रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर: मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने गुरूवार को ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 से जुड़े सभी विभागों के प्रमुखों को राज्य में निवेश को सुविधाजनक बनाने, अपने क्षेत्रों के निवेशकों के साथ एमओयू (MoUs) करने, और संबंधित विभागीय प्री-समिट को अच्छे से अच्छे तरीके से आयोजित करने का निर्देश दिया। विभिन्न क्षेत्रों के विभागीय प्री-समिट अक्टूबर-नवंबर में आयोजित किए जाने हैं।
सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ आज एक उच्च-स्तरीय बैठक में ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 की तैयारियों की व्यापक समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव श्री पंत ने कहा कि ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए सभी विभागों को कमर कसने की जरूरत है।
इस बैठक में माननीय मुख्य सचिव ने सभी विभागों के प्रमुखों को उनके विभाग से संबंधित निवेश योग्य अवसरों की सूची को प्राथमिकता के आधार पर जांच व विस्तार करने, और अपने विभाग की नई नीतियों को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने को भी कहा। इन क्षेत्रों में अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा उत्पादन, शिक्षा, खनन, बुनियादी ढांचे आदि शामिल हैं।
मुख्य सचिव श्री पंत की अध्यक्षता में आयोजित इस उच्च स्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा लाए जाने वाले नए नीतियों की तैयारी, प्रमुख बुनियादी ढांचे, लॉजिस्टिक्स से जुड़ी बातों और निवेश के अवसरों का भी आकलन किया गया। इस समीक्षा बैठक के दौरान पर्यटन, परिवहन, जल संसाधन, पीएचईडी, ऊर्जा, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, खान, कृषि, पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आईटी आदि कई विभागों के प्रमुख और सचिव मौजूद थे।
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के बारे में:—
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है। इस इन्वेस्टमेंट समिट के पहले इन्वेस्टर मीट, जो मुंबई में 30 अगस्त को आयोजित हुआ था, के दौरान राजस्थान सरकार ने विभिन्न कंपनियों के साथ 4.5 लाख करोड़ से अधिक के एमओयू (MoUs) साइन किया था।
इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अनय सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।