लोक सभा अध्‍यक्ष और भजन लाल शर्मा ने किया जयपुर में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान का शुभारंभ

Lok Sabha Speaker and Bhajan Lal Sharma inaugurated the Constitution Club of Rajasthan in Jaipur

नई दिल्ली के बाद देश की किसी विधानसभा के पहले कॉन्स्टीट्यूशन क्लब

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगर जयपुर में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दो महत्वपूर्ण आयोजन हुए । एक आईफा अवार्ड का सिल्वर जुबली समारोह का शुभारंभ और दूसरा राजस्थान विधानसभा भवन के निकट नव निर्मित राजस्थान कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का उद्घाटन।

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के बाद देश की किसी विधानसभा के पहले विश्‍व स्‍तरीय सुविधाओं से युक्त कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का शनिवार को जयपुर में लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला और राजस्थान के मुख्‍यमंत्री भजन लाल शर्मा ने विधिवत उद्घाटन किया। उद्घाटन की रस्म वैदिक परंपराओं के साथ की गई। इस मौके पर राजस्‍थान विधान सभा अध्‍यक्ष वासुदेव देवनानी,केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और भजन लाल मंत्रिपरिषद के सदस्यों सहित राजस्‍थान विधान सभा के विधायक, लोक सभा और राज्‍य सभा में राजस्‍थान के सांसद गण, पूर्व विधायकगण सहित क्‍लब के सदस्‍य और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे। लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस अवसर पर राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी द्वारा राजस्थान विधान सभा में एक वर्ष के कार्यकाल में हुए नवाचारों पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। बिरला ने क्लब में आरम्भ की गई विभिन्न सुविधाओं का अवलोकन किया।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह क्लब केवल एक भवन ही नहीं है बल्कि यह लोकतांत्रिक विमर्श, विचारशीलता और नीति-निर्माण को दिशा देने वाला मंच है। राजस्थान में स्थापित यह क्लब भी लोकतांत्रिक संवाद और विचार-विमर्श का प्रमुख केंद्र बनेगा। यह विधायकों को विचारशीलता, नीति-निर्माण और सुशासन पर खुलकर चर्चा करने का अवसर देगा। बिरला ने कहा कि राजस्थान विधानसभा हमेशा मार्गदर्शक रही है। यहां पारित कई विधेयक पूरे देश के लिए उदाहरण बने हैं। उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरों सिंह शेखावत और वर्तमान उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि राजस्थान की भूमि ने लोकतांत्रिक परंपराओं को सदैव समृद्ध किया है।

विधानसभाध्‍यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि राजस्‍थान विधान सभा देश की पहली विधान सभा है जहां कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का निर्माण हुआ है। नई दिल्‍ली की तर्ज पर जयपुर में बने इस कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विश्‍वस्‍तरीय सुविधायें विकसित करायी गई है। राज्य विधानसभा की यह परियोजना देश में एक नई मिसाल है। विधान सभा के समीप 4 हजार 948 वर्गमीटर भूखण्ड पर लगभग 80 करोड रूपये की लागत से बने इस क्लब में रेस्टोरेन्ट, कॉफी हाउस, स्विमिंग पूल, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल, कान्फ्रेन्स हॉल, वीआईपी लाउज,जिम, सैलून, बैडमिन्टन, टेबल टेनिस एवं लॉन टेनिस कोर्ट सहित अतिथियों के ठहरने हेतु कमरों का भी निर्माण हुआ है।
देवनानी ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह क्लब विधानसभा और विधायक आवास के नजदीक होने के कारण अधिक उपयोगी बन गया है। देवनानी ने कहा कि लोकतंत्र में विधान सभा का अपना महत्व‍ होता है। यहां सरकारें आती है बदलती है पर विधान सभा सदैव बनी रहती है। विधान सभा की गरिमा को यहां के अध्ययक्षों ने समय-समय पर बढाया है। श्री देवनानी ने कहा कि पूर्व विधान सभा अध्यक्ष श्री हरिशंकर भाभडा ने विधान सभा के नये भवन और पूर्व अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान और विधायक आवास के निर्माण में स्मरणी योगदान दिया।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान विधानसभा परिसर में निर्मित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान का शुभारंभ होना गर्व एवं सम्मान की बात है। प्रत्येक व्यक्ति को यहां आने पर संविधान की गरिमा और विधायी प्रक्रिया के महत्व का एहसास होगा। शर्मा ने कहा कि क्लब में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की गई हैं, जो इसे आधुनिक और उपयोगी केन्द्र बनाती है। इसमें विधानसभा के वर्तमान और पूर्व सदस्यों के लिए स्थान उपलब्ध होगा, जहां वे आपस में विचार-विमर्श, नीतियों पर चिंतन-मनन और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्ध व्यक्तियों के साथ संवाद स्थापित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह क्लब न केवल विधायकों के लिए, बल्कि राजस्थान विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों, विशिष्ट नागरिकों और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त व्यक्तियों के लिए भी खुला है। यहां आजीवन सदस्यता, साधारण सदस्यता, विशेष सदस्यता और सामान्य सदस्यता इसे समावेशी बनाते हैं। यह क्लब एक बौद्धिक मंच के रूप में कार्य करेगा।

उल्लेखनीय है कि वासुदेव देवनानी ने राजस्थान विधान सभा में अध्य‍क्ष पद के एक वर्ष के कार्यकाल में कई नवाचार किए है। इन नवाचारों में प्रमुख रूप से सर्वदलीय बैठक, पैपरलेस सदन, विधान सभा का डिजिटलाईजेशन, गुलाबी नगर का गुलाबी सदन सहित भारतीय नववर्ष के अनुसार दैनन्दिनी का प्रकाशन जैसे नवाचार उल्लेखनीय है।

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के उद्घाटन समारोह का कांग्रेस ने बहिष्कार किया और कहा कि इस क्लब का शुभारंभ और मुख्यमंत्री आशिक गहलोत के मुख्यमंत्रित्व कार्य काल में हो चुका है लेकिन भाजपा ने कहा कि क्लब में नवीन सुविधाओं को विकसित करवा और इसका संचालन की कार्यवाही के बाद इसे शुरू कराया गया है। वैसे राजस्थान विधानसभा के वर्तमान भव्य भवन का निर्माण भैरोसिंह शेखावत और हरिशंकर भाभडा के वक्त हुआ था लेकिन उद्घाटन अशोक गहलोत के मुख्यमंत्रित्व काल में हुआ।

देखना है आने वाले समय में कांग्रेस सहित विधानसभा के सभी दो सौ विधायक तथा पूर्व विधायक गण क्लब का उपयोग किस प्रकार करेंगे?