मिले मौके को मोहम्मद शमी ने दोनों हाथों से लपका : रोहित

  • हमारे गेंदबाजों ने मैच में हमारी वापसी कराई
  • भारत को मंजिल तक पहुंचाने के लिए विराट को अपनी काबलियत पर भरोसा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने डैरेल मिचेल और रचिन रवींद्र की तीसरे विकेट की 159 रन की भागीदारी के बावजूद न्यूजीलैंड को 50 ओवर में 273 रन पर समेटने के लिए अपने गेंदबाजों को सराहा। रचिन रविंद्र के मैन ऑफ द मैच रहे मोहम्मद शमी की गेंद को उड़ाने के फेर मे शुभमन गिल के हाथों लपके जाने से 34 वें ओवर में स्कोर तीन विकेट 178 रन हो जाने के बाद भारत के गेंदबाजों ने बराबर विकेट चटकाए। भारत ने चेज मास्टर विराट कोहली के बेहतरीन 95 रन की बदौलत 12 गेंदों के बाकी रहते न्यूजीलैंड से यह मैच चार विकेट से जीत लगातार पांचवीं जीत के साथ शीर्ष पर पहुंच गया।

रोहित ने कहा, ‘हमारा इस वन डे विश्व कप में आगाज शानदार रहा है लेकिन अभी काम अधूरा है। हमारे गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड को 273 पर रोक कर मैच में हमारी वापसी कराई। एकादश में खेलने के लिए मिले मौके को मोहम्मद शमी ने दोनों हाथों से लपका। शमी के पास लंबा अनुभव है और उन्होंने इसका पूरा इस्तेमाल कर स्थितियों का पखरा लाभ उठाया। हमारी फील्डिंग जरूर रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ बहुत चुस्त नहीं रही। हमने कई कैच टपकाए लेकिन जडेजा सहित हमारे खिलाड़ी बेहतरीन फील्डर हैं। हमें भारत में अलग अल स्थानों पर खेलना पसंद है। अब तक तो हम निराशा नहीं और न ही हमने अपने दर्शकों को निराश किया है।
उन्होंने कहा, ‘ पिच बल्लेबाजी करने के लिए आसान थी और बाद में तो ओस भी गिरने लगी। मिचेल और रचिन रवींद्र जडेजा की बेहतरीन भागीदारी की बदौलत एक समय न्यूजीलैंड 300 रन के पार पहुंचता लग रहा। जहां तक बाकी विराट कोहली की पारी की बात है,’ इस बाबत मेरे पास बहुत कुछ कहने को नहीं है। हमने विराट को भारत के लिए ऐसी बेहतरीन बल्लेबाज कर बहुत बार जिताते देखा है। विराट बेहद शांत भाव से खेलते है और वह भारत को मंजिल तक पहुंचाने के लिए खुद की काबलियत पर भरोसा करते हैं। अपनी पारी के आखिर में कुछ विकेट खोने उसे हम पर कुछ दबाव आया लेकिन विराट और रवींद्र जडेजा फिर हमारे लिए स्थिति संभाल ली।

एकादश में वापसी पर जल्द आत्मविश्वास पाना जरूरी होता है : शमी
मोहम्मद शमी ने मात्र 54 दे न्यूजीलैंड के पांच विकेट चटका भारत को चार विकेट से जीत दिला मैन ऑफ द मैच रहे। शमी ने कहा, ‘ जब आप लंबे समय बाद भारतीय एकादश में वापसी करते हैं तो आपके लिए जल्द आत्मविश्वास पाना जरूरी होता । न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में पांच चटकाने से मुझे यह आत्मविश्वास मिला। भारतीय टीम जिस तरह बढिय़ा प्रदर्शन कर रही है उसके मद्देनजर बाहर बैठ भारत की एकादश में जगह पाने का इंतजार करना बहुत मुश्किल नहीं होता। आपकी टीम के बाकी साथी यदि बढिय़ा प्रदर्शन कर रहे हैं तो आपको उनका समर्थन करना चाहिए। यदि टीम के हित में मुझे एकादश से बाहर भी बैठना पड़े तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। न्यूजीलैंड के खिलाफ विकेट चटकाना अहम था क्योंकि हमारी और न्यूजीलैंड की टीमें ही $िफलहाल इस विश्व कप में दो सबसे बढिय़ा खेल रही टीमे हैं।’