अशवनी राणा
भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व में भारत जैसे सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए 2011 से 25जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत हुई थी। लेकिन आज भी मतदाता अपने इस अधिकार के प्रति गम्भीर नहीं है।
देश में 2019 के आम चुनाव में केवल 67.4% वोटिंग हुई थी। इसे देखते हुए मतदान को अनिवार्य करने का कानून बनाया जाना चाहिए।
वहीं मतदाताओं को ये भी अधिकार मिलना चाहिए कि वो जिस जनप्रतिनिधि का चुनाव करने जा रहे हैं उसकी शिक्षा क्या है, उसका समाज में क्या योगदान है, उसका क्रिमनल इतिहास क्या है और उस वह बैंकों से लोन लेकर चुका रहा है या बैंकों के लोन का डिफाल्टर तो नहीं है।
इन सबकी जानकारी चुनाव आयोग को मतदाताओं तक पहुंचानी चाहिए। इससे मतदाता एक अच्छे जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सकेंगे।