मेरा फोकस एफआईएच प्रो लीग और पुरुष हॉकी एशिया कप : अमित रोहिदास

My focus is on FIH Pro League and Men's Hockey Asia Cup: Amit Rohidas

  • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओलंपिक में ऐतिहासिक जीत मेरे हॉकी करियर के यादगार क्षण
  • परिवार ने कहा, देश के लिए खेलना जारी रखोगे तो ये अवॉडर्स जीतते रहोगे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : चार ओलंपिक खेल हॉकी में दुनिया के बेहतरीन फुलबैक के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले हॉकी इंडिया के मौजूदा अध्यक्ष दिलीप तिर्की के ओडिशा के आदिवासी सुंदर गढ़ जिले के सोनामारा से हॉकी उनसे भी एक लिहाज दो कदम आगे बढ़ भारत को लगातार दूसरी बार ओलंपिक में कांसा जिताने वाली टीम के सदस्य अमित रोहिदास का परिवार उनके गांव का इकलौता गैर आदिवासी हिंदू परिवार है। अमित रोहिदास की गिनती अब भारत ही नहीं दुनिया के पेनल्टी कॉर्नर को रोकने वाल सबसे मुस्तैद रशर के रूप में होती है। अमित रोहिदास को अभी हाल ही में सातवें हॉकी इंडिया सालाना अवाडर्स में हॉकी इंडिया परगट सिंह अवार्ड फॉर द’ डिफेंडर ऑफ द’ ईयर 2024 से नवाजे जाने के साथ पांच लाख रुपये का नकद इनाम भी दिया गया।

अमित रोहिदास ने भविष्य की बाबत कहा,‘मेरा ध्यान कदम ब कदम आगे बढ़ने पर है। फिलहाल मेरा फोकस आने वाली चुनौतियों खास तौर पर इस साल जून मे एफआईएच प्रो लीग और बाद में पुरुष हॉकी एशिया कप पर है क्योंकि दोनों ही टूर्नामेंट हमें 2026 के एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए सीधे क्वॉलिफाई करने का मौका देंगे। मैं इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने को प्रतिबद्ध हूं। ओलंपिक में लगातार दूसरी बार कांसा जीतना और इसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओलंपिक में ऐतिहासिक जीत मेरे हॉकी करियर के यादगार क्षण है 2024 का पेरिस ओलंपिक वाकई खास है क्योंकि हमने इसमें ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में 52 बरस के हराया और यह हमारे भारतीय हॉकी टीम के लिए एक बड़ा क्षण था इस जीत ने हमें बहुत आत्मविश्वास दिसा और फिर ओलंपिक में कांसा जीतना और यादगार बन गया। इस क्षण को मैं हमेशा याद रखूंगा।’

वह बताते हैं,‘ मेरे साथ तीन खिलाड़ियों-संजय, हमारे कप्तान हरमनप्रीत सिंह और भारतीय महिला हॉकी टीम की फुलबैक उदिता दुहान – को हॉकी इंडिया परगट सिंह अवार्ड फॉर द’ डिफेंडर ऑफ द’ ईयर 2024 के लिए नामित किया गयाथा। तब मैं यह कह सकता कि कौन यह अवॉर्ड जीतेगा। मैं तो इस बस अवार्ड के लिए नामित किए जाने पर ही खुश था और जब मैंने यह अवॉड जीता तो खुश होने के साथ हैरान भी था। यह एक शानदार अहसास था। कह मेरी मित्र मंडली में ज्यादातर गैर हॉकी खिलाड़ी है और वे मुझे मेसेज कर कह रहे थे कि मैं यह अवार्ड जीतूंगा। पर तैंने यही सोचा कि जो भी होगा वह भगवान के हाथ में है। में इस अवार्ड को जीतने की कोई उम्मीद नहीं कर रहा था क्योंकि मुकाबला बेहद कड़ा था। मैं इस अवॉर्ड से नवाजे जाने पर आभारी हूं। मुझे परगट सिंह अवार्ड फॉर द’ डिफेंडर ऑफ द’ ईयर मुझे देश और भारतीय हॉकी टीम के लिए और कड़ी मेहनत करने को प्रेरित करेगा।मुझे अपनी टीम और कोचिंग स्टाफ का हमेशा पूरा सहयोग मिला और इसके मिला और इन सभी के बिना यह अवॉर्ड जीतना मुश्किल नहीं था। यह टीम प्रयास है और इसके लिए अपने परिवार के सहयोग और हर किसी का आभार जताना चाहूंगा।’

अपने परिवार की बाबत अमित रोहिदास ने कहा, ‘मेरा परिवार सालाना हॉकी अवॉडर्स समारोह को यू टयूब पर देख रहा था और परिवार ने यह देखा कि मैंने हॉकी परगट सिंह अवार्ड फॉर द’ डिफेंडर ऑफ द’ ईयर 2024 जीता है तो सभी बेहद खुश हुए। जब मैंने अपने परिवारजनों से बात की तो उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाते हुए कहा कि देश के लिए खेलना जारी रखोगे तो ये अवॉडर्स जीतते रहोगे।