- पुजारा के अर्धशतक के बावजूद भारत की दूसरी पारी 163 पर सिमटी
- ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए दूसरी पारी में मात्र 76 रन का लक्ष्य
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन (8/64) ने स्पिन का जाल बुनते हुए 35 वर्षीय सदाबहार चेतेश्वर पुजारा (59 रन, 142 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) के इंदौर के होल्कर मैदान की बेहद मुश्किल पिच पर जड़े अर्धशतक के बावजूद भारत की दूसरी पारी बॉर्डर -गावसकर ट्रॉफी के तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को मात्र 16३ रन समेट कर ऑस्ट्रेलिया की जीत उम्मीद जगा दी। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए अब तीसरे दिन शुक्रवार को दूसरी पारी में मात्र 76 रन बनाने हैं। पिच के स्पिनरों की मददगार होने के बावजूद टीम ऑस्ट्रेलिया इस लक्ष्य को हासिल कर सकती है लेकिन भारत के रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल की स्पिन त्रिमूर्ति के सामने उसके लिए यह लक्ष्य आसान तो कतई नहीं रहने वाला है।
दूसरे दिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा और कुल 16 विकेट (ऑस्ट्रेलिया के छह और भारत के 10) गिरे और कुल 184 रन बने। भारत मौजूदा सीरीज के शुरू के दोनों टेस्ट ऑस्ट्रेलिया से मात्र ढाई दिन में जीत 2-0 से आगे है। सीरीज के बीच तीसरे टेस्ट में कप्तानी संभालने वाले स्टीव स्मिथ की बेहतरीन कप्तानी से ऑस्ट्रेलिया ने बाजी पलट जीत के साथ भारत की बढ़त कम करना लगभग पक्का कर दिया। लियोन को डीआरएस पर रिव्यू पर किस्मत का पूरा साथ मिला और भारत के कप्तान रोहित शर्मा(12), रवींद्र जडेजा(7) और रविचंद्रन अश्विन(16 रन, 28 गेंद, दो चौके) लिए गए रिव्यू में फैसले उनके हक में गए और चेतेश्वर पुजारा को उन्होंने फ्लिक करने के मजबूर कर लेग स्लिप में कप्तान स्टीव स्मिथ के हाथों लपकवा कर भारत के प्रतिरोध की आखिरी उम्मीद भी तोड़ दी। बेशक पिच पर बल्लेबाजी करने मुश्किल थी लेकिन शुभमन गिल, विराट कोहली और कप्तान रोहित यदि पुजारा की तरह थोड़ा ज्यादा धैर्य दिखाते तो निश्चित रूप से भारत दूसरी पारी में जरूर और बड़ी बढ़त हासिल करता।
भारत की पहली पारी के 109 रन के जवाब में एक समय मजबूत स्थिति में पहुंचने के बाद दूसरे दिन खेल शुरू होने पर दूसरे घंटे के शुरू में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (3/44) और तेज गेंदबाज उमेश यादव (3/12) के सामने आखिर छह विकेट मात्र 28 गेंदों में 12 रन के भीतर गंवाने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 197 रन बनाकर 88 रन की बेशकीमती बढ़त हासिल की थी। भारत के 35 वर्षीय चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों के खिलाफ कदमों का बेहतरीन इस्तेमाल कर गेंद की पिच तक पहुंच बताया कि इस तरह की मुश्किल पिच पर बल्लेबाजी करने का सबसे सही तरीका यही है। पुजारा ने जवाबी हमला बोलने के अंदाज में उतरे नौजवान बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (26 रन, 27 गेंद, दो छक्के, तीन चौके) के साथ मात्र 39 गेंदों में 35 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी की बढ़त को खत्म किया। श्रेयस ने भारत की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पांच विकेट चटकाने वाले लेफ्ट आर्म स्पिनर मैथ्यू कुहेनमान और दूसरी पारी में पारी में उसके सबसे कामयाब ऑफ स्पिनर नाथन लियोन को निशाना बना दोनों की गेंदों की एक एक छक्का जड़ा। बदकिस्मती से वह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की गेंद को फ्लिक करने के फेर में उस्मान ख्वाजा को मिडऑन पर कैच थमा बैठे और भारत ने अपना पांचवां विकेट 118 रन पर खोया और इसी स्कोर पर श्रीकर भरत(3) का भी विकेट खोया। ऑस्ट्रेलिया से पहली पारी में 88 रन से पिछडऩे के बाद भारत कप्तान रोहित शर्मा और उनके सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल स्पिन की मददगार पिच पर दूसरी पारी में खासे असमंजस में नजर आए। ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने हवा में मात देकर शुभमन गिल(5) को ड्राइव के मजबूर कर बोल्ड़ किया और भारत ने पहला विकेट मात्र 15 रन पर तीसरे ही ओवर में गंवा दिया। भारत के स्कोर में 17 ही ओर जुड़े थे कि लियोन की तेजी से स्पिन होकर अंदर आती कप्तान रोहित शर्मा (12) के पैड पर लगी अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दिया और इस पर उन्होंने रिव्यू भी लिया लेकिन यह बेकार गया। भारत की पहली पारी में उसकी सलामी जोड़ी लेफ्ट आर्म स्पिनर मैथ्यू कुहेनमान का शिकार बनी थी और दूसरी पारी में नाथन लियोन का। अनुभवी चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली (13 रन, 26 गेंद, 2 चौके) ने पैरों का इस्तेमाल कर ऑस्ट्रेलिया की स्पिन त्रिमूर्ति को खेला और तीसरे विकेट के लिए 22 रन जोड़े। तभी लेफ्ट आर्म स्पिनर मैथ्यू कुहेनमान की एक गेंद विराट के पीछे पैड पर लगी और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया लेकिन इस पर वह रिव्यू लेते तो आउट होने से बच सकते थे। चेतेश्वर पुजारा ने स्पिनरों के खिलाफ कदमों का बेहतरीन इस्तेमाल किया और भारत के स्कोर को रवींद्र जडेजा (7) के साथ मिलकर 78 रन पर ले गए । चायकाल के अंतिम पूर्व और लियोन के 11 वें ओवर की तेजी से अंदर गेंद को रवींद्र जडेजा खेलने से चूके लेकिन अंपायर ने नॉटआउट दिया लेकिन रिव्यू में तीसरे अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया और भारत अपना चौथा विकेट 78 रन गंवा दिया। चायकाल तक भारत ने अपनी दूसरी पारी में 31 ओवर में चार विकेट पर 79 रन बनाए थे और तब पुजारा चार चौकों की मदद से 35 रन पर खेल थे और श्रेयस अय्यर को खोलना था। तब भारत को ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी की बढ़त को खत्म करने के लिए आठ रन की जरूरत थी।
भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव, ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सुबह दूसरे दिन दूसरे घंटे में मात्र 28 गेंदों में 12 रन के भीतर आपस में उसके बाकी छह विकेट बांट कर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 76.3 ओवर में समेट दी। पहले दिन गिरने वाले ऑस्ट्रेलिया के चारों विकेट रवींद्र जडेजा ने चटकाए थे। उमेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट चटकाने के साथ भारत में टेस्ट में विकेटों का ‘शतक’ पूरा कर बताया कि भारत में वह क्यों कारगर रहते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने सुबह जब अपनी पहली पारी चार 54 ओवर में चार विकेट पर 156 रन से आगे शुरू की तो तब वह बड़ी बढ़त लेने की अग्रसर दिखी। ऑस्ट्रेलिया ने सुबह पहले घंटे में बिना कोई और विकेट गंवाए जब 30 रन और जोड़ दिए तो मैच भारत की पकड़ से फिसलता लगा। पहले ड्रिंक ब्रेक के बाद रविचंद्रन ने पीटर हैंडसकॉम्ब के अपने पहले ही ओवर में गेंद को हवा में छोड़ ड्राइव के लिए मजबूर कर फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर श्रेयस अय्यर के हाथों लपकवाया उनकी और कैमरून ग्रीन की पांचवें विकेट की 40 रन की भागीदारी को क्या तोड़ा कि विकेटों की झड़ी लग गई।
हैंडसकॉम्ब (19 रन, 98 गेंद, 1 चौका) के रूप में ऑस्ट्रेलिया ने पांचवां विकेट 186 पर गंवाने के बाद मात्र 5.3 ओवर में 11 रन के भीतर बाकी के पांच विकेट गंवा दिए। हैंडसकॉम्ब के आउट होने के बाद अपने उमेश यादव ने अपने अगले तीन ओवर में तीन विकेट चटकाए। कैमरून ग्रीन (21 रन, 57 गेंद, दो चौके)उमेश यादव की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट और उन्होंने अपने अगले ओवर में मिचेल स्टार्क(1) को बोल्ड कर अपनी धरती पर अपना सौवां टेस्ट विकेट लिया। अश्विन ने एक बार फिर अलेक्स कैरी(0) को एलबीडब्ल्यू आउट किया और ऑस्ट्रेेलिया का आठवां विकेट 196 रन पर खो दिया। दिया। उमेश ने फिर स्टंप को निशाना बनाया और टॉड मर्फी को बोल्ड कर दिया जबकि नाथन लियोन (5) के अश्विन की गेंद को स्वीप करने के फेर में आउट होने के साथ ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 76.3 ओवर में लंच से करीब दस मिनट पहले समाप्त हो गई।