
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान के अनेक प्रतिभाशाली अधिकारियों की सेवाकाल में रहते और सेवानिवृत्ति के उपरान्त भी भारत सरकार, राजस्थान सरकार,अन्य प्रदेशों की सरकारों और देश विदेश की विभिन्न जानी मानी संस्थाओं ने विशेष सेवाएं ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद में अश्विनी वैष्णव को रेल, सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी दे रखी है। इसके पहले भी वे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्य भार संभाल अपनी काबिलियत साबित कर चुके है।
हालांकि वे ओडिशा के आई ए एस रहें है तथा वहीं से राज्यसभा सांसद है। लेकिन मूलतः राजस्थान के पाली और जोधपुर से ताल्लुक रखते है। वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सलाहकार मंडल एवं अन्य देश विदेश की प्रतिष्ठित एजेंसियों के लिए भी काम कर चुके है। । वैष्णव की तरह आई ए एस रहें बीकानेर के सांसद अर्जुन राम मेघवाल भी मोदी मंत्रिपरिषद में कानून मंत्री का कार्यभार संभाल रहे है। उन्होंने भी कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों के कार्यभार बखूबी संभाले है। संसदीय कार्य राज्य मंत्री के रूप में सदन में फ्लोर मैनेजमेंट में भी उनको भूमिका उल्लेखनीय रही है। वे मोदी मंत्रिमंडल का बड़ा दलित चेहरा है और ठेठ राजस्थानी पगड़ी में भाजपा के रंग उन्हें एक अलग पहचान वाला व्यक्तित्व बनाते है। कला संस्कृति और राजस्थानी भाषा के प्रेमी मेघवाल कबीर गीतों तथा राजधानी लोकगीतों को हर मंच पर सुना लोकप्रिय नेता बन गए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली को जानने वाले यह भी जानते है कि प्रधानमंत्री मोदी ठोस प्रभावी और त्वरित परिणाम देने वाले था नए इनोवेशन आदि सुझाव देने और काम को अंजाम देने वाले अधिकारियों को पसंद करते है तथा उनको पारखी नजर हमेशा ऐसे प्रतिभाशाली अधिकारियों को खोजने के साथ ही समाप्त होती है।
ताजा उदाहरण राजस्थान के सेवानिवृत आई ए एस पूर्व केन्द्रीय पर्यटन सचिव डॉ ललित के पंवार का है जिन्हें उन्होंने नीति आयोग में विशेष आमंत्रित सलाहकार के रूप मनोनीत किया है।
भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और देश के ख्यातनाम पर्यटन विशेषज्ञ डॉ. ललित के पंवार को उनकी विशेषज्ञ सेवाओं के लिए विशेष रूप से जोड़ा गया है। डॉ. पंवार नीति आयोग में विशेष आमंत्रित सलाहकार के रूप में शासन और सुधार क्षेत्र के अंतर्गत पर्यटन, होटल, रिसोर्ट और टूर ऑपरेटर क्षेत्र से अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए अपने सुझाव देंगे। डा. पंवार एक जुलाई को इस विषयक विशेष बैठक में सम्मिलित होंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और देश के ख्यातनाम पर्यटन विशेषज्ञ डॉ. ललित के पंवार को उनकी विशेषज्ञ सेवाओं के लिए विशेष रूप से नीति आयोग सेवजोड़ा गया है। डॉ. पंवार देश के जाने—माने पर्यटन विशेषज्ञ हैं। वे भारत सरकार में पर्यटन सचिव रहने के साथ ही भारतीय पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (आईटीसी) के सी.एम.डी.रहे रूप हैं। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में ही पीएचडी की है। वह राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं तथा राजस्थान आईएलडी कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर रहते हुए भी उन्होंने अपनी महती सेवाएं प्रदान की हैं। विश्व स्तर पर राजस्थान की पर्यटन की पहचान बने “पधारो म्हारे देश” स्लोगन भी उन्हीं का दिया हुआ है।
डॉ पंवार अपने नवाचारों तथा मौलिक विचारों के लिए जाने जाते है। वे राजस्थान के शिक्षा निदेशक थे तब उन्होंने विभागीय पत्रिका का नाम शिविरा रखा। इसी प्रकार सूचना और जनसंपर्क के निदेशक रहते हुए सुजस पत्रिका का प्रकाशन आरम्भ कराया। जब वे पर्यटन निदेशक थे तो वहां भी अतिथि पत्रिका शुरू कर आ0नि चाप छोड़ी उन्होंने राजस्थान के पर्यटन को बुलंदियों पर पहुंचाने और पहियों पर राजमहल पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी को अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाने की आधारशिला रखी। वे जब केन्द्र में अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव थे तब उन्होंने जैन समाज को अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल कराने का महत्वपूर्ण काम किया। अपनी ग्रामीण पृष्ठभूमि की सरलता, सहृदयता,sad व्यवहार,मिश्री जैसी मीठी बोली तथा हर किसी को अपना बना रचनात्मक टीम बनाना उनके व्यक्तित्व के आकर्षण का केन्द्र रहता आया है।
उन्हें राजस्थानी परम्परा के अनुरूप सच्चे अर्थों में पर्यटन का राजदूत कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं हैं। उनके इन्हीं गुणों के कारण केन्द्र और राज्य में समय समय पर उनकी सेवाएं ली जाती रही है। नीति आयोग में विशेष आमंत्रित सलाहकार के रूप में उनकी सेवाएं पर्यटन क्षेत्र को नए आयाम देगी तथा भारत के पर्यटन क्षेत्र को बुलंदियों तक पहुंचाने में सहायक होगी उसमें कोई संदेह नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित देशों की श्रेणी में शामिल करने के सपने को साकार करने में पर्यटन भी एक अहम भूमिका में रहेगा।
नीति आयोग द्वारा डॉ. ललित के. पंवार को पर्यटन और मेजबानी क्षेत्र पर सुझाव देने के लिए
विशेष आमंत्रित सलाहकार बनाना राजस्थान के लिए गौरव का विषय है। इससे अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी प्रेरणा मिलेगी।