- लीग चरण के अंतिम पड़ाव में शीर्ष चार की लड़ाई खासी दिलचस्प हुई
- कोलकाता की कोशिश हार का हिसाब चुका मामूली उम्मीद जिंदा रखने पर
- लखनउ को कोलकाता के ‘तारणहार’ रसेल से चौकस रहने की जरूरत
- कॉक और हुड्डा को जरूरत कोलकाता के खिलाफ प्रदर्शन को दोहराने की
- आवेश,मोहसिन,होल्डर को कोलकाता के शीर्ष क्रम को सस्ते में लौटाना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : दो शतक और दो अद्र्धशतक सहित रन बनाने में दूसरे स्थान पर रहे कप्तान केएल राहुल के पिछले दो मैचों में सस्ते में आउट होने से पहली बार शिरकत कर रही लखनउ सुपर जायंटस की लगातार दो हार से आईपीएल 2022 क्रिकेट कें लीग चरण के अंतिम पड़ाव में शीर्ष चार की लड़ाई खासी दिलचस्प हो गई है। मौजूदा आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस का 13 मैचों में दस जीत से सबसे पहले प्ले ऑफ में पहुंचने के साथ अंतिम मैच से पहले शीर्ष पर रहना तय हो गया है। लखनउ सुपर जायंटस और राजस्थान रॉयल्स के 13-13 मैचों में समान रूप से आठ-आठ जीत से 16 अंक हैं और दोनों का शीर्ष चार में रहना हालांकि लगभग तय है लेकिन इन दोनों सहित अभी भी कुल पांच टीमें अंतिम चार की होड़ में बनी हुई है। इन सभी के अंतिम लीग मैच में जीत-हार से अभी भी समीकरणों के उलटने-पलटने की संभावना से बेशक इनकार नहीं किया जा सकता है। बाकी टीमों के अंतिम लीग मैचों की जीत -हार पर अभी भी बहुत कुछ टिका है।
लखनउ सुपर जायंटस की निगाहें अब कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ बुुधवार को डीवाई पाटील स्टेडियम, मुंबई में रिटर्न मैच में भी पुणे में पहले मैच में मिली 75 रन की जीत को दोहरा कर सब अगर-मगर को दरकिनार कर प्ले ऑफ में अपना स्थान पक्का करने पर लगी हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के अपने पिछले लगातार दो मैच जीतने के बावजूद13 मैचों में छह जीत से मात्र 12 अंक हैं और उसकी प्ले ऑफ में पहुंचने की संभावना बेहद कम है क्योंकि इसमें बहुत अगर मगर है। बावजूद इसके कोलकाता अब लखनउ से अपना अंतिम और लगातार तीसरा मैच जीत उससे पहले मैच में मिली हार का हिसाब चुका अंतिम चार में स्थान बनाने की मामूली उम्मीद जिंदा रखने की पुरजोर कोशिश करेगी। ऐसे में लखनउ और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच बेहद रोचक मुकाबले की आस है। लखनउ को खासतौर पर कोलकाता के ‘तारणहार’ साबित हो रहे बल्ले और गेंद से बराबर बढिय़ा प्रदर्शन कर मैच की तस्वीर बदलने में सक्षम ऑलराउंडर आंद्रे रसेल (330 रन व 17 विकेट) से चौकस रहने की जरूरत है। कोलकाता की लखनउ के हाथों पहले मैच में हार के बावजूद रसेल (45 रन, 2/22) ने अकेले ही बल्ले और गेंद से जाबांज प्रदर्शन किया था।
लखनउ सुपर जायंटस को अपने पिछले लगातार दो मैच की हार को भुला लीग चरण का समापन कोलकाता के खिलाफ जीत से करना है तो उसके कप्तान केएल राहुल (469 रन), अब तक तीन अद्र्धशतक जड़ चुके उनके सलामी जोड़ीदार क्विंटन डी कॉक (362 रन) और खासतौर प चार अद्र्बशतकों सहित बल्ले से लगातार सबसे सधा प्रदर्शन करने वाले दीपक हुड्डा (406 रन) को उसके खिलाफ पहले मैच के अपने प्रदर्शन को दोहराना होगा। पिछले दो मैचों में कप्तान राहुल और कॉक के सस्ते में आउट हो जाने के बावजूद दीपक हुड्डïा ने जिस तरह लखनउ की संकट से उबारने की कोशिश उससे इससे बुधवार को कोलकाता के खिलाफ बल्ले से उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेंगी। शीर्ष क्रम में इन तीनों के साथ ऑलराउंडर क्रुणाल पांडया (161 रन), नौजवान आयुष बड़ौनी (161 रन) और मरकस स्टोइन(141 रन) को मध्य और निचले मध्यक्रम में कोलकाता के खिलाफ मैच की जरूरत के मुताबिक गियर बदल कर बल्लेबाजी करने की दरकार है। कोलकाता के तेज गेंदबाज -आंद्रे रसेल (17 विकेट), उमेश यादव(16 विकेट), टिम साउदी(14 विकेट) की त्रिमूर्ति के खिलाफ खासतौर पर लखनउ के कप्तान राहुल और कॉक की सलामी जोड़ीे खुलकर बल्लेबाजी करनी होगी। कोलकाता के मिस्ट्री स्पिनर सुनील नारायण (9 विकेट) और वरुण चक्रवर्ती(6 विकेट) मौजूदा सीजन में बहुत धार दिखा नहीं पाए हैं।
कोलकाता की सबसे बड़ी दिक्कत अभी उसकी सलामी जोड़ी तय नहीं है। कोलकाता के लिए पिछले दो मैचों में वेंकटेश अय्यर(182 रन) और अजिंक्य रहाणे (133रन) खासतौर पर दनादन क्रिकेट के मिजाज से दनादन रन बनाने के लिए जूझते ही नजर आए हैं और अब तक तीन ती-तीन अद्र्बशतक जमाने वाले उसके कप्तान श्रेयस अय्यर (351 रन) और नीतिश राणा (319 रन) ने टुकड़ों-टुकड़ों में प्रदर्शन किया। ऐसे में निचले क्रम में इसीलिए रन बनाने का पूरा भार रसेल, रिंकू सिंह (134 रन) और सैम बिलिंग (133रन) पर ही टिका है। लखनउ के तेज गेंदबाज आवेश खान(17 विकेट), जेसन होल्डर (14 विकेट) और अपने पहले ही सीजन में छाप छोडऩे वाले मोहसिन खान (11 विकेट) ,दुष्मंता चमीरा(9 विकेट) की चौकड़़ी को शुरु में ही कोलकाता के शीर्ष क्रम को पैवेलियन लौटना होगा। लखनउ के बड़े दिल वाले नौजवान लेग स्पिनर रवि बिश्नोई (11 विकेट) और अनुभवी लेफ्ट आर्म स्पिनर क्रुणाल पांडया (9 विकेट) को खासतौर पर मिडल ओवरो में विकेट निकालना खूब आता है और ये दोनों ही कोलकाता के रसेल और रिंकू को निचले क्रम में बड़े स्कोर से रोकने का दम रखते हैं।
मैच का समय : शाम साढ़े सात बजे से