सेवा और समर्पण की साक्षात मूर्ति है मातृशक्ति : डॉ शांति बंसल

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली : डॉक्टरों की माताओं को उनके अथक समर्थन और अपने बच्चों को चिकित्सा पेशे की ओर अग्रसर करने के लिए उनका सम्मान किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की दक्षिणी दिल्ली शाखा द्वारा विश्व मातृत्व दिवस पर इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल और लायंस क्लब नई दिल्ली अलकनंदा के संयुक्त तत्वावधान में यह सम्मान समारोह अपोलो सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 60 डाॅक्टरों की माताओं को पौधा, पुस्तक एवं माला देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डाॅक्टरों ने मां की महिमा को व्यक्त करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

डॉ शांति बंसल, निदेशक चिकित्सा सेवा-अपोलो अस्पताल, डॉ चंचल पाल-अध्यक्ष, डॉ जीएस ग्रेवाल-महामंत्री, डॉ कार्तिकेय कीर्ति-कोषाध्यक्ष आईएमए दक्षिणी दिल्ली, लाॅयन ललित गर्ग-अध्यक्ष, लाॅयन अदीप वीर जैन-वरिष्ठ उपाध्यक्ष, लाॅयन अभिषेक जैन-सचिव, लायंस क्लब नई दिल्ली अलकनंदा, डाॅ एस. सी. एल. गुप्ता आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए मातृत्व दिवस की उपयोगिता एवं प्रासंगिकता को व्यक्त किया। समारोह की विशिष्ट अतिथि श्रीमती राजलक्ष्मी चंद्रु, उपाध्यक्ष रोगी सेवाएं ने अपने उद्बोधन में मां को सृष्टि की सुंदरतम रचना बताया। मुख्य अतिथि डाॅ. शांति बंसल ने कहा कि जननी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन तथा अभिवंदना का यह एक स्वर्णिम अवसर है। सेवा और समर्पण की साक्षात मूर्ति मातृशक्ति का न केवल अपनी संतान के लिए बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए अनूठा योगदान है।

डॉ चंचलपाल ने कहा, माताएं भगवान की सुंदर रचना हैं। वे अपने धैर्य और शक्ति से सब कुछ तय करके दुनिया को योग्य बनाती हैं। हर बच्चे के जीवन में वे सबसे बड़ी प्रेरणा और प्रभावित करने वाली शक्ति होती हैं। लाॅयन ललित गर्ग ने कहा कि भगवान हर किसी के साथ नहीं रह सकता इसलिए उसने मां को बनाया। मां मंदिर भी है, पूजा भी है और तीर्थ भी है। समूची दुनिया में मां से बढ़कर कोई इंसानी रिश्ता नहीं है। इसलिए मां की गरिमा को अक्षुण्ण रखना हम सबका कर्तव्य है। सफेद कोट में समर्पित नायकों की माताओं और उन्हें समाज के कल्याण के लिए सम्मानित किया जाना एक स्वस्थ परम्परा है। इस समारोह में दक्षिणी दिल्ली के अनेक निजी अस्पतालों के डाॅक्टर्स बड़ी संख्या में उपस्थित थे।