ड्रग्स, शराब बेचने वालों के ख़िलाफ़ मानस बना हथियार

Mind becomes a weapon against those who sell drugs and alcohol

इंद्र वशिष्ठ

ये बात जगजाहिर है कि पुलिस की मिलीभगत/सांठगांठ के बिना शराब और ड्रग्स का अवैध धंधा हो ही नहीं सकता।
लेकिन अब शराब और ड्रग्स बेचने वालों के ख़िलाफ़ लोग मानस (मादक पदार्थ निषेध आसूचना केंद्र), राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन/ पोर्टल पर सूचना दे सकते हैं।

दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) मानस पर मिली सूचनाओं/शिकायतों पर कार्रवाई कर रही है।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव (क्राइम, एएनटीएफ) ने बताया कि एएनटीएफ के तहत मानस पोर्टल प्रभावी रूप से स्थापित किया गया है और पूरी तरह से चालू है। मानस पोर्टल पर 11.01.2025 से 06.08.2025 तक मिली शिकायतों पर कुल 16 मामलों में कार्रवाई के परिणाम स्वरूप हेरोइन, गांजा, साइकोट्रोपिक टैबलेट, इंजेक्शन और शराब सहित प्रतिबंधित पदार्थ बरामद हुए।

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने मानस पोर्टल के माध्यम से प्राप्त सूचनाओं/ सुरागों पर स्वतंत्र रूप से छापे भी मारे। थाना बुराड़ी, भलस्वा डेयरी, नंद नगरी इलाके में कई मामलों में 180 ग्राम से अधिक हेरोइन/स्मैक बरामद की। थाना आनंद पर्वत, विवेक विहार, आर.के. पुरम, गोविंदपुरी इलाके में 3700 ग्राम से अधिक गांजा बरामद किया।
अमन विहार, रणहौला, विजय विहार में ब्यूप्रेनॉर्फिन/एविल इंजेक्शन जब्त किए। थाना रणहौला, थाना करावल नगर में अलग-अलग मामलों में शराब के 56 और 24 क्वार्टर बरामद किए।

इसके अलावा आबकारी, जुआ अधिनियम और बीएनएस के तहत भी मामले दर्ज किए गए और उनकी जांच की गई।
एनडीपीएस/ एक्साइज/ गैंबलिंग एक्ट और बीएनएस की धाराओं के तहत दिल्ली के 12 थानों में कुल 16 मामले दर्ज किए गए। रनहोला में 3, बुराड़ी और गोविन्द पुरी में 2-2 मामले, हजरत निजामुद्दीन, विजय विहार, अमन विहार, भलस्वा डेरी, आर के पुरम, करावल नगर, नन्द नगरी, आनन्द पर्वत और विवेक विहार में एक-एक मामला दर्ज किया गया

स्पेशल कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव (क्राइम,एएनटीएफ) ने बताया कि दिल्ली पुलिस नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी के खिलाफ लड़ाई को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। नागरिकों से आग्रह है कि वे किसी भी संदिग्ध मादक पदार्थ गतिविधि की सूचना मानस हेल्पलाइन (टोल-फ्री: 1933) या ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप (उमंग प्लेटफ़ॉर्म के अंतर्गत) के माध्यम से दें। शिकायतकर्ताओं की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाता है।

मानस (मादक पदार्थ निषेध आसूचना केंद्र), राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन/ पोर्टल की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 7वीं शीर्ष स्तरीय एनसीओआरडी बैठक के दौरान की थी और बाद में 11.01.2025 को विज्ञान भवन में आयोजित मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर क्षेत्रीय सम्मेलन के दौरान इसका विस्तार किया गया, देश भर में मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों की रिपोर्टिंग के लिए एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक माध्यम के रूप में उभरा है।

नागरिकों के लिए मादक पदार्थों से संबंधित जानकारी गुमनाम और सुरक्षित रूप से रिपोर्ट करने हेतु एक समर्पित टोल-फ्री नंबर 1933 और एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म 24×7 उपलब्ध कराया गया है।