मुझे हॉकी के सबसे नए प्रारूप, हॉकी 5 में खेलना बहुत भाता है : मोहम्मद रहील

  • मैच दर मैच हमारी टीम प्रदर्शन बेहतर होता गया, हमने खूब गोल किए
  • एफआईएच का पहला हॉकी 5 संस्करण जीतना एक शानदार अहसास
  • हमने पेरिमीटर बोर्ड का ज्यादा इस्तेमाल किया, इससे हमारी निशानेबाजी बेहतर हो गई

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : तेज तर्रार नौजवान फॉरवर्ड मोहम्मद रहील ने हॉकी की कलाकारी दिखाकर भारत को रविवार को लुसाने में सम्पन्न पहला एफआईएच हॉकी 5 टूर्नामेंट जिताने में अहम भूमिका निभाई। 25 वर्षीय रहील को फाइनल सहित पांच मैचों सबसे ज्यादा 10 गोल करने के लिए टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठï खिलाड़ी घोषित किया गया। सबसे खास बात यह रही कि राउंड रॉबिन लीग और फाइनल सहित हर मैच में मोहम्मद रहील ने गोल किए। गुरिंदर सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम राउंड रॉबिन लीग में चार में से तीन मैच जीत और एक ड्रॉ खेल दस अंकों के साथ शीर्ष पर रही और फाइनल में 0-3 से पिछडऩे के बाद पोलैंड को 6-4 से हरा खिताब अपने नाम किया। मोहम्मद रहील ने फाइनल में पोलैंड के खिलाफ भी दो गोल कर भारत को हॉकी के इस सबसे छोटे व नए प्रारूप में खिताब जिताने में अहम योगदान किया।

भारत के आक्रमण की धुरी रहे मोहम्मद रहील ने अपने इस शानदार प्रदर्शन की बाबत कहा, ‘ सबसे पहले भारतीय टीम के लिए खेलना एक शानदार अहसास है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं अपनी भारतीय टीम के लिए योगदान कर पाया। यह वाकई शानदार अनुभव था। मुझे हॉकी के सबसे छोटे और नए प्रारूप, हॉकी 5 में खेलना बहुत भाता है। जहां तक हॉकी के इस नए प्रारूप में भारत के अभियान की बात है तो यह एक नया अनुभव था। सभी मैच वाकई बहुत रफ्तार से खेले गए। इस टूर्नामेंट में मैच दर मैच हमारी टीम प्रदर्शन बेहतर होता गया और हमने खूब गोल किए। हमने पेरिमीटर(परिधि) बोर्ड का ज्यादा इस्तेमाल शुरू किया और इससे हमारी निशानेबाजी बेहतर हो गई। हम टीम के रूप में बहुत बढिय़ा खेले। एफआईएच का पहला हॉकी 5 संस्करण जीतना एक शानदार अहसास है। हॉकी के इस सबसे छोटे, नए और रोचक प्रारूप हॉकी 5 को शुरू करने और यादगार बनाने का श्रेय बेशक एफआईएच को है। लुसाने में हॉकी 5में खेलने का हमने वाकई पूरा लुत्फ उठाया। हम बहुत समय के बाद दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में खेले। इससे इसमें खेलना और यादगार बन गया।’