उसके कुछ समय के बाद ही उन्होंने ‘कुलदीप सिंह चौहान’ को अपना अतिरिक्त निजी सचिव (Additional Private Secretary) नियुक्त करके उन्हें नववर्ष का तोहफा देने का कार्य किया और गाजियाबाद की राजनीति में एक बड़ा संदेश देने का कार्य कर दिया।