- डॉ. राजेश्वर सिंह ने किया 10 नए तारा शक्ति केंद्रों का लोकार्पण
- डॉ राजेश्वर सिंह ने अक्टूबर 2022 में 4 तारा शक्ति केंद्र ओपन कर ऐसे 100 सेंटर खोलने का लिया था संकल्प, मात्र 11 माह से भी कम समय में 4 से 40 हुई ताराशक्ति केंद्रों की संख्या
- डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयासों से सरोजनीनगर बन रहा ‘मातृशक्ति स्वावलंबन का नेशनल मॉडल
- मातृशक्ति को सशक्त और स्वावलंबी बना रहे डॉ राजेश्वर सिंह, सरोजनीनगर में किया 10 नए तारा शक्ति केंद्रों का शुभारंभ
- महिला सशक्तिकरण हेतु रंग ला रहे डॉ राजेश्वर सिंह के प्रयास, ‘तारा शक्ति केंद्र’ में मातृ शक्ति के हुनर को मिल रही पहचान
- डॉ राजेश्वर सिंह ने मात्र 1 वर्ष में कराई 40 सिलाई सेंटरों की स्थापना, 100 सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य
रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मातृशक्ति को अनूठी सौगात दी। पराग चौराहा स्थित विधायक कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपनी प्रेरणा माता तारा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा 10 नए तारा शक्ति केंद्रों का लोकार्पण कर सरोजनीनगर की माताओं, बहनों, बेटियों को समर्पित किया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों से जुडी व क्षेत्र की महिलाएं उपस्थित रहीं। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने महिलाओं को साड़ी एवं सिलाई किट भेंट स्वरूप प्रदान किया।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने तारा शक्ति केंद्र सदरौना, तारा शक्ति केंद्र बलदेव विहार, तारा शक्ति केंद्र स्कूटर इंडिया, तारा शक्ति केंद्र एल्डिको, तारा शक्ति केंद्र मौंदा, तारा शक्ति केंद्र हरौनी, तारा शक्ति केंद्र वृंदावन सेक्टर 6, तारा शक्ति केंद्र सदुल्लागंज, तारा शक्ति केंद्र पानखेड़ा, तारा शक्ति केंद्र बिजनौर का शुभारंभ किया। विधायक द्वारा इन सभी सेंटरों में 10-10 सिलाई मशीनें जिसमें 8 मोटराइज्ड एवं मैन्युअल सिलाई मशीनें, 1 पीको व 1 इंटरलॉकिंग मशीन प्रदान की गई।
महिलाओं से वार्ता कर सुनी उनकी आवश्यकताएं और समस्याएं, सभी को पूरा कराने का दिया आश्वासन
लोकार्पण उपरांत विधायक ने सभी महिलाओं से एक – एक कर वार्ता की और उनकी समस्याएँ और आवश्यकताओं के बारे में भी पूछा तथा सभी महिलाओं द्वारा उनकी आवश्यकता अनुरूप पूरा किये जाने का आश्वासन दिया। महिला स्वावलंबन हेतु किये जा रहे अभिनव कार्यों और उनकी सभी आवश्यकताओं को समझ उन्हें पूरा किये जाने के लिए सभी महिलाओं ने एक स्वर में विधायक को धन्यवाद दिया तथा उनकी सराहना की।
डॉ राजेश्वर सिंह ने सरोजनीनगर की 404 स्वयं सहायता समूहों को अधिक से अधिक कार्य के अवसर उपलब्ध कराने, उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को बाजार दिलाने, नए सिलाई सेंटरों की स्थापना करवाने, महिला हेल्प डेस्क स्थापित कराने के साथ-साथ बंथरा क्षेत्र के अंतर्गत शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के समूह के लिए एक स्थान सुनिश्चित कर समूह बाजार की स्थापित कराने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में विधायक ने स्वयं सहायता समूहों से मिले 26 आवेदनों को पूरा कर नए केंद्र खोलने की भी बात कही। सदरौना में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना के लिए पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव पर पुनर्विचार कर जल्द से जल्द स्थापित कराने एवं दिव्यांग बच्चों को स्कूल में एडमिशन करवाने की भी बात भी विधायक द्वारा कही गई।
मात्र 11 माह से भी कम समय में कराई 40 सिलाई सेंटरों की स्थापना, 100 सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य
आपको बता दें कि 10 नए तारा शक्ति केंद्रों के लोकार्पण के साथ ही सरोजनीनगर में अब कुल 40 तारा शक्ति केंद्र स्थापित हो चुके हैं। डॉ. राजेश्वर सिंह ने बीते वर्ष अक्टूबर 2022 माह में चार सिलाई सेंटरों की शुरुआत कर 100 तारा शक्ति केंद्र स्थापित करने का संकल्प लिया था। इसी के अनुरूप मात्र एक वर्ष में ही उन्होंने 40 तारा शक्ति केंद्रों की स्थापना कर विधायक ने यह संदेश दिया कि सरोजनीनगर की माताओं, बहनों, बेटियों को स्वावलंबी बनाना उनकी प्राथमिकता है। तारा शक्ति केंद्र सिलाई सेंटर होने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण, उनके स्वावलंबन, प्रशिक्षण व कार्य के अवसरों का केंद्र है। यहां महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार-स्वरोजगार प्रदान किया जाता है ताकि वे आर्थिक रूप में मजबूत बन सकें। खास बात यह है कि इन सिलाई सेंटरों में इको फ्रेंडली बैग भी नए जा रहे हैं जो विधायक द्वारा सरोजनीनगर में पढने वाले स्कूल के बच्चों को निशुल्क वितरित किये जाते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि मातृशक्ति जितनी सशक्त होती हैं, परिवार-समाज और राष्ट्र भी उतना मजबूत होता है। जब देश आजाद हुआ था तब महिलाओं की साक्षरता दर मात्र 8 प्रतिशत थी लेकिन आज बोर्ड की परीक्षा से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं में बेटियां बेटों के मुकाबले उम्दा प्रदर्शन कर रही है, उच्च पदों पर आसीन हो रही हैं। पीसीएस-जे की परीक्षा में 303 सफल परीक्षार्थियों में से 165 बेटियों का चयन हुआ। इंटरमीडिएट परीक्षा में बेटियों का पास प्रतिशत 86 रहा जबकि हाईस्कूल परीक्षा में 83 प्रतिशत रहा। चंद्रयान 3 की सफलता में भी लखनऊ की बेटी ऋतु करिधल की अहम भूमिका रही। आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है इसमें बेटियों का योगदान सबसे बड़ा है।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरोजनीनगर में निरंतर युवाओं, बच्चों, महिलाओं को लेकर कार्य हो रहे हैं। महिलाओं द्वारा संचालित इफको बाजार मदर यूनिट खुला, उन्हें कार्य करने के लिए अवसर और ऋण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सड़के सुदृढ़ हो रही है, जलभराव से निजात मिली है, स्कूलों का कायाकल्प हो रहा है, 55 स्कूलों में झूले लगे, युवाओं की कांउसलिंग हो रही है, बेटियों को रोजगार के अवसर मिल रहा है।
कार्यक्रम में शिव शंकर सिंह, रमाशंकर त्रिपाठी, सेवा भारती संगठन की मंजू सिंह समेत बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों से जुडी महिलाएं और क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।