भारतीय पिचों पर रन बनाने के लिए साफ सोच व योजना की जरूरत
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा ने भारत की नागपुर में पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे दिन शुक्रवार को एक पारी और 132 रन से शानदार जीत में अपने शतक को खास बताया। रोहित ने कहा, ‘ कई लिहाज से मेरा पहली पारी में जड़ा शतक खास था। आईसीसी वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से भी हमारे लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अच्छा आगाज करना जरूरी था। मुझे खुशी है कि मेरा प्रदर्शन भारत के काम आया। बदकिस्मती से मैं कुछ टेस्ट मैच नहीं खेल पाया लेकिन अब टीम इंडिया में वापसी कर मैं खुश हूं। भारत का तीनों फॉर्मेट में कप्तान नियुक्त किए जाने के बाद से मैं भारत के लिए अब तक मात्र दो टेस्ट ही मैच खेल पाया। इंग्लैंड में मुझे कोरोना हो गया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैं तीन टेस्ट मैच नहीं खेल पाया। बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मुझे चोट लग गई। जब आप लंबे समय तक क्रिकेट खेलते तो हैं ऐसा होता है। मैं अतीत में भी चोट से परेशान हुआ हूं और जानता हूं कि इससे कैसे वापसी करनी है। पिछले कई बरस में भारत में जैसी पिचे हैं उन पर रन बनाने के लिए आपको साफ सोच और योजना की जरूरत होती है। जब से मैंने पारी का आगाज करना शुरू किया है मैंने अपना तरीका भी ढूंढ़ लिया है। मैं मुंबई की ऐसी पिचों पर खेल कर बड़ा हुआ जिस पर गेंद काफी घूमती हैं। इन पिचों पर आपको पैरों का चपल इस्तेमाल करने के साथ गेंदबाजों पर भी दबाव डालना होता है। आपको किसी भी अन्य चीज की बाबत सोचने पर अपना ध्यान इस पर लगाना होता है कि आप इस तरह की पिचों पर क्या कर सकते हैं। जब हमने ऑस्ट्रेलिया के दो विकेट मात्र दो रन पर चटका दिए तो हमें मालूम हो गया कि हमने टेस्ट उपर पर अपनी पकड़ बना ली। हम जानते थे कि हमारी प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया दबाव में होगी क्योंकि हमारे पास उत्कृष्ट स्पिनर हैं। यह भी नहीं भूलना चाहिए हमारे पास ऐसे तेज गेंदबाज थे जो कि इस तरह पिचों पर घातक हो सकते हैं। वे इस तरह की पिचों का लाभ उठाना जानते हैं। में खुश हूं कि हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और हमे 400 रन तक पहुंचा पर्याप्त बढ़त दिलाई। इसके बाद हमारे स्पिनरों ने अपना काम किया।’
मैं अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा फोकस कर रहा हू : जडेजा
मैन ऑफ द मैच रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘भारतीय टीम में वापसी पर बहुत बढिय़ा लग रहा है। चोट से उबरने के लिए मैं एनसीए में रहा। एनसीए में सभी ट्रेनर और फिजियो ने मेरे साथ बहुत मेहनत की। मैंने सही जगह गेंदबाजी करने पर ध्यान लगाया। गेंद स्पिन हो रही थी और लेकिन गेंद नीचे रह रही थी, मैं जानता हूं कि ऑस्ट्रेलिया स्वीप और रिवर्स स्वीप लगाने की कोशिश करेंगे। बल्लेबाजी करते हुए मैं चीजों को सहज रखता हूं। बहुत बदलाव नहीं करता है। मैं अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा फोकस कर रहा हूं क्योंकि पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी खासी अहम है और खुद को दबाव की स्थिति में रखना चाहता था।’
रोहित शर्मा ने अपनी क्लास दिखाई : कमिंस
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा, ‘कई बार खेल बहुत से चलता है। मेरा मानना है कि भारतीय टीम वाकई बहुत बढिय़ा खेली। जब गेंद स्पिन हो रही तो भारतीय स्पिनरों को खेलना वाकई मुश्किल होता है। रोहित शर्मा ने अपनी क्लास दिखाई। पहली पारी में पिच पर गेंद स्पिन जरूर हुई लेकिन ऐसा नहीं था कि इस पर खेला नहीं जा सकता था। हमने सौ रन और बनाए होते तो हम पहली पारी में भारत पर और दबाव डाल सकेत थे, हमारे तीन चार बल्लेबाज ने पहली पारी में अच्छा आगाज किया। आफ स्पिनर टॉड मर्फी ने अपने करियर का पहला टेस्ट मैच खेल शानदार आगाज किया। मर्फी ने प्रभावशाली ढंग से बहुत ओवर किए।’